विदेशों में होगा हरियाणा के फूलों का निर्यात: गुरुग्राम में भी हॉलैंड तकनीकी पर बनाई जाएगी ग्लोबल फूल मंडी

कृषि एवं पशुपालन तथा मत्स्य मंत्री जेपी दलाल डेलीगेशन के साथ बागवानी तथा कृषि क्षेत्र में नई-नई तकनीकी जानकारी लेने के लिए यूरोपीय देशों के दौरे पर गए हुए हैं। उन्होंने हॉलेण्ड में अलसमीर फ्लोरा मार्केट का दौरा कर वहां पर फुलों की हर रोज की जा रही ऑनलाइन नीलामी प्रक्रिया का अवलोकन किया। इस मार्केट से प्रेरित होकर उन्होंने कहा कि हरियाणा के गुरुग्राम में भी इसी तकनीकी के आधार पर आधुनिक स्तर की ग्लोबल फूल मंडी बनाई जाएगी। इस मंडी से यहां के फूल विदेशों में निर्यात किए जाएंगे। इससे हरियाणा सहित एनसीआर के फूल उत्पादक किसानों की आय में बढोतरी होगी। उनके साथ कृषि विभाग की एसीएस सुमिता मिश्रा भी हालैंड दौरे पर हैं।
उन्होंने बताया कि इस मार्केट में लगभग 44 मिलियन फूल रोजाना बाहर से आ रहा है और उसकी 30 प्रतिशत नीलामी में स्थानीय नीलामी दाता तथा 70 प्रतिशत नीलामी में अन्य देशों के लोग भाग ले रहे है। इस प्रक्रिया में सभी फूलों की नीलामी का कार्य ऑटोमेटिक और इलेक्ट्रोनिकली डच सिस्टम के तहत नीचे से ऊपर तक किया जा रहा है जिसमें बोली दाता न्यूनतम निर्धारित कीमत पर हाथों हाथ नीलामी देता है। फूलों के उत्पाद के हर फूल की लम्बाई, साईज और संख्या की विस्तृत जानकारी 24 घण्टें बोर्ड पर अंकित होती है।
Visited Aalsmeer Flora Holland market today. pic.twitter.com/MHdO9sH52R
— Jai Parkash Dalal (@JPDALALBJP) October 6, 2022
कृषि मंत्री ने बताया कि बोली के बाद सफल बोली दाता उत्पाद की डिलीवरी लेने से पहले ऑनलाइन ही भुगतान करता है। फूलों की देखभाल एवं सम्भाल के लिए बड़े स्तर का वातानुकुलित हॉल होता है जिसमें फूलों का रखरखाव करने के लिए 9 से 12 डिग्री तक गैलरी एरिया में भी तापमान होता है। मार्केट में दो बडे स्तर की 10 फीट चौड़ाई की गैलरी जो पूरी मार्केट का संचालन करने के लिए बनाई होती है।उन्होंने बताया कि यह मार्केट 1962 में स्थापित की गई थी और अब इसे समय समय पर अपग्रेड किया गया है। हॉल का कुल एरिया साईज में फुटबाल मैदान से 250 गुणा बड़ा होता है। इस फूल व्यापार मार्केट का वार्षिक टर्न ओवर लगभग 30000 करोड़ और लगभग 5000 से अधिक फूल उत्पादक एवं सप्लायर इससे जुडे़ हुए है जों 80 प्रतिशत फूलों की सप्लाई हर रोज बाहर निर्यात कर रहे है।
कृषि मंत्री ने कहा कि हरियाणा के एनसीआर क्षेत्र में इस तरह की फूल मार्केट बनाकर लोगों को बेहतर प्लेटफार्म उपलब्ध करवाया जा सकता है। इसके लिए कृषि मंत्री के साथ विदेश गए दल ने विस्तार से मार्केट में व्यापारियों के साथ बातचीत कर उनके अनुभव सांझा किए। उन्होंने कहा कि हालेंड की फूल मंडी की तर्ज पर किसानों की आर्थिक दशा सुधारने के लिए गुरुग्राम में भी इसी तकनीकी के आधार पर विशाल फूल मंडी बनाई जाएगी। इस मंडी से विदेशों में फूलों का होगा निर्यात और हरियाणा सहित पूरे एनसीआर के फूल उत्पादक किसानों को फायदा मिलेगा।
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