हरियाणा विधानसभा बजट सत्र : संसदीय कार्य मंत्री कंवरपाल बोले- पुरानी पेंशन कांग्रेस के समय में ही बंद की गई थी

हरियाणा विधानसभा बजट सत्र : संसदीय कार्य मंत्री कंवरपाल बोले- पुरानी पेंशन कांग्रेस के समय में ही बंद की गई थी
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कंवरपाल आज विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन की कार्यवाही समाप्त होने के बात पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

चंडीगढ़। हरियाणा के स्कूल शिक्षा एवं संसदीय कार्य मंत्री कंवरपाल ने कहा है कि आज हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय द्वारा दिया गया अभिभाषण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनाने के विजन को प्रतिबिंबित करता है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने केंद्रीय बजट में देश की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है, इससे भारत विकासशील देश से विकसित देशों की श्रेणी में शामिल होगा।

कंवरपाल आज विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन की कार्यवाही समाप्त होने के बात पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि अभिभाषण में वर्ष 2030 तक कम से कम 30 प्रतिशत इलेक्ट्रिक वाहन की बिक्री व उपयोगिता को दर्शाया गया है। इसी प्रकार, अंत्योदय की भावना के साथ काम करने की बात कही गई है। जिन परिवारों की आय एक लाख रुपये से कम है, उनकी आय 1.80 लाख रुपये वार्षिक तक करने का कार्य किया जा रहा है। ऐसे परिवारों को स्वरोजगार जैसे पशुपालन, दुकान या अन्य व्यवसाय के लिए बैंकों से ऋण उपलब्ध करवाए गए हैं।

स्कूल शिक्षा एवं संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि अनुसूचित जातियों व पिछड़े वर्गों के कल्याण हेतू कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले निराश्रित बच्चों, विधवा, तलाकशुदा, निराश्रित व अनाथ बच्चों को विवाह सहायता के लिए 116 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है। इसके अलावा, किसानों के लिए मिट्टी की जांच के लिए 30 लाख से अधिक सैंपल लिए गए। मोटे अनाज को भी बढ़ावा देने की बात अभिभाषण में कही गई है।

विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा उनकी सरकार आने पर कर्मचारियों को तुरंत पुरानी पेंशन बहाल करने के बयान के संबंध में पूछे गए प्रश्न पर प्रतिक्रिया देते हुए कंवरपाल ने कहा कि पुरानी पेंशन कांग्रेस के समय में ही बंद की गई थी। यहां तक की जाने-माने अर्थशास्त्री पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी इसे बंद करने को कहा था। अब मोंटेक सिंह आहलुवालिया भी यही कह रहे हैं।

उन्होंने कहा कि विपक्ष द्वारा विधानसभा की कार्यवाही में बेवजह रूकावट डाली जा रही थी। जब बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में कार्यवाही की रूपरेखा तय हो गई थी, तो नेता प्रतिपक्ष भी इस बैठक में शामिल थे। विपक्ष चाह रहा था कि उन्हें नेम किया जाए, परंतु विधानसभा अध्यक्ष ने विवेकपूर्ण निर्णय लिया और विधानसभा की कार्यवाही को अच्छे तरीके से पूरा किया।

संसदीय कार्य मंत्री कंवरपाल ने कहा कि किसी पर आरोप लगने से कोई दोषी नहीं हो जाता। राज्य मंत्री के मामले में चंडीगढ़ पुलिस की विशेष टीम जांच कर रही है।

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