गुरनाम चढूनी बोले : जब तक किसान राजनीति में नहीं आएगा, तब तक सुधार नहीं हो सकता

गुरनाम चढूनी बोले : जब तक किसान राजनीति में नहीं आएगा, तब तक सुधार नहीं हो सकता
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गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि किसानों को राजनीति में भागीदारी करनी चाहिए। जब तक किसान राजनीति में नहीं आएगा, तब तक किसानों की हालत में सुधार नहीं हो सकता।

हरिभूमि न्यूज कुरुक्षेत्र। भारतीय किसान यूनियन चढूनी गुट की बैठक जाट धर्मशाला में आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने की। बैठक में मौजूद किसानों ने देश के मौजूदा हालातों पर विचार विमर्श किया। गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि किसानों को राजनीति में भागीदारी करनी चाहिए। जब तक किसान राजनीति में नहीं आएगा, तब तक किसानों की हालत में सुधार नहीं हो सकता।

उन्होंने कहा कि इस बारे मौजिज लोगों से विचार-विमर्श करने के बाद आगामी बैठक में फैसला लिया जाएगा। उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यदि कोई सरकार के खिलाफ बोलता है तो उस पर ईडी की रेड तो कभी सीबीआई की रेड डाल दी जाती है। सरकार सारी पॉलिसी कारपोरेट के पक्ष में बना रही है और आमजन को भूखा मारा जा रहा है। बेमौसमी मार से खराब हुई फसल बारे उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्होंने पहले भी कृषि एवं कल्याण विभाग हरियाणा सरकार को पत्र लिखा है। उनकी मांग है कि खराब फसलों की गिरदावरी पारदर्शी तरीके से करवाई जाए।

उन्होंने कहा कि क्षतिपूर्ति पोर्टल की तिथि 15 अप्रैल तक बढ़ाई जाए। मुआवजा 15 हजार एकड़ की बजाए 40 हजार एकड़ किया जाए। एसकेएम द्वारा किए जाने वाले आंदोलन बारे उन्होंने कहा कि एसकेएम कोई आंदोलन नहीं कर पाएगा। इस जन्म में तो छोड़ों वह इससे अगले जन्म में भी आंदोलन नहीं कर पाएगा। वो केवल लोगों को गुमराह करेगा। एसकेएम ने पंजाब में कहा था कि जो चुनाव में जाएगा हम उसका बहिष्कार करेंगे परंतु वे खुद राजनीति में जा रहे है।


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