STF के सामने पेश न होना पड़ा महंगा, IPS ​धीरज सेतिया को हरियाणा सरकार ने किया सस्पेंड, जानें पूरा मामला

STF के सामने पेश न होना पड़ा महंगा, IPS ​धीरज सेतिया को हरियाणा सरकार ने किया सस्पेंड, जानें पूरा मामला
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एसटीएफ ने नोटिस भेजकर धीरज सेतिया को बीते सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन वह नहीं पहुंचे। एसटीएफ उनका पूरा दिन इंतजार करती रही। राज्य की सरकार ने इसका कड़ा संज्ञान लिया और सेतिया के कदम को अनुशासनहीनता मानते हुए कड़ी कार्रवाई कर दी।

चंडीगढ़। राज्य की मनोहरलाल सरकार ने करप्शन के मामलों में जीरो टालरेंस की नीति के तहत 2013 बैच के आईपीएस धीरज सेतिया को निलंबित कर दिया है। धीरज सेतिया फिलहाल सुनारिया, रोहतक में तृतीय आईआरबी में कमांडेंट के पद पर तैनात हैं। आदेश के अनुसार धीरज सेतिया को निलंबन अवधि के दौरान पुलिस मुख्यालय पंचकूला के साथ संबद्घ रहेंगे। सेतिया को जीवन यापन के लिए उन्हें जरूरी भत्ते मिलेंगे। यहां पर उल्लेखनीय है कि गुरुग्राम में अल्फा बिल्डर के ठिकाने से करोड़ों की चोरी के मामले की जांच में एसटीएफ के सामने पेशी के लिए बुलाए जाने के बाद भी पेश नहीं होने पर सेतिया को निलंबित किया है।

सेतिया का निलंबन आदेश शुक्रवार को अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह विभाग राजीव अरोड़ा ने जारी किया है। एसटीएफ ने नोटिस भेजकर धीरज सेतिया को बीते सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन वह नहीं पहुंचे। एसटीएफ उनका पूरा दिन इंतजार करती रही। राज्य की सरकार ने इसका कड़ा संज्ञान लिया और सेतिया के कदम को अनुशासनहीनता मानते हुए कड़ी कार्रवाई कर दी। पांच माह पहले वाटिका सिटी की चर्चित चोरी का मामला राष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियां बना हुआ है। अल्फा बिल्डर के ठिकाने से करोड़ों की चोरी के मामले में एसटीएफ ने कमिश्नरी में तैनात रहे आईपीएस धीरज सेतिया को जांच में शामिल होने के लिए बीते सप्ताह नोटिस भेजा था। बिल्डर के ठिकाने पर बीते दो अगस्त को चोरी में दिल्ली के गैंगस्टर विकास लगरपुरिया का नाम भी आ चुका है।

पहले इसे मामूली चोरी बताया गया, फिर 20 दिन बाद खेड़की दौला थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया। लाखों की चोरी की बात सामने आने पर मामले की जांच सीआईए-31 को दी गई। जिसने दिल्ली अपराध शाखा के एएसआई विकास गुलिया को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ और शिकंजा कसने के बाद में पता लगा कि करोड़ों की चोरी का मामला है। पूरे मामले में गंभीरता दिखाते हुए डीजीपी पीके अग्रवाल ने जांच एसटीएफ को सौंप दी है। एसटीएफ के सामने दिल्ली के दो फाइनेंसरों ने एक करोड़ से अधिक राशि, तीन किलो सोना और 50 लाख की विदेशी मुद्रा के साथ आत्मसमर्पण कर दिया। इन लोगों से पूछताछ में तीन डॉक्टरों का नाम भी सामने आए थे। दिल्ली के द्वारका के रहने वाले डॉक्टर के साथ गुरुग्राम के डॉ. सचिंद्र जैन और डॉ. जेपी सिंह को एसटीएफ गिरफ्तार कर चुकी है। एसटीएफ पूरे मामले की कड़ियां जोड़ रही है। अब पूरे मामले में एसटीएफ धीरज सेतिया से भी पूछताछ की तैयारी में है, लगातार मामले में बड़ी मछलियों पर शिकंजा कस रही एसटीएफ को पूरी उम्मीद है कि आने वाले समय में कुछ अन्य अहम जानकारी सामने आ सकती है।





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