होमगार्ड जवानों के लिए खुशखबरी, मनोहर सरकार हुई मेहरबान

होमगार्ड जवानों के लिए खुशखबरी, मनोहर सरकार हुई मेहरबान
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भरोसेमंद सूत्रों का कहना है कि आने वाले वक्त में होमगार्ड जवानों को दैनिक मानदेय के तौर पर 788 रुपये प्रतिदिन दिए जाने का प्रस्ताव है। अब से पहले उन्हें दैनिक वेतन के तौर पर 550 की राशि ही दी जाती है।

योगेंद्र शर्मा. चंडीगढ़

हरियाणा होमगार्ड में काम करने वाले जवानों को राज्य की मनोहर सरकार मेहरबान दिखाई दे रही है। जल्द ही इनके मानदेय में बढ़ोतरी होने जा रही है। हरियाणा के गृहमंत्री और गृह विभाग की ओर से काफी समय पहले तैयार किए गए प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री हरियाणा मनोहरलाल की मुहर लग गई है। अब राज्य वित्त विभाग द्वारा फाइल को ओके करते ही इनके प्रतिदिन के मानदेय में वृद्धि होना तय है, काफी लंबे समय से अपने दैनिक मानदेय में वृद्धि की मांग होमगार्ड करते चले आ रहे हैं।

भरोसेमंद सूत्रों का कहना है कि आने वाले वक्त में होमगार्ड जवानों को दैनिक मानदेय के तौर पर 788 रुपये प्रतिदिन दिए जाने का प्रस्ताव है। इस तरह से अगर इन्हें महीनें भर का काम दिया जाए, तो गुजारे लायक पैसा मिल जाएगा। अब से पहले उन्हें दैनिक वेतन के तौर पर 550 की राशि ही दी जाती है। दैनिक मानदेय में बढ़ोतरी को लेकर काफी लंबे अर्से होमगार्ड और उनके परिवार के लोग मांग करते चले आ रहे हैं।

सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा के लिए तैनात करने की योजना

राज्य की सरकार और प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज अपने जिला अस्पतालों और बाकी सभी छोटे अस्पतालों में सुरक्षा की दृष्टि से निजी गार्ड नहीं बल्कि होमगार्ड को लगाने के इच्छुक हैं। इस क्रम में उन्होंने अस्पतालों के लिए भी अलग से दो हजार होमगार्ड रखने की तैयारी थी। लेकिन इस आदेश के बाद में कईं निजी कंपनियों, ठेकदारों में हड़कंप मच गया था। इनमें से कुछ लोगों ने अदालत का दरवाजा खटखटाया जिसके कारण देरी हो रही है। वर्ना सुरक्षा की जिम्मेदारी होमगार्ड के हवाले होती। उक्त पूरे मामले में भी गृह एवं सेहत मंत्री अनिल विज द्व्रारा फाइल को ओके कर दिया गया था, खुद सीएम भी इसी हक में थे। चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए राज्य में लगभग दो हजार होमगार्ड (गृहरक्षी) लगाने को लेकर तैयारी की शुरुआत हो गई थी, साथ ही अस्पतालों से डिमांड भी ले ली गई थी।

यहां बता दें कि आए दिन अस्पताल में होने वाले झगड़े डाक्टरों के साथ में दुर्व्यवहार की घटनाओं को देखते हुए प्रदेश के सेहत मंत्री ने चिकित्सकों की सुरक्षा में होमगार्ड लगाने का फैसला लिया था। डीजी हेल्थ को इस संबंध में ब्योरा एकत्र करने के लिए कहा गया था। जिसकी जानकारी आने के बाद में सेहत मंत्री के मंत्रालय ने इस पर ओके करते हुए फाइल को सीएम के पास भेज था। बाद में मामला अदालत पचड़ों में अटक गया। लेकिन आज भी सरकार दो से चार हजार तक होमगार्ड वहां लगाने की योजना पर अमल करने को तैयार है।

डाक्टरों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता-विज

सेहत मंत्री अनिल विज ने कहा कि जितनी चिंता हमेश की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की है, उतनी ही चिंता प्रदेश के डाक्टरों की सुरक्षा को लेकर भी है। कईं बार कईं तरह के मामले होते हैं, लेकिन सुरक्षा के मामले में किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं किया जाएगा। इनको सुरक्षा में लगाने का विचार काफी समय से चल रहा है, जिसमें कुछ लीगल दिक्कत आई थी। जिनको दूर कर लिया जाएगा।

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