हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष सैलजा बोलीं- राइट टू रिकॉल बिल लोकतंत्र पर प्रहार

चंडीगढ़। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष सैलजा ने हरियाणा विधानसभा (Haryana Vidhan Sabha) में सरकार द्वारा लाए गए राइट टू रिकॉल बिल को लोकतंत्र (Democracy) पर प्रहार बताया है। उन्होंने कहा कि यह बिल पूरी तरह से जनविरोधी है। इसके साथ ही सैलजा ने प्रदेश में जहरीली शराब से हुई मौतों (Deaths) को लेकर उच्च स्तरीय जांच करवाने और मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की फीस बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग की है।
सैलजा ने कहा कि हरियाणा विधानसभा में सरकार द्वारा पंचायती राज में लाया गया राइट टू रिकॉल बिल लोकतंत्र पर प्रहार है। इसके साथ ही अब जनता द्वारा सीधे चुने गए मेयर के विरुद्ध भी अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जब राइट टू रिकॉल का प्रावधान सांसदों, विधायकों के लिए नहीं है तो हरियाणा में पंचायती राज और मेयर के खिलाफ यह क्यों लाया जा रहा है?
BJP-JJP सरकार जनविरोधी #RightToRecall बिल के जरिए हरियाणा में पंचायती राज व्यवस्था को कुचलते हुए हमारे लोकतंत्र पर प्रहार कर रही है। (1/2)
— Kumari Selja (@kumari_selja) November 6, 2020
सैलजा ने कहा कि इससे विकास कार्य ठप हो जाएंगे। गांवों में धड़े बंदी को बढ़ावा मिलेगा और सामाजिक ताना बाना टूटेगा। इससे निरंतर अस्थिरता का माहौल बना रहेगा। बार-बार चुनाव होने से पैसों व संसाधनों की भी बर्बादी होगी। यदि बार-बार निर्वाचित उम्मीदवार को खारिज़ करना शुरू कर दिया गया तो बार-बार चुनाव किए जाएंगे। चुनाव एक खर्चीली प्रक्रिया है जहाँ सरकार का पैसा तो खर्च होता ही है साथ ही उम्मीदवारों द्वारा भी खर्च किया जाता है। यदि बार-बार चुनाव हुए तो आर्थिक के साथ-साथ सामाजिक समस्याएं भी खड़ी होंगी।
सैलजा ने कहा कि सरकार द्वारा आनन फानन में लाए गर यह प्रावधान किसी भी तरह से तर्कसंगत नहीं है। यह पूरी तरह जनविरोधी हैं। उन्होंने कहा कि बिना विपक्षी दलों से बातचीत किए, बिना फीडबैक लिए आनन-फानन में पास किया गया यह बिल बताता है कि सरकार की नीयत बिल्कुल भी ठीक नहीं है।
शराब से हो रही मौतों व सरकारी मेडिकल कॉलेजों में फीस बढ़ोतरी को लेकर सवाल खड़े
सैलजा ने हरियाणा प्रदेश में जहरीली शराब से हो रही मौतों और सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की फीस बढ़ोतरी को लेकर हरियाणा सरकार पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश के कई हिस्सों में जहरीली शराब से 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और यह आंकड़ा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में नकली शराब बनाने वाले गिरोह की सक्रियता किसकी शह पर बनी हुई है? यह हरियाणा प्रदेश में चरमराई हुई कानून व्यवस्था का एक और बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि इसके लिए हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार जिम्मेदार है। इससे पहले लॉकडाउन में हरियाणा प्रदेश में हुए शराब घोटाले पर पर्दा डालने का काम इस सरकार ने किया। जहरीली शराब से हुई मौतों के मामले में मुख्यमंत्री मनोहर लाल से तुरंत उच्च स्तरीय जांच करवाकर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
सरकारी मेडिकल कॉलेजों में फीस बढ़ोतरी को लेकर सैलजा ने कहा कि यह सरकार गरीब वर्ग को शिक्षा से वंचित करना चाहती है। सरकार मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस फीस को 53 हजार से बढ़ाकर 10 लाख तक कर रही है। यह बढ़ोतरी बिल्कुल भी बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। यह बढ़ोतरी हरियाणा प्रदेश के युवाओं के हितों पर कुठाराघात है। देश के किसी भी सरकारी कॉलेज में एमबीबीएस की इतनी फीस नहीं है। आखिर हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार केंद्र सरकार की परिपाटी पर चलते हुए क्यों गरीबों की दुश्मन बनी हुई? इस बढ़ोतरी को तुरंत प्रभाव से वापस लिया जाए।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS