ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते काेराेना केसों और संक्रमण की रफ्तार से चिंता बढ़ी

योगेंद्र शर्मा. चंडीगढ़
हरियाणा में लगातार बढ़ रहे संक्रमण व डबल म्यूटेशन महाराष्ट्र यूके को लेकर विशेषज्ञों, सरकार, डाक्टरों की चिंता बढ़ हुई है। ग्रामीण एरिया में लगातार बढ़ते जा रहे संक्रमण और मौतों ने इसका भयावह रुप भी दिखाकर चिंता में इजाफा कर दिया है। लगातार लोगों को अस्पताल में भर्ती होने और आक्सीजन की जरूरत पड़ रही है, मौतों के आंकड़े भी नीचे नहीं बल्कि ऊपर जा रहे हैं। पूरे हालात के बीच खुद सीएम, सेहत मंत्री औऱ आला अफसर नजर रखे हुए हैं। कुल मिलाकर कोविड संक्रमण और मौतों को लेकर चिंतित स्वास्थ्य विभाग के डाक्टरों विशेषज्ञ भी रात दिन हालात पर काबू रखने के लिए जुटे हुए हैं।
खुद प्रदेश के सेहत और गृहमंत्री मानते हैं कि संक्रमण बढ़ रहा है, अस्पतालाें में भर्ती होने का सिलसिला भी ज्यादा है। मौत के मामले भी चिंतित करने वाले हैं। लेकिन काफी जगह पर लैब की रिपोर्ट कईं कईं दिनों में आने संबंधी शिकायतों के बाद में मंत्री विभाग के आला अफसरों ने वीसी करने के बाद हर लैब को आदेश कर दिया है कि 24 घंटे के अंदर उन्हें हर सूरत में रिपोर्ट देनी होगी। जिससे मरीज को ठीक तरह से वक्त पर उपचार मिल सके।
वरिष्ठ माइक्रोबायोलाजिस्ट से कर चुके अफसर बैठक
पूरे मामले में मंत्री और विभागीय अफसरों का कहना है कि हम वरिष्ठ माइक्रोबायोलाजिस्टों से वीसी के जरिये मीटिंग कर चुके हैं। जिसमें बार बार संक्रमित होने, लंबे समय तक उपचाराधीन रहने के साथ गंभीर मरीजों की हिस्ट्री पर नजर रखने के लिए कहा गया है। इसके अलावा पूर्व में केंद्र को सैंपल भेजे जाते थे। जिस पर वहां से सर्विलांस रखा जाता रहा था। लेकिन अब कुल पाजिटिव केसों में पांच फीसदी मामलों के सैंपल को लेकर प्रदेश के पांच जिलों के अस्पतालों में और पांच मेडिकल कालेजों में इस पर नजर रखी जाएगी, साथ ही इनका अध्ययन भी होगा। इस क्रम में पंद्रह दिनों में पंद्रह सैंपल हर लैब को भेजने होंगे। जिससे संक्रमण और मुटेशन का अध्ययन होगा कि यह भारतीय, यूके अथवा महाराष्ट्र आदि कहां से है। इतना ही नहीं लैब में रिपोर्ट किसी भी सूरत में लेट नहीं हो यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
विशेषज्ञों ने माना डबल म्यूटेशन ज्यादा खतरनाक
विशेषज्ञों का कहना है कि इस वक्त डबल म्यूटेशन ज्यादा खतरनाक है, जिससे संक्रमण तेजी से फैल रहा और पूरे पूरे परिवार इसकी चपेट में आ रहे हैं। यही कारण है कि लोगों की अस्पताल में भर्ती होने की संख्या में तेजी आ रही है। आक्सीजन की ज्यादा लोगों को जरूरत पड़ रही है, मृत्युदर बड़ी है। निदेशक डाक्टर उषा गुप्ता औऱ एडीशनल डीजी हेल्थ वीके बंसल का कहना है कि वैक्सीनेशन के लिए भारी संख्या में लोग आगे आ रहे हैं, इसका कोई भी साइड इफेक्ट नहीं है बल्कि जैसे पहले बच्चों में वैक्सीन लगवाने पर शरीर मे रैडनेस, जहां इंजेक्शन लगने वाली साइट पर हल्का दर्द, मसल्स पेन सामान्य लक्षण हैं।
समाधान वैक्सीन जल्द से जल्द लगवाएं
प्रदेश के स्वास्थ्य एवं गृहमंत्री का कहना है कि तमाम हालात पर हम खुद चौबीसों घंटे नजर बनाए हुए हैं। इसका एक ही समाधान है कोविड के नियमों का पालन करें और वैक्सीन लगवाएं ताकि सुरक्षित रह सकें। वैक्सीन को लेकर कईं तरह की अफवाहों औऱ भ्रम को लेकर मंत्री का कहना है कि यह पूरी तरह से सुरक्षित है, इसीलिए किसी भी बात में नहीं आना चाहिए। वैसे, अब लोग वैक्सीन लगवाने के लिए लगातार आगे आ रहे हैं।
वैक्सीन से पहले और बाद में रखे एल्कोहल से गुरेज
विशेषज्ञों का कहना है कि वैक्सीन लगवाने के पहले और बाद में एल्कोहल के शौकीनों को इससे गुरेज रखना चाहिए। हरियाणा स्वास्थ्य विभाग में निदेशक डा. उषा गुप्ता इस संबंध में एहतियात बरतने की सलाह दे रही हैं। उनका कहना है कि इस संबंध में विशेषज्ञों की इस तरगह की राय मरीजों का अध्ययन करने के बाद में आ रही है। प्रदेश व देश में संक्रमित होने वाले मरीजों का ध्यान रखा जा रहा है, उन पर अध्ययन चल रहा है, इसीलिए अपना खानपान डाक्टरों की राय के हिसाब से रखें।
घरों में आइसोलेट मरीजों को पहुंचा रहे किट
प्रदेश के सेहत और गृहमंत्री विज का कहना है कि हम घरों में आइसोलेट मरीजों को किट भी पहुंचा रहे हैं, जिसमें आक्सीमीटर और उपचार के लिए दवा आदि सामग्री है। घरों में रहकर अपना ध्यान रखें, बाकी गंभीर मरीजों के लिए अस्पतालों में पूरे इंतजाम हैं।
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