अरावली क्षेत्र में बढ़ेगी हरियाली, किसानों के खेतों में पौधे लगाएगा वन विभाग

अरावली क्षेत्र में बढ़ेगी हरियाली,  किसानों के खेतों में पौधे लगाएगा वन विभाग
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हरियाली बढाने के लिए पहली बार वन विभाग (Forest (Department) किसानों के खेतों में नि:शुल्क सफेदे के पौधे लगाएगा। पौधे वितरण से लेकर रोपित करने तक की जिम्मेदारी वन विभाग की होगी।

हरिभूमि न्यूज.भिवानी

भले ही कुछ इलाकों में बारिश कम हुई हो,लेकिन वन विभाग ने हरियाली बढाने के लिए पूरी तरह से कमर कस ली है। वन विभाग हरियाली को पंख लगाने के लिए किसानों के खेतों में क्लोन वाले सफेदे लगाने जा रहा है। ये सफेदे किसान के खेत में नि:शुल्क लगाए जाएंगे,लेकिन देखभाल किसान की होगी। सफेदे लगने के चार साल बाद किसान सफेदों को अपनी मर्जी से कटवाकर मुनाफा कमा सकेंगा। जिले में इस योजना के तहत एक लाख सफेदे के पौधे लगाने का टॉरगेट निर्धारित किया है। वही वन विभाग ने तोशाम इलाके अरावली क्षेत्र को हराभरा बनाने के लिए करीब 75 हेक्टेयर भूमि में पौधारोपण कार्यक्रम चलाने की योजना है। विभाग ने अपनी योजनाओं को अंतिम रूप देकर पौधारोपित कार्यक्रम की शुरुआत कर दी है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हरियाली बढाने के लिए पहली बार वन विभाग किसानों के खेतों में नि:शुल्क सफेदे के पौधे लगाएगा। पौधे वितरण से लेकर रोपित करने तक की जिम्मेदारी वन विभाग की होगी। उसके बाद की सारी जिम्मेदारी किसान की होगी। पौधों की देखभाल व उनकी सिंचाई का जिम्मा भी किसान का ही होगा। पर चार.पांच साल में जब सफेदा का पौधा तैयार हो जाएगा। उस वक्त जो पेड़ों की बिक्री से जो आय होगी। वह सारी किसान की होगी। इसके बदले में वन विभाग किसान से कुछ नहीं लेगा। साथ ही सफेदे की लकड़ी बेचने पर कोई रोकटोक भी नहीं है।

तोशाम इलाके में 75 हेक्टेयर भूमि में लगेंगे पौधे : जानकारी के अनुसार मैदानी इलाकों के अलावा पहाड़ी इलाकों को भी हराभरा बनाने के लिए वन विभाग ने अपनी तैयारी पूरी की है। वन विभाग तोशाम, खानक व अन्य पहाड़ी इलाके(अरावली क्षेत्र) में करीब 75 हैक्टेयर भूमि में पौधे लगाएगा। इसके लिए वन विभाग पहले पत्थरों की दिवार या तारबंदी करेगा। उसके बाद इन इलाकों में पौधे लगाएगा। चूंकि तारबंदी या दिवार निकलने के बाद जिस इलाके में पौधे लगाए गए है। वहां पर पशु या अन्य कोई व्यक्ति पहुंचकर पौधों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा। वन विभाग तोशाम इलाके में शीघ्र इस योजना पर कार्य करने जा रहा है।

एक लाख नब्बे हजार पौधे पंचायती जमीनों पर लगेंगे : वन विभाग ने हरियाली बढाने के लिए जिले के गांवों में पंचायती भूमि पर पौधरोपण कराए जाने का फैसला लिया है। इस योजना के तहत गांवों में करीब एक लाख नब्बे हजार पौधे रोपित करने की योजना है। ये सभी पौधे नि:शुल्क दिए जाएंगे। इसी तरह पौधागिरी योजना के तहत छठी कक्षा से लेकर 12 वीं कक्षा तक के बच्चों को एक.एक पौधा दिया जाएगा। इस योजना के तहत जिले में सवा लाख पौधे लगाने की योजना है। नहर, राजबाहे व माइनरों के किनारों पर करीब ढाई लाख पौधे लगाए जाएंगे। जिसकी तैयारी शुरू कर दी है।

पंचवटी पौधारोपण बढाएगी ऑक्सीजन का लेवल : विगत में कोरोना महामारी के वक्त ज्यादा ऑक्सीजन देने वाले पौधे (बरगद ,पिपल, आम)के तले ही लोगों को राहत मिली थी। ज्यादा ऑक्सीजन देने वाले पौधों की संख्या बढाने के लिए पंचवटी पौधारोपण योजना संचालित करने जा रही है। इस योजना के तहत पिपल, बरगद,ऑवला, सीताअशोक व ऑवला का पौधा शामिल है। जो कि सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देने वाले पौधे है। इन पौधों की ज्यादा संख्या होने के बाद वातावरण में ज्यादा ऑक्सीजन हो जाएगी। वन विभाग इसी योजना को लेकर आगे चल रहा है।

क्या कहते है अधिकारी : वन विभाग के जिला वन अधिकारी विपिन कुमार ने बताया कि जिले को हराभरा बनाने के लिए पौधारोपण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। किसानों के खेतों में वन विभाग नि:शुल्क सफेदे के पौधे लगावाएगा। ताकि हरियाली को बढाया जा सके। इनके अलावा अरावली क्षेत्र को हराभरा बनाने के लिए 75 हैक्टेयर भूमि में पौधे लगाए जाएंगे। पौधारोपण कार्यक्रम को लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए विभाग ने तैयारी पूरी कर ली।

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