रेल यात्रियों के लिए अच्छी खबर : श्रीगंगानगर से जींद होकर दिल्ली तक जाने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन में तीन अतिरिक्त कोच लगेंगे

हरिभूमि न्यूज. जींद
रेल में सफर करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। श्रीगंगानगर से जींद होकर दिल्ली तक जाने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन में तीन जुलाई से लेकर दो अगस्त तक रेलवे ने अस्थायी रूप से तीन अतिरिक्त कोच लगाने के आदेश जारी किए हैं। दो द्वितीय श्रेणी और एक द्वितीय श्रेणी कुर्सीयान का अतिरिक्त कोच लगने से यात्रियों को काफी सुविधा होगी। ट्रेन नंबर 12481 इंटरसिटी एक्सप्रेस पुरानी दिल्ली से दोपहर बाद एक बज कर 15 मिनट पर चलती है, जो शकूरबस्ती, बहादुरगढ़, सांपला, रोहतक, जींद, नरवाना, जाखल, मानसा, भठिंडा, अबोहर होते हुए रात आठ बजकर 35 मिनट पर श्रीगंगानगर पहुंचती है। इसी तरह ट्रेन नंबर 12482 इंटरसिटी एक्सप्रेस श्रीगंगानगर से सुबह पांच बजकर 55 मिनट पर चलती है जो अबोहर, भठिंडा, मानसा, जाखल, नरवाना, जींद, रोहतक, सांपला, बहादुरगढ़, शकुबस्ती होते हुए दोपहर बाद एक बजकर 35 मिनट पर पुरानी दिल्ली पहुंचती है। इस ट्रेन की कैपेसिटी बढ़ाते हुए रेलवे ने इसमें दो द्वितीय श्रेणी और एक द्वितीय श्रेणी कुर्सीयान के अतिरिक्त कोच लगाने के निर्देश दिए हैं। इससे हर चक्कर में 300 से ज्यादा यात्रियों को फायदा होगा। उत्तर रेलवे के प्रवक्ता अजय माइकल ने बताया कि ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगने से यात्रियों को काफी लाभ मिलेगा।
यात्रियों ने की सभी पैसेंजर ट्रेनें चलाने की मांग
कोरोना संक्रमण खत्म होने के बाद लगभग 80 प्रतिशत से अधिक ट्रेनें ट्रैक पर लौट चुकी हैं लेकिन कुरुक्षेत्र से जींद होकर दिल्ली तक जाने वाली पैसेंजर ट्रेन और जींद से पानीपत तथा सोनीपत जाने वाली पैसेंजर ट्रेनें अभी तक दोबारा से पटरी पर नहीं आई हैं। इससे यात्रियों को बहुत परेशानी हो रही है। जींद से पानीपत की तरफ जाने वाले यात्री सुनील, विजेंद्र, कुलदीप, जोगेंद्र, धर्मबीर, अमन, प्रदीप ने बताया कि वह कोरोना काल से पहले जींद से सोनीपत के बीच पांच ट्रेनें चलती थी। सुबह के समय पानीपत और सोनीपत की तरफ ट्रेन जाती थी जिससे उन्हें सुविधा रहती थी लेकिन अभी जींद से सोनीपत के बीच एक ही पैसेंजर ट्रेन चल रही हैए इसका टाइम उन्हें सूट नहीं करता। उनकी मांग है कि सभी पैसेंजर ट्रेनें चलाई जाएं। इसी तरह कुरुक्षेत्र से कैथल, जींद होकर दिल्ली जाने वाली पैसेंजर ट्रेन के बंद पड़ी होने से हजारों यात्री प्रभावित हो रहे हैं।
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