Haryana Day : आज 55 साल का हो गया म्हारा हरियाणा, जानिये अपने प्रदेश के बारे में

Haryana Day : आज 55 साल का हो गया म्हारा हरियाणा, जानिये अपने प्रदेश के बारे में
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Haryana Diwas : आज हरियाणा प्रदेश को बने पूरे 55 साल हो गए हैं। एक नवंबर 1966 को पूर्वी पंजाब से अलग होकर हरियाणा का निर्माण हुआ था। तब से लेकर आज की तारीख तक हरियाणा में काफी बदलाव आ गया हैं। कभी इसकी पहचान रेतीले और कीकर के जंगल तक सीमित थी। जब राज्य का गठन हुआ था, उस समय सात जिले बनाए गए थे जिनकी संख्या आज 22 है।

Haryana Day : आज हरियाणा प्रदेश को बने पूरे 55 साल हो गए हैं। एक नवंबर 1966 को पूर्वी पंजाब से अलग होकर हरियाणा का निर्माण हुआ था। तब से लेकर आज की तारीख तक हरियाणा में काफी बदलाव आ गया हैं। कभी इसकी पहचान रेतीले और कीकर के जंगल तक सीमित थी। जब राज्य का गठन हुआ था, उस समय सात जिले बनाए गए थे जिनकी संख्या आज 22 है। कांग्रेस के भगवत दयाल शर्मा पहले मुख्यमंत्री और धर्मबीर सिंह हरियाणा के पहले राज्यपाल बने थे। वर्तमान में मनोहर लाल खट‍्टर 18वें मुख्यमंत्री हैं और बंडारू दत्तात्रेय 18वें राज्यपाल हैं।राज्य का गठन होने के बाद प्रदेश के युवाओं ने विश्व पटल पर अपनी प्रतिभाओं से खेल, शिक्षा और सुरक्षा समेत तमाम क्षेत्रों में नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। पढें-लिखे किसानों की बदौलत खेती में भी काफी बदलाव देखा गया है। तीन दशकपहले गांव में लैंप की रोशनी के सहारे ही लोग जीवन बिता रहे थे। अब हर गांव और शहर में बिजली की सुजवधा है। यातायात सुविधाओं के क्षेत्र में भी प्रदेश ने काफी तरक्की है।

55 हो गए विश्वविद्यालय

1966-67 में केवल एक ही विश्वविद्यालय था जबकि आज 2020-21 में इनकी संख्या 55 से ऊपर है। राज्य की उत्कृष्ट शिक्षा नीति के परिणामस्वरूप रोहतक व सोनीपत व हिसार जिले एजुकेशन हब के रूप में उभर रहे हैं।

शिक्षा का हब

55 वर्षों में कॉलेजों की संख्या 140 से बढ़कर 5200 से अधिक, तकनीकी शिक्षा क्षेत्र में बहुतकनीित कॉलेजों की संख्या 6 से 187 तथा इंजीनियरिंग कॉलेजों की संख्या एक से बढ़कर 94 हो गई है। राज्य को शिक्षा के हब बन रहा है।

स्कूलों की भरमार

राज्य भर में लगभग 20000 स्कूल हैं। जिनमें से 10100 सरकारी स्कूल, 36 आरोही स्कूल, 11 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, 29 मॉडल संस्कार स्कूल, 7844 सरकारी प्राथमिक विद्यालय, 3376 सरकारी माध्यमिक विद्यालय, 1274 सरकारी हाई स्कूल और 1968 सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय हैं।

महिला शिक्षा दर 66 फीसदी

शिक्षा क्षेत्र में जहां 1971 की जनगणना के अनुसार 27 फीसदी हरियाणा के लोग शिक्षित थे, 2011 जनगणना के अनुसार यह 75 फीसदी से भी ऊपर है। महिला शिक्षा दर जो मात्र 15 फीसदी थी, वह बढ़कर 66 को पार कर गई है।

मेडिकल कॉलेज हो गए 13

हरियाणा गठन के समय राज्य में एक ही मेडिकल कॉलेज था, आज इनकी संख्या 13 हो गई है और की सीटें 100 से हटकर आज 1700 से ऊपर है। सरकार हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने का ऐलान कर चुकी है।

245 स्टेडियम हो गए

जहां राज्य में 1966-67 में मात्र एक खेलकूद स्कूल था। आज इनकी संख्या 24 है। गांवों में इसी समय में एक भी स्टेडियम नहीं था, आज 2020-21 में इनकी संख्या 245 है। प्रदेश के हर बड़े गांव में स्टेडिम बन रहे है।

22 हो गए जिले

हरियाणा का गठन वर्ष 1966 में हुआ था। उस समय हरियाणा में सात जिले अंबाला, गुरुग्राम, करनाल, हिसार, जींद, महेंद्रगढ़ व रोहतक थे। अब इन जिलों की संख्या बढकर 22 हो गई है जबकि हांसी पुलिस जिला है।

सड़कों का जाल

हरियाणा राज्य में सड़कों की कुल लंबाई 26062 किलोमीटर है, जिसमें 2482 किलोमीटर, राष्ट्रीय राजमार्ग 1701 किलोमीटर, राज्य राजमार्ग 1395 किलोमीटर, प्रमुख जिला सड़कें 20344 किलोमीटर हैं।

प्रति व्यक्ति आय में आगे

हरियाणा में प्रति व्यक्ति आय जो 1966-67 में मात्र 608 रुपये थी 2019-20 में बढ़कर 2,64,207 हो गई है। राज्य की इसी कालखण्ड में मात्र 540 रुपये से 8,31,610/-रुपये हो चुकी है। इसमें देशभर में साइबर सिटी के नाम से पहचान बना चुके गुरुग्राम का सबसे बडा योगदान है। अगले कुछ सालों में इसमें बड़ी वृद्धि की उम्मीद है।

उद्योगों को लगे पंख

राज्य का 1966-67 में निर्यात मात्र साढ़े 4 करोड़ का था, आज यह आंकड़ा 1,05,292 करोड़ को पार कर रहा है। इसी प्रकार पूरे हरियाणा में 1966-67 में छोटे पंजीकृत उद्योग मात्र 4500 थे। आज इनकी संख्या लगभग सवा दो लाख के निकट पहुंच गई है। बड़े और मध्यम दर्जे के उद्योगों की संख्या 162 से 3542 हो गई।

खाद्यान में 900 फीसदी वृद्धि

सरकार की इन्हीं कृषि संबंधी साकारत्मक नीतियों के कारण इसी छोटे से कालखंड में खाद्यानों के उत्पादन में राज्य ने 900 प्रतिशत की वृद्धि हो गई। गेहूं का उत्पादन 11 लाख टन से बढ़कर 120 लाख टन हो गया, चावल उत्पादन 3.50 लाख से 66 लाख टन हो गया। फल और सब्जियों के उत्पादन में भी भारी वृद्धि हुई।

विकास का पथ

हिसार स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय एशिया का सबसे बड़ा कृषि विश्वविद्यालय है, वहीं, गुरु जांभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विवि समेत राज्य में कई राष्ट्रीय संस्थान हैं, जो प्रदेश को विकास के पथ पर ले जा रहे हैं।

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