Haryana CET : सीईटी के परिणाम में खामियां बनी सिरदर्द ....

Haryana CET Result : हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ओर से तृतीय श्रेणी के लिए कराई सीईटी (कॉमन एलिजिबिलिटी) की परीक्षा परिणाम में खामियों ने नई सिरदर्दी पैदा कर दी है। जिसके कारण एचएसएससी की ओ j से इनको दूर करने के लिए जल्द ही दो सप्ताह का वक्त दिया जाएगा।
सीईटी परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों की ओऱ से लगातार इस संबंध में शिकायतें की जा रहीं हैं। सोशल मीडिया में भी इस तरह की खबरें चल रहीं हैं। खास बात यह है कि पीपीपी (परिवार पहचान पत्र) में आय बीपीएल की श्रेणी से ऊपर होने के बावजूद गलती से पांच अंक जोड़ दिए गए हैं, जिसमें सरकारी नौकरी नहीं होने का कारण बताया गया है। बताया जा रहा है कि कुछ तकनीकी दिक्कतों और साफ्टवेयर की कमी के कारण इस तरह की खामियां हुई हैं।
खुद आयोग के चेयरमैन स्वीकार करते हैं, साथ ही उनका यह भी कहना है कि पंजीकरण की प्रक्रिया के वक्त गलती कर दी है। काफी मामलों में आर्थिक आय़ बीपीएल से ज्यादा होने के बावजूद और सरकारी नौकरी नहीं होने सूरत में पांच अंक दे दिए गए हैं, अर्थात परिवार की आय को अनदेखा कर दिया गया है। कईं कालम भरने में भी उम्मीदवारों से गलती हुई है, क्योंकि कईं प्रकार से परिवार का विवरण लेते हुए अलग अलग अंक दिए जाने हैं। अब आयोग की ओर से इस पर विचार मंथन के साथ ही आईटी विशेषज्ञों से बातचीत कर एक लिंक जारी करने व एक फार्म आनलाइन जारी होगा, जो भी उम्मीदवार अपने अंकों को ठीक कराना चाहेंगे, उनको ठीक कर दिया जाएगा। वैसे, इस बार यह परीक्षा 7,73,572 उम्मीदवारों ने दी थी, जिसमें 4,77,926 पुरुष व 2,95,627 महिला और 19 ट्रांसजेंडर थे। कुल मिलाकर 2,25,05 पुरुष व 1,32, 551 महिलाएं व छह थर्ड क्वालीफाई हुए हैं। इस तरह से 4,16,010 ने परीक्षा में सफलता प्राप्त की है।
यहां पर उल्लेखनीय है कि बीती दस जनवरी को ग्रुप सी सीईटी का परीक्षा परिणाम जारी किया गया था। इसमें खामियां मिलने के साथ ही नया सिरदर्द पैदा हो गया है। काफी संख्या में उम्मीदवार इस तरह की शिकायत आयोग को कर रहे हैं, इतना ही नहीं उम्मीदवार आपस में भी सोशल मीडिया ग्रुप में इन्हें शेयर कर रहे हैं। वैसे, ज्यादा मामले सामाजिक आर्थिक मानदंड के अंक सीईटी के स्कोर में जोड़ दिए जाने के आ रहे हैं। बीपीएल परिवारों की श्रेणी में आने वाले काफी संख्या में परीक्षा उर्तीण करने वालों को पांच अंक नहीं मिले हैं, अर्थात उनकी आय 1.80 लाख से कम होने के बाद भी नहीं मिले, जबकि काफी संख्या में आय इसके ऊपर खुद घोषित कर दिए जाने वालों के अंक जोड़े गए हैं। इसी तरह से आरक्षित श्रेणी में होने और उनकी आय क्रीमीलेयर के अनुसार ज्यादा होने के बाद भी पांच अंक दिए गए हैं। इसके अलावा अंकों को लेकर कईं अन्य तरह की शिकायतें भी आयोग के पास में लगातार पहुंच रही है, जिसके आधार पर आयोग ने एक मौका देने का फैसला लिया है। जल्द ही आनलाइन एक लिंक जारी होगा और दो सप्ताह के अंदर अंदर उम्मीदवारों को उस पर फार्म भरकर इसे अपडेट करना होगा।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS