हरियाणा विधानसभा मानसून सत्र : कानून व्यवस्था और बेरोजगारी जैसे मुद्दे गूंजे, कांग्रेस का वॉकआउट, कई विधेयक लिए वापस

चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा मानसून-सत्र के पहले दिन की कार्यवाही के दौरान सोमवार को विपक्ष ने राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था, बेरोजगारी, जलभराव जैसे विषयों को उठाया। कानून व्यवस्था पर लाए गए काम रोको प्रस्ताव को स्पीकर द्वारा ध्यानाकर्षण में बदलने से नाराज कांग्रेसी विधायकों ने एक बार वॉकआउट किया। कानून व्यवस्था को लेकर सदन में जवाब में गृह मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस शासनकाल की याद दिलाई और सदन में अतीत के आंकड़े रखे, तो कांग्रेस की ओर से हंगामा व शोरगुल किया गया। कानून व्यवस्था को लेकर इनेलो विधायक अभय चौटाला, बलराज कुंडू, डा. रघुबीर कादियान, शमशेर सिंह गोगी ने भी हमला बोला। कानून व्यवस्था की हालत को लेकर गृह मंत्री विज को इस्तीफे की नसीहत दे रहे रघुबीर कादियान को संसदीय कार्य मंत्री कंवरपाल ने करारा जवाब दिया। देर शाम को स्पीकर ने कुछ विधायी कार्य का भी निपटारा किया। सोमवार को सदन की विधिवत कार्यवाही तो दोपहर दो बजे से ही शुरुआत हुई। उसके पहले विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता की अध्यक्षता में विधायकों को सभी की टेबल पर स्थापित किए एप्पल के आईपैड के बारे में विस्तार से समझाया गया, टेक्निकल टीम एनआईसी औऱ आईटी विशेषज्ञों ने विधायकों द्वारा लगातार किए जा रहे सवालों के उत्तर दिए।
दोपहर दो बजे सबसे पहले जहां राष्ट्रगान के साथ में शुरुआत हुई। वहीं शोक प्रस्तावों के जरिये सबसे पहले सदन के नेता सीएम मनोहरलाल ने शोक प्रस्ताव पढ़े, उनके बाद में नेता विपक्ष और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और तीसरे नंबर पर विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने सभी दिवंगतों को शोक संवेदनाएं देते हुए सदन में दो मिनट के लिए मौन रखा। इसके बाद में प्रश्नकाल की शुरुआत की गई। वैसे, विधानसभा मानसून सत्र के पहले दिन विधायकों को आईपैड का प्रशिक्षण और इससे संबंधित सवालों के उत्तर देने के लिए टीम बुलाई गई थी।
दोपहर दो बजे से सत्र शुरू हुआ। इस दौरान विपक्ष की ओऱ से पहले से ही कानून व्यवस्था पर घेरने की पूरी तैयारी थी। पहले दिन इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला कुछ देरी से सदन में पहुंचे। कानून व्यवस्था, विधायकों को मिल रही धमकी मामले में सवाल खड़े करते हुए कांग्रेस की ओऱ से खासा शोरगुल व हमला किया गया, तो गृहमंत्री विस्तार से जवाब देने खड़े हो गए। कांग्रेसी विधायकों ने उनके काम रोको प्रस्ताव को ध्यानाकर्षण में बदल दिए जाने पर सवाल खड़़े किए और सदन से सांकेतिक वॉकआउट किया सदन की कार्यवाही और कानून व्यवस्था को लेकर जिस वक्त शोरगुल हंगामा चल रहा था, उस दौरान लगभग एक घंटे से ज्यादा वक्त स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता किसी काम से बाहर गए हुए थे। शोरगुल, हंगामे व विपक्ष को हमलावर होते देख सीएम को भी कईं बार खड़े होना पड़ा। कानून व्यवस्था पर कांग्रेसी विधायक रघुबीर कादियान ने विज को यहां तक बोल दिया, कि वे होते, तो इस्तीपा दे देते। इस पर विज को संसदीय कार्यमंत्री कंवरपाल गुर्जर का साथ मिला, जिन्होंने कांग्रेस शासनकाल की याद दिलाते हुए पूछ लिया कि कितने मंत्रियों ने उस वक्त इस्तीफा दिया था, थोड़ा बता दो। कानून व्यवस्था पर अभय चौटाला भी जमकर भड़के उस दौरान विज कुछ देरी के लिए बाहर गए थे, तो इनेलो विधायक ने सवाल खड़े किए, तो विज जल्द ही वापस सीट पर आकर बैठ गए। विज ने यह भी कहा कि मेरा पूरा फोकस काम पर है, विधायकों को धमकी देने वालों को हमने कैसे गंभीर प्रयास कर पकड़ा है, उस पर धन्यवाद करने व पुलिस टीम की सराहना करने के बजाय विपक्ष तंज कस रहा है, खास तौर पर विज ने कांग्रेस पर हमला बोला, इस पर नेता विपक्ष बोले पुलिस टीम द्वारा किए काम की हम सराहना करते हैं, हुड्डा के साथ में उनके बाकी विधायक भी खड़े हुए।
