हरियाणा पंचायत चुनाव सम्पन्न : 117 पंचायत समिति सदस्य, 284 सरपंच व 40092 पंच सर्वसम्मति से चुने, पढ़ें आंकड़े

हरियाणा पंचायत चुनाव सम्पन्न : 117 पंचायत समिति सदस्य, 284 सरपंच व 40092 पंच सर्वसम्मति से चुने, पढ़ें आंकड़े
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22 जिला परिषदों की कुल 411 सीटों के लिए कुल 3072 उम्मीदवार खड़े हुए थे, इसी प्रकार, पंचायत समितियों में 2964 सदस्यों के लिए कुल 11888 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था।

हरियाणा में पंचायत चुनाव सम्पन्न हो गए हैं। राज्य निर्वाचन आयुक्त धनपत सिंह ने बताया कि हरियाणा में 143 पंचायत समितियों के 3081 सदस्यों में से 117 पहले ही सर्वसम्मति से निर्विरोध चुन लिए गए थे। शेष 2964 सदस्यों के लिए 11888 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था। 22 जिला परिषदों के 411 सदस्यों के लिए चुनाव करवाए गए। इन पदों के लिए 3072 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था। जिला परिषद सदस्य की सीट ग्रामीण क्षेत्र में लोक प्रतिनिधित्व की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण होती है, इसके लिए सभी जिलों में प्रत्याशियों में कड़ा मुकाबला रहा।

पंचायती राज संस्थाओं के आम चुनाव 2022 की मुख्य बातें

कुल ग्राम पंचायतें - 6,221

चुनाव हुए - 6,220 ( ग्राम पंचायत संभालका खंड लाडवा जिला कुरुक्षेत्र का कार्यकाल फरवरी 2023 में पूर्ण होगा। वहां चुनाव उसके पूर्ण होने के पश्चात ही करवाए जाएंगे )

सरपंच पद के लिए जहां कोई नामांकन प्राप्त नहीं हुए - 8

सर्वसम्मति से चुने गए सरपंचों की संख्या - 284

उच्च न्यायालय में दायर सिविल याचिका के कारण जिन गांवों में सरपंचों के चुनाव नहीं हुए - 4

कुल पंचों की संख्या - 61,985

पंच पद के लिए जहां कोई नामांकन प्राप्त नहीं हुए - 1755

सर्वसम्मति से चुने गए पंचों की संख्या - 40092

उच्च न्यायालय में दायर सिविल याचिका के कारण जिन गांवों में पंचों के चुनाव नहीं हुए - 2

पंचायत समितियों के कुल सदस्य - 3081

सर्वसम्मति से चुने गए सदस्य - 117

तीन चरण में हुए चुनाव

राज्य निर्वाचन आयुक्त धनपत सिंह ने बताया कि राज्य में पंचायती राज संस्थाओं के तीनों स्तर यानि ग्राम पंचायतों, पंचायत समितियों तथा जिला परिषदों के पिछले आम चुनाव दिसम्बर, 2015 में हुए थे तथा पंच, सरपंच, जिला परिषद और पंचायत समिति के सदस्यों के शपथ ग्रहण के बाद पहली बैठक 16 फरवरी 2016 को हुई थी। अतः इनका पांच वर्ष का कार्याकाल 15 फरवरी 2021 को पूर्ण हो गया था। लेकिन पहले कोविड -19 के कारण फिर किसान आंदोलन तथा बाद में पंजाब एंव हरियाणा उच्च न्यायालय में दायर किए गए सविल रिट याचिकाओं तथा कुछ अन्य अपरिहार्य कारणों से चुनाव समय पर नहीं करवाए जा सके। अंततः राज्य निर्वाचन आयोग ने अक्तूबर 2022 में पंचायती राज संस्थाओं के आम चुनावों की घोषणा की तथा यह चुनाव तीन चरणों में करवाने का चुनाव कार्यक्रम जारी किया गया।

पहले चरण में 9 जिले, भिवानी, झज्जर, जीन्द, कैथल, महेन्द्रगढ़, नूहं, पंचकूला, पानीपत और यमुनानगर मेें 30 अक्तूबर को पंचायत समितियों और जिला परिषदों के सदस्यों के लिए तथा 2 नवम्बर को इन जिलों में ग्राम पंचायतों के पंचों एवं सरपचों के चुनाव के लिए मतदान हुआ। दूसरे चरण में 9 जिले, अंबाला, चरखी दादरी, गुरूग्राम, करनाल, कुरूक्षेत्र, रेवाड़़ी, रोहतक, सिरसा तथा सोनीपत में पंचायत समितियों और जिला परिषदों के सदस्यों के चुनाव के लिये 9 नवम्बर को मतदान हुआ तथा इन जिलों की सभी ग्राम पंचायतों के पंचों और सरपंचों के चुनाव के लिये 12 नवम्बर 2022 को मतदान हुआ।

27 एवं 28 अक्तूबर 2022 को फरीदाबाद में सभी राज्यों के गृह मंत्रियों के शिखर सम्मेलन के कारण तथा राज्य में 3 नवम्बर को आदमपुर विधानसभा के उप-चुनाव के कारण फरीदाबाद, पलवल, हिसार तथा फतेहाबाद जिलों में पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों को तीसरे चरण में रखा गया। इन चारों जिलों में पंचायत समितियों और जिला परिषदों के सदस्यों के लिये मतदान 22 नवम्बर 2022 को हुआ तथा इन जिलों की ग्राम पंचायतों के पंचों और सरपंचों के चुनाव के लिये मतदान 25 नवम्बर 2022 को हुआ।

लम्बे इंतजार के बाद मिला मौका

राज्य के सभी 22 जिलों के लिए जिला परिषदों के 411 सदस्यों तथा 143 खण्डों में पंचायत समितियों के शेष 2964 सदस्यों के चुनाव के लिए मतों की गिनती आज शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुई। इस प्रकार लम्बे इंतजार के बाद हरियाणा राज्य में ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को ग्राम पंचायतों, पंचायत समितियों तथा जिला परिषदों के लिए अपने उम्मीदवारों को चुनने का मौका मिला। इन सभी निर्वाचित प्रत्याशियों के नामों की नोटिफिकेशन हरियाणा राज्य सरकारी गज़ट में विधिवत रूप से 30 नवम्बर 2022 से पहले जारी कर दी जाएगी। राज्य में पंचायत समिति के चेयरमैन तथा जिला परिषद के अध्यक्ष ( प्रेसीडेंट ) का चुनाव प्रत्यक्ष रूप से नहीं होता है।

जिला परिषद सदस्य चुनेंगे जिला परिषद अध्यक्ष

पंचायत समिति के लिए चुने गए सदस्यों में से पंचायत समिति के चेयरमैन का चुनाव होगा तथा इसी प्रकार जिला परिषद के लिए चुने गए सदस्यों द्वारा ही जिला परिषद अध्यक्ष का चुनाव किया जाता है। जहां तक राजनीतिक दलों द्वारा इन चुनावों में अपने उम्मीदवार उतारने का प्रश्न है, पंचों और सरपंचों के चुनाव में किसी भी राजनीतिक दल ने अपने चुनाव चिन्ह पर नहीं लड़ा। हालांकि पंचायत समितियों में कुछ जिलों में बसपा, इनेलो तथा सीपीआईएम ने कुछ वार्डों में अपने उम्मीदवार चुनाव में खड़े किये थे। जिला परिषदों के सदस्यों के लिये सभी राजनीतिक दलों ने कुछ वार्डों में अपने उम्मीदवारों को पार्टी चुनाव चिन्ह पर लड़वाया था। 22 जिला परिषदों की कुल 411 सीटों के लिए कुल 3072 उम्मीदवार खड़े हुए थे, जिनमें 114 आप, 102 भाजपा, 71 बसपा, 98 इनेलो, 4 सीपीआईएम और 2 जजपा से संबंधित थे। इसी प्रकार, पंचायत समितियों में 2964 सदस्यों के लिए कुल 11888 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था जिसमे 46 बसपा, 2 इनेलो और सीपीआईएम से संबंधित थे। अन्य सभी उम्मीदवार आज़ाद उम्मीदवार थे।

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