UPSC की बैठक दस को, 15 अगस्त को मिल जाएगा हरियाणा को नया डीजीपी, जानें- रेस में कौन-कौन...

UPSC की बैठक दस को, 15  अगस्त को मिल जाएगा हरियाणा को नया डीजीपी, जानें- रेस में कौन-कौन...
X
सरकार की ओर से मुख्य सचिव संजीव कौशल और समिति में शामिल अन्य अधिकारी इस बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली जाएंगे। नौ नामों की सूची में तीन आईपीएस अधिकारियों के नाम शॉर्ट लिस्ट करने के बाद हरियाणा सरकार के पास भेजे जाएंगे।

आखिरकार हरियाणा को नए डीजीपी (DGP) इसी माह मिल जाएंगे, वर्तमान पुलिस प्रमुख पीके अग्रवाल (DGP PK Agarwal) 15 अगस्त को सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं। हरियाणा सरकार (Haryana Government) के गृह विभाग ने 9 नामों की सूची तैयार कर यूपीएससी (UPSC) को भेजी हुई है। यूपीएससी ने इनमें से तीन आईपीएस अफसर का नाम छांटने को लेकर 10 अगस्त को विशेष कमेटी की नई दिल्ली में बैठक बुलाई है।

सरकार की ओर से मुख्य सचिव संजीव कौशल और समिति में शामिल अन्य अधिकारी इस बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली जाएंगे। नौ नामों की सूची में तीन आईपीएस अधिकारियों के नाम शॉर्ट लिस्ट करने के बाद हरियाणा सरकार के पास भेजे जाएंगे। सरकार इन तीन नामों में से किसी एक को नए डीजीपी के तौर पर नियुक्त करेगी। यहां पर बताने के यूपीएससी की विशेष कमेटी की अध्यक्षता यूपीएससी अध्यक्ष या किसी एक सदस्य द्वारा की जाती है, इसमें केंद्रीय गृह सचिव अथवा वे अपने प्रतिनिधि के तौर पर किसी अधिकारी को नामित करते हैं। राज्य सरकार की ओर से मुख्य सचिव राज्य, राज्य का डीजीपी और केंद्रीय पुलिस संगठनों या केंद्रीय अर्धसैनिक बलों का नेतृत्व करने वाला अधिकारी सदस्य के तौर पर इस कमेटी में शामिल होता है।

यहां पर यह भी याद दिला दे की राज्य की ओर से भेजी गई सूची में 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी और पूर्व पुलिस प्रमुख रहे मनोज यादव का सेवा रिकॉर्ड को लेकर आयोग द्वारा कुछ जानकारी और दस्तावेज मांगे थे लेकिन मनोज यादव को केंद्र सरकार की ओर से रेलवे सुरक्षा बल आरपीएफ में बतौर डीजी नियुक्त किया गया है। इस बात का संदर्भ देते हुए राज्य सरकार के होम विभाग की ओर से उनका नाम यूपीएससी को भेजने से इनकार कर दिया था।

कुल मिलाकर अब लोगों की नजरें राज्य के नए पुलिस प्रमुख के नाम की ओर लगी हुई हैं।वैसे भी मनोज यादव वर्ष 2019 से लेकर 2021 तक 2 साल हरियाणा में बतौर डीजीपी तैनात रहे हैं और अब वे केंद्र की ओर से आरपीएफ में डीजी लगाए जा चुके हैं। यादव पहले ही हरियाणा में बतौर डीजी दोबारा काम करने के इच्छुक नहीं थे, उन्होंने इस बारे में लिखित में अनिच्छा भी जाहिर कर दी थी।

यह अफसरों की वरिष्ठता का गणित

प्रदेश में सबसे वरिष्ठ 1988 बैच के मनोज यादव हैं, वह पहले दो साल तक डीजीपी रह चुके हैं और वापस हरियाणा आने के लिए मनाकर चुके हैं, वह 2025 में सेवानिवृत्त होंगे। इनके बाद पीके अग्रवाल हैं, जो 15 अगस्त को सेवानिवृत्त होंगे।

  • मोहम्मद अकील : 1988 बैच के आईपीएस मनोज यादव और पीके अग्रवाल के बाद सबसे वरिष्ठ 1989 बैच के मोहम्मद अकील हैं। इनके पास फिलहाल डीजी जेल का चार्ज है। वह 31 दिसंबर, 2025 को सेवानिवृत्त होंगे।
  • आरसी मिश्रा : दूसरे नंबर पर 1990 बैच के आईपीएस आरसी मिश्रा हैं। मौजूदा समय में उनके पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन की कमान है। मिश्रा जून 2024 में रिटायर होंगे। सेवानिवृत्ति में दो साल से कम समय होने के चलते उनका डीजीपी बनना मुश्किल है।
  • शत्रुजीत कपूर : तीसरे नंबर पर वरिष्ठ 1990 बैच के आईपीएस शत्रुजीत कपूर हैं, जो एसीबी के डीजी हैं। वह 31 अक्टूबर 2026 को सेवानिवृत्त होंगे। ईमानदार और सख्त छवि होने के साथ साथ वह मुख्यमंत्री मनोहर लाल के विश्वसनीय हैं। दूसरा, प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज से भी उनका बेहतर सामंजस्य है।

ये भी पढ़ें- Nuh Violence : नूंह में फिर चला खट‍्टर का बुलडोजर, कई स्थानों पर अवैध निर्मार्णों को किया जमींदोज, 216 लोगों को गिरफ्तार किया

Tags

Next Story