अंतिम चऱण की कार्यवाही में कई विधेयक लिए वापस
हरियाणा विधानसभा सत्र की पहले दिन की कार्यवाही के अंतिम चरण में कई विधेयक वापस लेने की औपचारिकता भी पूरी हुई। जिसमें संगठित अपराध के बाद में लाया गया हरकोका भी वापस लिया गया है। यहां पर उल्लेखनीय है कि हरिभूमि ने इस पर राष्ट्रपति आफिस की ओऱ से कुछ आपत्ति के साथ इसे वापस भेजा गया था। अब राज्य सरकार संशोधन के बाद दोबारा पास कर इसको भेजने का काम करेगी। हरियाणा संगठित अपराध नियंत्रण विधेयक 2020 को सदन में पेश कर वापस लिया गया। यहां पर यह भी याद दिला दें कि विधेयक को नंवबर 2020 में राष्ट्रपति के पास भेजा गया था, परंतु इसमें विसंगतियां पाई गई। दंड प्रक्रिया संहिता हरियाणा संशोधन विधेयक 2022 को पुन स्थापित करने की अनुमति दी गई। हरियाणा नगर पालिका संशोधन विधेयक 2022, हरियाणा नगर निगम संशोधन विधेयक 2022 को वापस लेने का प्रस्ताव भी सदन में सर्वसम्मति से पास किया गया। कानून व्यवस्था, जलभराव, सड़तकों की खराब हालत जैसे मुद्दे हर वक्ता की जुबां पर थे।
तीन दिनों पर नेता विपक्ष ने ली चुटकी
विधानसभा सत्र के दौरान नेता विपक्ष और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुडडा ने बार बार चुटकी ली और कहा कि य़ह सत्र कम से कम एक सप्ताह तक चलना चाहिए। अवैध खनन, डीएसपी की हत्या का मामला, विधायकों और प्रमुख लोगों की सुरक्षा का मामला सभी पर जमकर चर्चा कराई जाए। कानून व्यवस्था पर काम रोको को ध्यानाकर्षण में बदल दिए जाने पर नाराज कांग्रेसी विधायकों ने एक बार नाराजगी दिखाते हुए सदन वाकआउट भी किया। विज ने कानून व्यवस्था पर बात विस्तार से रखी, तो कांग्रेसी लगातार तंज कसते रहे और सत्तापक्ष की बेंचों से भी उन्हें जवाब मिलता रहा।
विधायक शमशेर गोगी का अंदाज और बहस
सदन में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर बोलने खड़े हुए असंध से विधायक शमशेर गोगी ने अलग ही अंदाज में जह देश के पीएम से लेकर झंडा फहराने पर तंज किया, तो स्पीकर गुप्ता ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि विषय पर रहा करें, फालतू विषयों को छेड़ने की इजाजत नहीं हैं। इस दौरान सत्तापक्ष की ओर से असीम गोयल और महिपाला ढांडा ने गोगी को जमकर जवाब दिया, तो हंगामा व शोरगुल हो गया। दोनों तरफ से कईं विधायक खड़े हो गए बाद में सीएम मनोहरलाल ने सभी को शांत किया व स्पीकर ने हस्तक्षेप किया। इस दौरान गीता भुक्कल और आफताब अहमद को भी स्पीकर ने बिना अनुमति खड़े होकर बोलने पर टोका। शमशेर गोगी ने चुटकी लेते हुए यह भी कहा कि जब सदन के अंदर (हाउस का ला एंड आर्डर) ही ठीक नहीं है। कांग्रेस न होती तो देश भी न होता। गोगी ने कहा कि नूंह की घटना में एक डीएसपी शहीद हो गया। अवैध खनन की जांच क्यों नहीं कराई जा रही..। इसी तरह से कृषि मंत्री और तोशाम की विधायक किरण चौधरी के बीच भी तीखी नोकझोंक हुई। किरण चौधरी ने पानी टेल तक नहीं पहुंचाने पर नाराजगी जाहिर की। कृषि मंत्री जेपी दलाल ने इस स्थिति से सदन को अवगत करायाा।
सरकारी स्कूलों में बच्चों के लिए खरीदे गए टैब एक ही कंपनी सैमसंग से खरीदे जाने पर बलराज कुंडू ने सवाल खड़े कर दिए, इस पर शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने विस्तार से जवाब दिया व बताया कि विधिवत टेंडर प्रक्रिया अपनाकर यह खरीद हुई है। बाकी बच्चे इसे पढ़ाई के लिए ही प्रयोग करें, इसका भी बंदोबस्त किया गया है। विधायक चिरंजीव राव ने शहर में पानी भरने और मंत्री के वहां से निकलने का उल्लेख किया। जिस पर डा. बनवारी लाल ने कहा कि तीन एसटीपी बने हुए है। पंपिग स्टेशनों की क्षमता 65 हजार प्रति लीटर निकालने की है। विधायक ने कहा कि पानी निकासी जल्दी निकाला जाए। सीएम मनोहर लाल ने इस दौरान बताया कि राजस्थान के मुख्य सचिव से बातचीच हुई है। हरियाणा और राजस्थान का संयुक्त एसटीपी बनाया जाएगा, देर शाम को स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने कईं विधायकी कार्य भी निपटाने का काम किया।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS