हरियाणा पुलिस ने राजस्थान के बेल जंपर से हड़पे 9 करोड़ के बिटकॉइन, सिरसा के SHO लाइन हाजिर, सोनीपत के दो पुलिसकर्मी सस्पेंड

सिरसा। 2013 के धोखाधड़ी के मामले में वांछित रहे राजस्थान के नीमका थाना छावनी की ज्ञान विहार कॉलोनी निवासी बेल जंपर शशिकांत शर्मा की गिरफ्तारी का मामला उलझता ही जा रहा है। सिरसा में दर्ज हुई जीरो एफआईआर की जांच जयपुर पुलिस करेगी। सिरसा के एसपी डॉ. अर्पित जैन ने शहर थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया है। जबकि इस मामले से जुड़े चार कर्मचारियों को शोकॉज नोटिस जारी कर जवाब तलबी की है। वहीं सोनीपत के दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है।
बता दें कि 2013 के धोखाधड़ी के मामले में शशिकांत वांछित रहा है। जिसकी जानकारी सोनीपत पुलिस के कर्मचारियों को थी। सोनीपत पुलिस ने शशिकांत को पकड़कर सिरसा पुलिस के हवाले किया। पुलिस ने रोजनामचा में एंट्री करने की बजाए उसे एलआईसी बिल्डिंग के पास से गिरफ्तार दिखा दिया। थाना प्रभारी के समक्ष गिरफ्तारी के बाद आरोपी शशिकांत ने अपहरण की जानकारी दी। उसे जयपुर फ्लैट से उसे व उसके दोस्त को जबरन उठाया गया है। फिर सोनीपत पुलिस द्वारा उसे खरखौदा ले जाया गया और उसकी पत्नी को वाट्सएप काल कर 25 बिटकाइन देने की मांग की। बाद में उसके मोबाइल में चल रहे खाते से 30 बिटकाइन ( 9 करोड़ रुपए कीमत ) किसी अन्य के खाते में ट्रांसफर कर लिए। सोनीपत पुलिस उसे खरखौदा पुलिस स्टेशन लेकर गई। लेकिन वहां के कर्मचारियों ने उसे लेने से मना कर दिया। बाद में सोनीपत पुलिस उसे सिरसा लेकर आई। शहर थाना पुलिस के हवाले कर दिया।
मामला एसपी के संज्ञान में आने के बाद जीरो एफआईआर दर्ज की गई। घटना जयपुर की होने के कारण राजस्थान पुलिस को भेज दिया गया। इस मामले में अब सिरसा शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर विक्रम सिंह पर गाज गिरी है। एसपी डाॅ. अर्पित जैन ने उसको थाना प्रभारी से हटा कर लाइन हाजिर कर दिया है। वहीं चार अन्य पुलिस कर्मियों को नोटिस जारी किए गए हैं। एसपी ने कहा कि अगर पुलिस कर्मी मामले में संलिप्त पाए गए तो उनके खिलाफ अनुशासत्मक कार्रवाई की जाएगी। एसपी डॉ. अर्पित जैन ने बताया कि आरोपी शशिकांत पर धोखाधड़ी का राजस्थान में 9 व कुरुक्षेत्र में एक मामला दर्ज है। जबकि एक मामला सिरसा में दर्ज है। सिरसा पुलिस की पूछताछ में शशिकांत ने सोनीपत पुलिस को कटघरे में खड़ा किया है। आरोप अपहरण और जबरन 9 करोड़ रुपए कीमत के बिटकॉइन हड़पने का है।
सिरसा के बरनाला रोड भगत सिंह कॉलोनी निवासी विजय शर्मा ने 11 सितंबर 2013 को शशिकांत व पांच लोगों के विरुद्ध करेंसी ट्रेडिंग में इन्वेस्टमेंट के नाम पर धोखाधड़ी करने का केस दर्ज कराया था। तब शिकायत में बताया गया कि अन्य आरोपियों ने विजय शर्मा की मुलाकात शशिकांत व उसके पिता से करवाई थी। जिसके बाद उन्होंने फारेन एक्सचेंज में अधिक मुनाफा बताया और 17 जनवरी 2013 को पांच लाख रुपये उनके खाते में जमा कराया। इसके बाद 18 जनवरी को 65 हजार रुपये की राशि जमा करवाई, फरवरी के आखिरी तक उन्होंने 8 लाख 65 हजार रुपये जमा करा दिए। जून माह में शिकायतकर्ता ने आरोपी से संपर्क किया और मुनाफे के बारे में जानकारी ली लेकिन उन्होंने सही जानकारी नहीं दी। इस मामले में सिरसा के एसपी डॉ अर्पित जैन ने बताया कि सिरसा शहर थाना में जीरो एफआईआर की गई है। मामले की जांच जयपुर पुलिस करेगी। हालांकि मामले में सिरसा सिटी थाना प्रभारी को तुरंत प्रभाव से लाइन हाजिर किया गया है। चार अन्य पुलिस कर्मियों को नोटिस जारी कर जवाब तलबी की गई है।
सोनीपत : निलंबित किए दो पुलिस कर्मी
सिरसा के नौ साल पुराने धोखाधडी के मामले में आरोपी को अगवा कर नौ करोड़ के बिटक्वाइन जबरन ट्रांसफर कराने के आरोपी सोनीपत के दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। एसपी ने विभागीय जांच शुरू कराकर एएसपी को जांच अधिकारी बनाया है। आरोपियों में एक एएसपी खरखौदा का तत्कालीन रीडर और दूसरा गोहाना थाने का मुंशी है। एएसआई शिवकुमार की पहचान एएसपी खरखौदा के तत्कालीन रीडर के रूप में हुई। उसको सस्पेंड कर दिया गया। वहीं मोनू की पहचान हेड कांस्टेबल पवन कुमार के रूप में हुई। वह गोहाना थाने में तैनात था। उसको भी संस्पेंड कर दिया गया है। वहीं इनके तीन अन्य साथियों की पहचान का प्रयास किया जा रहा है।
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