हरियाणा विधानसभा मानसून सत्र : अंतिम चरण में छहः विधेयक पेश, बाद में होंगे पास, कांग्रेसियों से पुलिस ने किया दुर्व्यवहार तो स्पीकर बोले- जांच होगी

चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा मानसून-सत्र की शुक्रवार दोपहर से शुरुआत हो गई है, पहले दिन की कार्यवाही के अंतिम चरण में छह बिल पेश किए गए, जिन पर चर्चा के बाद में सोमवार को इन्हें पास किया जाएगा। विपक्ष कांग्रेस की ओर से पहले ही तैयारी की गई थी, हाई कोर्ट चौक से विधानसभा की ओर हाथों में तख्ती, बैनर लेकर नारेबाजी करते हुए कूच कर रहे नेता विपक्ष और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुडडा और बाकी विधायकों को पुलिस ने रोक लिया, इस दौरान धक्का मुक्की भी हुई। पूरे मामले में कांग्रेस की ओऱ से सदन के बाहर और अंदर अच्छा खासा विरोध प्रदर्शन व शोरगुल किया गया। जिसके बाद में पूरे मामले में स्पीकर विधानसभा ज्ञानचंद गुप्ता ने विधानसभा की विशेषाधिकार कमेटी से जांच कराने का आश्वासन दिया, तो जाकर मामला शांत हुआ। सदन में पहले दिन किसान आंदोलन, इसमें मरने वाले किसानों के अलावा भर्ती परीक्षा में नकल संबंधी मामले पकड़े जाने जैसे विषयों को लेकर विपक्षी विधायकों ने बार बार आवाज उठाई। सदन में आक्सीजन की कमी से होने वाले मौतों और कोविड संक्रमण की दूसरी लहर को लेकर कांग्रेस की ओर से मुद्दे उठाए गए। जिसके जवाब में खुद मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने बताया कि किस तरह से राज्य सरकार ने चुनौती के बावजूद व्यवस्था को ठीक रखा व आक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई।
शुक्रवार को हरियाणा विधानसभा का मानसून सत्र की शुरुआत दो पहर दो बजे हुई। सबसे पहले शोक प्रस्तावों के जरिये सत्तापक्ष और विपक्ष की ओऱ से सभी दिवंगत आत्माओं की आत्मा कीशांति के प्रार्थना की गई। इसके बाद में प्रश्नकाल की शुरुआत हुई। शुक्रवार को सदन की कार्यवाही का पहला दिन था, जिसमें कोविड संक्रमण, किसान आंदोलन, किसानों की मौत सहित दर्जनों मामले उठाते विपक्ष ने हमला बोला। कुल मिलाकर अब शनिवार और रविवार को अवकाश रहेगा। सोमवार को दोपहर दो बजे ही कार्यवाही की शुरुआत होगी। कुल मिलाकर तीन दिनों तक ही सत्र चलेगा।
सबसे पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल की गैर मौजूदगी में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने शोक प्रस्ताव पढ़े। इसके बाद में परंपरा के अनुसार नेता विपक्ष, संसदीय कार्यमंत्री और स्पीकर विधानसभा ने भी शोक जाहिर किया, दो मिनट का मौन रखा गया। प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस की ओऱ से जगबीर सिंह मलिक ने आक्सीजन की कमी का मुद्दा उठाया, मरने वालों के असली आंकड़ों के बारे में सवाल दागा, तो सरकार की ओऱ से बताया गया कि कोविड की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई और ना ही कोई रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इस पर कांग्रेस की ओर से काफी देर तक शोरगुल करते हुए आंकड़े छिपाने के आरोप लगाए। सदन को बताया गया कि कोविड से 24 मार्च से 31 जुलाई तक 9635 लोगों की जान गई है। इस दौरान 26 डॉक्टरों और अन्य स्टाफ को 50 लाख का जीवन बीमा कवर प्रदान किया गया।
