पराली ना जलाने पर किसानों को रुपये देगी सरकार, जानें कैसे उठाएं इस योजना का लाभ

पराली ना जलाने पर किसानों को रुपये देगी सरकार, जानें कैसे उठाएं इस योजना का लाभ
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इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों का मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य है। किसानों द्वारा पराली की गांठ बेचकर रसीद प्रस्तुत करनी होगी या पंचायत जमीन पर गांठे इकट‍्ठी करने का पंचायत द्वारा प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करना होगा।

चंडीगढ़। कृषि तथा किसान कल्याण विभाग द्वारा वर्ष 2021-22 के दौरान फसल अवशेष प्रबंधन स्टेट प्लान (एसबी-82) स्कीम के अंतर्गत बेलर द्वारा पराली ( Parali/Paddy Straw ) के बंडल/गांठ बनाकर पराली प्रबंधन करने वाले धान के किसानों को अधिकतम एक हजार रुपये प्रति एकड़ या 50 रूपये प्रति क्विंटल (20 क्विंटल प्रति एकड़ पराली मानते हुए) प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों काे मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करना अनिवार्य है।

हरियाणा के सीएम मनाेहर लाल ( Cm Manohar lal ) ने बताया कि हरियाणा सरकार ( Haryana Government ) किसानों को प्रति एकड़ एक हजार रुपये प्रोत्साहन राशि के तौर पर दे रही है, इसलिए अब पराली बेचने के लिए होड़ लगी है। इसके साथ ही अब कई कंपनियां आ गई हैं, जो पराली खरीद रही हैं और किसानों को पराली के अच्छे दाम मिल रहे हैं।

प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करना होगा

इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों द्वारा पराली की गांठ बेचकर रसीद प्रस्तुत करनी होगी या पंचायत जमीन पर गांठे इकट‍्ठी करने का पंचायत द्वारा प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करना होगा। किसानों द्वारा ऑनलाइन पोर्टल https://www.agriharyanacrm.in पर पराली की गांठ/बेल के उचित निष्पादन हेतु पंजीकरण करना होगा जिसमें कुल धान का रकबा, प्रबंधन रकबा, खाता नंबर आदि दर्ज करने होगें। ग्राम स्तरीय कमेटी द्वारा सत्यापन एंव जिला स्तरीय कमेटी द्वारा अनुमोदित उपरांत प्रोत्साहन राशि किसानों के खाते में सीधे स्थानांतरण कर दी जाएगी। इससे किसानों को बेल बेचकर अतिरिक्त आमदनी होगी वही पर्यावरण प्रदूषण में भी मुक्ति मिलेगी।

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