किसानों के लिए खुशखबरी : कृषि विभाग बनाएगा खेतों का स्वास्थ्य कार्ड

किसानों के लिए खुशखबरी : कृषि विभाग बनाएगा खेतों का स्वास्थ्य कार्ड
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हर खेत-स्वस्थ खेत अभियान के तहत हर खेत की मिट्टी का सैंपल प्रशिक्षित किसान सहायकों द्वारा ऐप के माध्यम से लेकर भूमि प्रशिक्षण प्रयोगशाला में जांच हेतू भेजा जा सके और प्रत्येक किला नम्बर का स्वास्थ्य कार्ड बनाकर फसल वाइज खादों की मात्रा के प्रयोग का वर्णन दिया जाएगा।

हरिभूमि न्यूज. कैैथल

हरियाणा सरकार (Haryana Government) द्वारा किसानों के हित को मद्देनजर रखते हुए हर खेत की मिट्टी जांच करने का एक अभियान 'हर खेत स्वस्थ खेत' के नाम से चलाया है ताकि हर खेत की मिट्टी का सैंपल प्रशिक्षित किसान सहायकों द्वारा ऐप के माध्यम से लेकर भूमि प्रशिक्षण प्रयोगशाला में जांच हेतु भेजा जा सके और प्रत्येक किला नम्बर का स्वास्थ्य कार्ड बनाकर फसल वाइज खादों की मात्रा के प्रयोग का वर्णन दिया जाएगा।

इस कार्य की धरातल पर समीक्षा हेतू कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ. कर्मचंद ने खंड कैथल के गांव प्यौदा व हरसोला का औचक निरीक्षण किया। इस कार्य में उनके साथ संयुक्त निदेशक (भूमि संरक्षण शाखा) डॉ. देवेन्द्र सिंह व भूमि परीक्षण अधिकारी कैथल डॉ. कुलदीप सिंह भी साथ रहे। उन्होंने ऐप व सैंपलिंग के कार्य की समीक्षा की।

इस कार्य के अभियान का समयबद्ध तरीके से संचालन करने हेतू जिला कैथल को दो चरणों में बांटकर इस अभियान की शुरुआत की गई है। प्रथम चरण मौजूदा रबी सीजन में चलाया जा रहा है जिसमें खंड कैथल, ढांड व सीवन ब्लॉक को शामिल किया गया है। इन खंडों में किसान सहायकों को मृदा नमूने एकत्रित करने व जांच हेतु लैब में भेजने का कार्य दिया गया है। इस कार्य को वैज्ञानिक तरीके से अमलीजामा पहनाने हेतू ''हर खेत स्वस्थ खेत'' नाम से एक एप जारी की गई है जिसका प्रशिक्षण सभी किसान सहायकों को दिया गया है। इस एप के माध्यम से प्रत्येक किला नम्बर का सैंपल लिया जा रहा है। जैसे ही यह ऐप खेत में जाकर चालू की जाती है उस किला नम्बर का पूर्ण ब्यौरा खसरा नम्बर, किला नम्बर सहित ऐप दशार्ती है और वहीं किला नम्बर उस स्वास्थ्य कार्ड में भरा जाएगा और जांच उपरान्त किसान को दिया जाएगा।

डॉ. कर्मचंद ने बताया कि एप मृदा सैंपलिंग में बहुत अच्छा सहयोग कर रही है। इससे मृदा सैंपलिंग में पारदर्शिता आएगी और सभी किसानों को उनकी भूमि के स्वास्थ्य की सटीक जानकारी मिलेगी और किसान भूमि स्वास्थ्य कार्ड में दर्शाई गई मात्रा अनुसार संतुलित खादों का प्रयोग करके उच्च गुणवत्ता के फल, फूल व सब्जियां इत्यादि उपभोग हेतू प्राप्त होंगी और आम जन मानस के स्वास्थय में भी सुधार होगा। अभी तक लगभग 15 हजार मृदा नमूने एकत्रित किए जा चुके हैं और कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।



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