सदन में कांग्रेस की ओऱ से सदन की कार्यवाही शुरु होने से पहले प्रदर्शन व पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट मार्ग से सदन की ओर आने के दौरान रोष मार्च को रोकने के दौरान पुलिस से झड़पें व धक्का मुक्की भी हुई। कांग्रेसी नेताओं ने इस दौरान पेपर लीक कांड से संबंधित तख्तियां और बैनर हाथ में लिए हुए थे। सभी ने एक सुर में सीबीआई से जांच कराने की मांग उठाई थी। नेता विपक्ष ने बाहर हुई घटना के बारे में नाराजगी जाहिर करते हुए स्पीकर के सामने पूरा मामला रखा और इसकी जांच की मांग की। काफी देर तक सदन में शोरगुल व बहस के बाद में स्पीकर ने विधानसभा की विशेषाधिकार कमेटी से जांच कराने का आश्वासन दिया, इस पर कांग्रेसी शांत हो गए।
कांग्रेस का आरोप जानबूझकर देरी कराई गई
विधानसभा में जाने के वक्त रोक देने और विधायकों को अंदर नहीं जाने देने से नाराज नेता विपक्ष और पूर्व सीएम ने कहा कि वे दस साल सीएम रहे और सांसद भी रहे लेकिन इसतरह से पुलिस की ओर से धक्का मुक्की कभी नही की गई। पूर्व सीएम ने आरोप लगाया कि विधानसभा के अंदर विघायकों को आने से कौन रोक सकता है ? भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हमें जानबूझकर लेट करने के लिए इस तरह का कदम उठाया है।
तीन दिनों में प्रस्तावित बिजनेस पूरा हो जाएगा
ज्ञान चंद गुप्ता ने सदन में विपक्ष की ओर से इसे काफी छोटा बताए जाने पर कहा कि विधानसभा सत्र तीन दिन का रहेगा, फिलहाल जो बिजनेस है, उसके हिसाब से यह ठीक है। आने वाले वक्त में अगर जरूरत पड़ी तो इसे बढ़ाने पर विचार करेंगे अगर कामकाज पूरा हुआ, तो उसकी जरूरत नहीं होगी। स्पीकर ने यह भी कहा कि प्रश्नकाल तीन दिन चलेगा। विपक्ष की तरफ से पेपर बिल को लेकर कईं ध्यानाकर्षण प्रस्ताव भी दिए गए। लेकिन स्पीकर ने एक एक ध्यानाकर्षण को लेकर स्थिति साफ करते हुए वरुण मुलाना का स्वीकार करने की बात कही। साथ ही साफ कर दिया कि एक दिन में दो ही ध्यानाकर्षण लगाए जा सकते हैं। प्रश्नकाल के बाद में जीरो अवर चलाने पर विपक्ष की ओऱ से भी तारीफ की गई।
छह विधेयक पहले ही दिन पेश, बाद में होंगे पास
हरियाणा विधान सभा के मानसून सत्र के पहले दिन आज छह : विधेयक सदन के पटल पर रखे। इन विधेयकों पर बाद में विस्तार से चर्चा होगी। सदन पटल पर रखे गए विधेयकों में हरियाणा नगर पालिका क्षेत्रों में अपूर्ण नागरिक सुख सुविधाओं व अवसंरचना का प्रबंधन विशेष उपबंध संशोधन विधेयक ,2021, महर्षि बाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय कैथल संशोधन विधेयक, 2021, हरियाणा लोकायुक्त संशोधन विधेयक 2021, हरियाणा उद्यम प्रोन्नति द्वितीय संशोधन विधेयक, 2021,पंडित लख्मीचंद राज्य प्रदर्शन और दृश्य कला विश्वविद्यालय रोहतक संशोधन विधेयक, 2021 और भूमि अर्जन, पुनर्वासन और पुनव्यस्र्थापन में उचित प्रतिकर और पारदर्शिता अधिकार हरियाणा संशोधन विधेयक 2021 शामिल हैं। सोमवार को इन पर चर्चा के बाद में इन्हें पारित कर दिया जाएगा।
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