गोहाना : कपड़े को सूर्य की रोशनी से बिजली उत्पादन का स्रोत बनाया, बीपीएस महिला विश्वविद्यालय की प्रोफेसर के पेटेंट को मिली मान्यता

गोहाना : कपड़े को सूर्य की रोशनी से बिजली उत्पादन का स्रोत बनाया, बीपीएस महिला विश्वविद्यालय की प्रोफेसर के पेटेंट को मिली मान्यता
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कुलपति प्रोफेसर सुदेश ने कहा कि महिला विश्वविद्यालय के लिए यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि जो खोज पूजा कुमारी ने की, वह टेक्सटाइल युग में नयी उपलब्धि है।

हरिभूमि न्यूज . गोहाना। बी.पी.एस. महिला विश्वविद्यालय के इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स सेल द्वारा मंगलवार को विश्वविद्यालय के दो सहायक प्रोफेसर के पेटेंट को मान्यता दिलाई गयी।

सेल के नोडल अधिकारी डॉ. प्रमोद मलिक ने बताया कि होटल मैनेजमेंट विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. जगबीर दलाल ने अपने फूड इक्विप्मेंट के 4 पेटेंट के लिए आवेदन किया था, जिनमें 3 पेटेंट में मान्यता मिल गयी है। वहीं, फैशन टेक्नोलॉजी विभाग की सहायक प्रोफेसर पूजा कुमारी के सोलर टेक्सटाइल पेटेंट को भी मान्यता मिल गई है। पूजा कुमारी ने कपड़े को सूर्य की रोशनी से बिजली उत्पादन का स्त्रोत बना दिया है।

कुलपति प्रोफेसर सुदेश ने कहा कि महिला विश्वविद्यालय के लिए यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि जो खोज पूजा कुमारी ने की, वह टेक्सटाइल युग में नयी उपलब्धि है। आप अपने कपड़ों से अपने फोन को रिचार्ज कर सकते हैं। आज तकनीकी युग में जहां बिजली बचाने की बात होती है, वहां सोलर से बिजली का उत्पादन ऊर्जा का सदुपयोग भी है। डॉ. जगबीर दलाल को बधाई देते हुए प्रोफेसर सुदेश ने कहा कि होटल मैनेजमेंट आज का रोजगार की दृष्टि से बहुत ही व्यापक क्षेत्र है।

रजिस्ट्रार डॉ. नीलम मलिक, डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रोफेसर संकेत विज और आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन सेल के निदेशक प्रोफेसर अशोक वर्मा ने भी दोनों प्राध्यापकों को बधाई दी।

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