Haryana Mausam Update : सितंबर में औसत पारा 3 डिग्री तक बढ़ा, जानें- आगे कैसा रहेगा मौसम

Haryana Mausam Update  : सितंबर में औसत पारा 3 डिग्री तक बढ़ा, जानें- आगे कैसा रहेगा मौसम
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चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार की तरफ मौसम को लेकर जो बुलेटिन जारी किया गया है। उसमें बताया गया है कि 24 तक प्रदेश में बारिश हो सकती है। ऐसे-ऐसे पूर्वानुमान एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी की तरफ पिछले दिनों जारी किए गए। लेकिन कम ही क्षेत्रों में बरसात हुई।

Rohtak News : बीते अगस्त में बारिश नहीं हुई तो गर्मी ने भी 122 साल का रिकॉर्ड तोड़ डाला था। अब सितंबर भी कहीं तपिश का रिकॉर्ड ध्वस्त न कर दे। गत 22 सितंबर तक तापमान को लेकर एक्यूवेदर ने जो डाटा जारी किया है, वह काफी चौकान्ने वाला है। वर्ष 2022 की 21 सितंबर तक रोहतक का प्रतिदिन का औसत तापमान 35.18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया था। जबकि चालू महीने की ही 21 सितंबर तक ही एवरेज अधिकतम तापमान 39.18 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। सितंबर 2022 की बजाय सितंबर 2023 का औसत तापमान 3 डिग्री सेल्सियस अधिक है। जोकि काफी बड़ा अंतर है। तापमान अधिक रहने की वजह जहां जन-जीवन परेशान है। वहीं खरीफ की पैदावार भी कम होने की आशंका दिन-प्रतिदिन बलवती होती जा रही है।

चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार की तरफ मौसम को लेकर जो बुलेटिन जारी किया गया है। उसमें बताया गया है कि 24 तक प्रदेश में बारिश हो सकती है। ऐसे-ऐसे पूर्वानुमान एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी की तरफ पिछले दिनों जारी किए गए। लेकिन कम ही क्षेत्रों में बरसात हुई। लेकिन इस बार वर्षा होने की काफी उम्मीद है। इसकी खास वजह यह है कि तीन दिन तक मौसम में बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण होने जा रहा है। ध्यान रहे कि हरियाणा समेत उत्तर भारत में मानसून सीजन में पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव नहीं होते हैं।

मानसून की विदाई का समय

आमतौर जब सितंबर में मानसून की विदाई हो जाती है तो फिर वर्स्टन डिस्ट्रबैंस सक्रिय होने पर राज्य में बरसात होती है। यूं भी कहा जा सकता है कि अक्टूबर से लेकर जून में जब-तक मानसून नहीं पहुंचता है, तब-तक पश्चिमी विक्षोभों से बारिश होती है। कृषि विश्वविद्यालय हिसार के मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खिचड़ बताते हैं कि चार-पांच दिन पहले भी हरियाणा में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ था, जिसकी वजह से बरसात हुई थी। अब फिर से 22 से 24 सितंबर तक एक और वर्स्टन डिस्ट्रबैंस एक्टिव होने जा रहा है। जिससे राज्य में कहीं-कहीं हल्की-हल्की बरसात होने की उम्मीद है। डॉ. खिचड़ ने कहा कि ऐसे कम ही मौके आए हैं, जब मानसून के दौरान पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो।

कम होगा तापमान

भले ही बीते 21 सितंबर तक राज्य में सितंबर 2022 की तुलना में ज्यादा गर्मी पड़ी हो। लेकिन अब मौसम भी बदलेगा। अगर पूर्वानुमान के मुताबिक तीन दिन तक रिमझिम हो जाती है तो पारा भी गिरेगा। ऐसा अनुमान चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार का ही है। मौसम वैज्ञानिक डॉ. मदन खिचड़ ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव तथा राजस्थान के ऊपर एक साईक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से तथा अरब सागर की तरफ से मानसूनी हवाएं आने की संभावना से राज्य में मौसम 25 सितंबर तक परिवर्तनशील बने रहने की संभावना है। इस दौरान 22 सितंबर रात्रि से 24 सितंबर के दौरान बीच-बीच में गरजचमक व हवाओं के साथ कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। इसके बाद तापमान में गिरावट होना संभावित है।

जनवरी 2023 का औसत तापमान 2022 की बजाय 1.1 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा

बीती जनवरी का औसत तापमान 2022 की बजाय 1.1 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। जनवरी 2023 को एवरेज अधिकतम तापमान 18.5 दर्ज किया गया। जनवरी 2022 में 17.4 था। इस प्रकार फरवरी 2023 और 2022 के तापमान की तुलना करें तो अंतर 3.3 डिग्री सेल्सियस का रहा। फरवरी 2022 का एवरेज दिन का तापमान 23.2 था। जबकि फरवरी 2023 में एवरेज आंकड़ा 26.5 रहा। जिस तरह से फरवरी में पारा बढ़ रहा था, उससे एहसास होने लगा था कि अबकि बार तो मार्च में ही गर्मी रिकॉर्ड तोड़ देगी। लेकिन हुआ इसके विपरित। मार्च 2022 का एवरेज तापमान 33.2 डिग्री था। जबकि 2023 का औसत 30.0 रहा। यानि के 2022 की अपेक्षा 2023 में तापमान 2.3 डिग्री सेल्सियस कम रहा। अप्रैल का औसतन 4.3 डिग्री सेल्सियस कम रहा। एक दिन भी लू नहीं चली। अप्रैल में कई दिन तो ऐसे भी बीते की अधिकतम तापमान सामान्य से 7-8 डिग्री सेल्सियस कम रहा। अब सितंबर में गर्मी से हमें राहत मिलनी चाहिए थी। लेकिन गत वर्ष की अपेक्षा इस बार 21 सितंबर तक औसतन 3 डिग्री पारा ज्यादा रहा।

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