कलेंडर विवाद में बेकफुट पर आया HAU प्रशासन, चौधरी चरण सिंह की फोटो प्रकाशित ना करने पर मांगी माफी, UP चुनाव में भी उठा मामला

कलेंडर विवाद में बेकफुट पर आया HAU प्रशासन, चौधरी चरण सिंह की फोटो प्रकाशित ना करने पर मांगी माफी, UP चुनाव में भी उठा मामला
X
मंगलवार को किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने विवि परिसर में प्रदर्शन किया। तनाव को देखते भारी पुलिस को तैनात कर दिया गया। बाद में कुलपति प्रो. बीआर काम्बोज तथा किसान संगठनों के बीच बैठक हुई, जिसमें दोनों पक्षों में सहमति बन गई।

हिसार। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा जारी वार्षिक कलेंडर पर चौधरी चरणसिंह की फोटो नहीं प्रकाशित करने पर मंगलवार को किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने विवि परिसर में प्रदर्शन किया। तनाव को देखते भारी पुलिस को तैनात कर दिया गया। बाद में कुलपति प्रो. बीआर काम्बोज तथा किसान संगठनों के बीच बैठक हुई, जिसमें दोनों पक्षों में सहमति बन गई।

स्टीकर देख फिर भड़के किसान

कुलपति से बातचीत करने के बाद किसान कुलपति कार्यालय से बाहर आए गए। इसी बीच हकृवि प्रशासन ने किसानों को चौधरी चरणसिंह की फोटो के साथ लगे कलेंडर वितरित कर दिए। किसानों ने कलेंडर को ध्यान से देखा तो कलेंडर पर चौधरी चरणसिंह का फोटो की बजाय उनका स्टीकर लगा हुआ था। इस पर किसान फिर से भड़के गए और प्रदर्शन करने लगे। उन्होंने आरोप लगाया कि विवि प्रशासन लीपापोती करने में लगा है।

ओएसडी ने की किसान संगठनों से बातचीत

माहौल बिगड़ता देख परिसर में और अधिक पुलिस बुला ली गई। डीएसपी अभिमन्यु लोहान भी मौके पर पहुंच गए। कुलपति कार्यालय के बाहर पार्क में बैठे किसान संगठनों से मिलने के लिए कुलपति के ओएसडी डॉ. अतुल ढींगड़ा पहुंचे और उनसे बातचीत शुरू की। डॉ. ढींगड़ा ने कहा कि इस प्रकरण के लिए वे क्षमा मांगते हैं और भविष्य में भी इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि ऐसी भूल न हो। इसके अलावा कुलपति ने किसान संगठनों को जो आश्वासन दिया है, उसे पूरा किया जाएगा।

'तू घणा ठेकेदार ना बण्ण'

कुलपति के ओएसडी डॉ. अतुल ढींगड़ा किसान संगठनों के प्रतिनिधियों से बातचीत कर रहे थे तो इस दौरान कुलसचिव भी वहां पहुंच गए। कुलसचिव ने बातचीत में हस्तक्षेप करना चाहिए तो एक किसान ने उन्हें बीच में ही टोकते हुए कहा कि 'तू घणा ठेकेदार ना बण्ण'। इसके बाद कुलसचिव चुप हो गए। बाद में एक अन्य हकृवि कर्मचारी ने किसानों को बताया कि यह विवि के कुलसचिव हैं।

किसान सहमत हुए : डॉ ढींगड़ा

कुलपति के ओएसडी डॉ. अतुल ढींगड़ा ने बताया कि कुलपति महोदय के आश्वासन के बाद किसान सहमत हो गए और सौहार्दपूर्ण तरीके से बैठक को समाप्त कर दिया गया। उन्होंने कहा कि छोटे कलेंडर छपवाकर सभी विभागों में वितरित कर दिए गए हैं जबकि बड़े कलेंडर जोकि दिल्ली से छपने हैं, सोमवार तक चौधरी चरण सिंह की फोटो सहित छपकर आ जाएंगे। किसानों ने विश्वविद्यालय के इस आश्वासन पर सहमति जताई और बैठक शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न हुई। ओएसडी ने बताया कि एचएयू की प्रकाशन यूनिट की ओर से छपवाए गए पूराने कलेंडर में चौधरी चरण सिंह जी की ड्रोन से ली गई तस्वीर छपी हुई है जिसमें उनकी प्रतिमा दिखाई दे रही है जो कलेंडर के बिल्कुल मध्य में स्थित है। हालांकि उनकी मंशा फोटो को न छापकर किसी की भावनाओं को आहत नहीं करना था। भविष्य में इस तरह की खामियों को लेकर विशेष ध्यान रखा जाएगा ताकि किसी की भावनाओं को ठेस न पहुंचे।

कुलपति ने माफी मांगी : नंबरदार

किसान सभा के जिलाध्यक्ष शमशेर सिंह नंबरदार ने बताया कि कुलपति ने कलेंडर पर चौधरी चरणसिंह का फोटो नहीं प्रकाशित करने के लिए माफी मांगी है और उन्होंने कलेंडर पर चौधरी चरणसिंह की फोटो के साथ नए कलेंडर प्रकाशित करवाने का आश्वासन दिया है।

यूपी चुनाव में छाया एचएयू कैंलेंडर से चौधरी चरणसिंह की फोटो हटाने का मामला

हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के वार्षिक शैक्षणिक कैलेंडर से चौधरी चरण सिंह की फोटो हटाने का मामला अब यूपी चुनावों में भी मुद्दा बन गया है। हरियाणा के कांग्रेस प्रभारी विवेक बंसल के समर्थन में यूपी के अलीगढ़ कोल विधानसभा क्षेत्र में पहुंची हरियाणा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा सहित कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उक्त मामले में बीजेपी को आड़े हाथों लिया। हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट के प्रदेश चेयरमैन एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल ने कहा कि एक तरफ जहां गृह मंत्री अमित शाह यूपी में जाट पंचायत कर रहे हैं, वहीं चौधरी चरण सिंह के नाम से बने विश्वविद्यालय के वार्षिक कैलेंडर से ही उनकी फोटो गायब कर ऐसे महानुभावों को नजरअंदाज किया जा रहा है। इससे बीजेपी की मानसिकता का साफ पता चलता है।

Tags

Next Story