स्कूली बच्चों के दाखिले को भी Family ID से जोड़ेगी हरियाणा सरकार, नहीं ताे छात्रवृति और प्रोत्साहन राशि से रह जाएंगे वंचित

हरिभूमि न्यूज : भिवानी
हरियाणा में शिक्षा विभाग ने फर्जी दाखिलों पर पूरी तरह से लगाम कसने के मकसद से अब बच्चों के दाखिलों को भी परिवार पहचान पत्र आईडी से जोड़े जाने के निर्देश दिए हैं। अगर किसी बच्चे का दाखिला पीपीपी आईडी से नहीं जोड़ा गया तो उस बच्चे को सरकारी की तरफ से विभिन्न योजनाओं के तहत मिलने वाली छात्रवृति व प्रोत्साहन राशि से हाथ धोना पड़ेगा। स्कूल मुखियाओं को एमआईएस पोर्टल पर प्रत्येक विद्यार्थी का पीपीपी आईडी का डाटा अपलोड करना निहायत जरूरी होगा।
शिक्षा विभाग ने इस नए फैसले की 18 अप्रैल को जारी निर्देशों में जानकारी दी। भेजे गए निर्देशों में बताया गया है कि शैक्षिण सत्र 2022-23 में सभी प्रवेश पाए विद्यार्थियों के परिवार पहचान पत्र की आईडी का डाटा लोड किया जाए। ताकि उसमें यह जानकारी मिल सके कि किस बच्चे के परिवार की कितनी सालान इनकम है और आय के स्त्रोत क्या-क्या हैं। परिवार में कितने व्यक्ति है। उसमें सभी की जानकारी होगी। कितने बालिग हैं और कितने नाबालिग। सभी का ब्योरा पीपीपी आईडी में होता है। भेजे गए निर्देशों में बताया गया है कि जिस भी विद्यार्थी का पीपीपी आईडी के तहत एमआईएस पोर्टल पर लिंक नहीं होगा। उस बच्चे को सरकार की किसी भी स्कीम का फायदा नहीं मिल पाएगा।
क्या है पीपीपी आईडी
विगत में सरकार द्वारा हर परिवार की एक आईडी तैयार करवाई गई थी। जिसमें परिवार में कितने सदस्य है। घर का मुखिया कौन है। प्रत्येक के आधार कार्ड उक्त आईडी में दर्शाए गए थे। इनके अलावा पैन कार्ड व बैंक के खाते भी इसी से जुड़े होते है। साथ ही परिवार की सालाना आय कितनी है और घर के मुखिया का मूल कार्य क्या है। घर में उपकरणों की भी जानकारी उक्त आइडी में दर्शाई गई है।
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