Dhan Kharid : फतेहाबाद में टारगेट पूरा होने पर परमल धान की सरकारी खरीद हुई बंद

फतेहाबाद जिला में सरकारी धान की खरीद शुक्रवार से बंद हो गई। इस बार धान का बम्पर उत्पादन होने से खरीद एजेंसियों ने बीते वर्ष से करीब सवा दो लाख एमटी धान की ज्यादा खरीद की है। सरकार की खरीद का टारगेट पूरा होते ही खरीद एजेंसियों ने धान की खरीद से अपने हाथ खींच लिए हैं। हालांकि कहा जा रहा है कि जहां धान खरीद की अत्याधिक जरूरत होगी, वहां खरीद की जा सकती है। फतेहाबाद की मण्डियों में धान की खरीद नहीं हुई।
इस समय तक जिले की 38 मण्डियों व खरीद केन्द्रों पर 8 लाख 87 हजार 807 एमटी धान की आवक हो चुकी है। इसके अलावा करीब एक लाख एमटी बासमती धान की आवक हुई है और बासमती धान की आवक अब भी जारी है जबकि सरकारी खरीद की जाने वाली पीआर धान की इक्का-दुक्का ट्रालियां ही मण्डी में आ रही हैं। अभी तक मण्डियों में 97.40 प्रतिशत परमल धान का उठान भी हो चुका है। बता दें कि इस बार मानसून की भारी बरसात के कारण क्यास लगाया जा रहा था कि धान की फसल में उत्पादन कम होगा जबकि धान का उत्पादन बीते वर्ष से सवा 2 लाख एमटी ज्यादा हुआ है। बीते वर्ष मण्डियों में 6 लाख 67 हजार धान की आवक हुई थी। इस सीजन में अब तक 8 लाख 87 हजार एमटी धान की खरीद हो चुकी है। पिछले दिनों से मण्डियों में धान ज्यादा आने व छठ पर्व के चलते मण्डियों से धान का उठान नहीं हो पाया था जबकि किसान लगातार धान ला रहे थे जिस कारण मण्डियों में लिफ्टिंग को लेकर काफी समस्या आई थी।
बीते शनिवार व रविवार को लिफ्टिंग के चलते मण्डियों के गेट बंद रखे गए थे। हालांकि इस बारे खरीद एजेंसियों का यह भी कहना है कि अभी वैरिफाई किया जाएगा कि किन-किन मण्डियों में धान पड़ा हुआ है। जरूरत हुई तो धान की खरीद फिर से की जाएगी। मालूम हो कि परमल धान का एमएसपी 2060 रुपये है, जिसे सरकार खरीद करती है। बासमती किस्म का धान 1509, 1121, डुप्लीकेट बासमती जिनके दाम 3500 रुपये से ज्यादा है, इन्हें निजी परचेजर खरीद करते हैं। सरकार द्वारा आम तौर पर धान की खरीद 15 नवम्बर तक की जाती है। इस बार टारगेट पूरा होने से खरीद पहले ही बंद कर दी गई।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS