चोर गिरोह पकड़ने के ऑपरेशन में हरियाणा पुलिस के ASI शहीद, राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार

हरिभूमि न्यूज. कलायत/कैथल
हरियाणा-पंजाब सीमा पर चोर गिरोह को काबू करने के लिए कलायत उपमंडल के गांव कौलेखां के हरियाणा पुलिस में एएसआई पद पर तैनात 45 वर्षीय जोगेंद्र कौलेखां ने ड्यूटी पर जांबाजी का परिचय देते शहादत दे दी। शुक्रवार को बाद दोपहर यह हादसा उस समय हुआ जब जोगेंद्र कौलेखां वाहन चोरों को काबू करने के लिए अभियान चला रहे थे। चोरों को काबू करने के ऑपरेशन में उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई। शनिवार बाद दोपहर जोगेंद्र कौलेखां का पार्थिव शरीर लेकर हरियाणा पुलिस के 50 जवानों का दल पैतृक गांव कौलेखां पहुंचा। परिवार व सामाजिक परंपराओं के निर्वहन के बाद हरियाणा पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर पुलिस ने राजकीय सम्मान के साथ ग्रामीणों की मौजूदगी में जांबाज अधिकारी को अंतिम विदाई दी।
जवानों ने मातमी धुन के साथ सलामी देते हुए हवा में फायर किए गए। शहीद जोगेंद्र के बड़े भाई लोक निर्माण विभाग में कार्यरत नरेंद्र सिंह और समाज सेवी कामरेड साधु राम कौलेखां ने बताया कि वर्ष 1997 में भाकियू आंदोलन के दौरान गोली लगने से उनके पिता फौजी गोपी राम का निधन हो गया था। वर्ष 2000 में जोगेंद्र की नियुक्ति बतौर सिपाही हरियाणा पुलिस में हुई। वे हरियाणा के राज्यपाल व कई बड़े राजनेताओं की सुरक्षा में बतौर कंमाडों भी तैनात रहे। कुशल सेवाओं के कारण सिपाही से मुख्य सिपाही और कुछ समय पहले एएसआई पद पर उनको पदोन्नति मिली। परिवार में पत्नी सुदेश देवी के साथ दो बेटे हैं। लंबे समय से वे पंचकूला में रहते हुए हरियाणा पुलिस में सेवाएं दे रहे थे।
शहीद जोगेंद्र सिंह को सम्मान के साथ अंतिम विदाई देते हरियाणा पुलिस बल के जवान
पंचकूला प्रशासन ने व्यक्त किया गहरा दुख
पंचकूला सेक्टर 19 चौंकी प्रभारी राममेहर सिंह ने बताया कि पुलिस को वाहन चोर गिरोह की सूचना मिली थी। चोरों को काबू करने के लिए एएसआई जोगेंद्र सिंह आपरेशन की अगुवाई कर रहे थे। इस दौरान उन्हाेंने चोर को काबू किया। जैसे ही वे चोर को काबू कर वाहन की तरफ बढ़े तो अचानक जमीन पर बैठ गए हालात बिगड़ने पर अस्पताल ले जाया गया वहां चिकित्सक टीम ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। ड्यूटी निभाते हुए इस जांबाज ने जिस प्रकार शहादत दी उस पर हरियाणा पुलिस के साथ पंचकूला प्रशासन को नाज है। हरियाणा पुलिस ने जहां अपने कर्तव्यनिष्ठ कर्मी को खोया वहीं उनके साथ काम करने वाले सहकर्मियों ने अपने एक सहर्दय साथी को खो दिया।
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