पांच साल में 121 गोल्ड सहित 140 मेडलों पर कब्जा, हरियाणा के इन 72 वर्षीय खिलाड़ी की प्रतिभा जानकर रह जाएंगे दंग

पांच साल में 121 गोल्ड सहित 140 मेडलों पर कब्जा, हरियाणा के इन 72 वर्षीय खिलाड़ी की प्रतिभा जानकर रह जाएंगे दंग
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बीते 28 वर्षों से बाढड़ा कस्बे में रह रहे बुजुर्ग एथलेटिक्स खिलाड़ी रामकिशन शर्मा ने देश के बाद अब विदेशी धरती पर अपनी खेल प्रतिभा का जलवा दिखाते हुए नेपाल में तिरंगा लहराया है।

हरिभूमि न्यूज : बाढड़ा ( भिवानी )

मूल रुप से बाढड़ा उपमंडल के गांव भांडवा निवासी व बीते 28 वर्षों से बाढड़ा कस्बे में रह रहे बुजुर्ग एथलेटिक्स खिलाड़ी रामकिशन शर्मा ने देश के बाद अब विदेशी धरती पर अपनी खेल प्रतिभा का जलवा दिखाते हुए नेपाल में तिरंगा लहराया है। रामकिशन शर्मा ने इंटरनेशनल प्रतियोगिता में देश के लिए तीन गोल्ड मेडल हासिल किए हैं। जिससे क्षेत्र के खेल प्रेमियों खुशी की लहर है।

नेपाल के पोखरा में एक से पांच मई तक आयोजित सांतवी इंटरनेशनल हिरोज चैंपियनशिप 2022 का आयोजन हुआ। जिसमें बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, मालदीव व भारत के खिलाड़ियों ने भाग लिया था। बाढड़ा निवासी रामकिशन शर्मा ने अपनी आयु वर्ग की प्रतिस्पर्धा में इन सभी देशों के खिलाड़ियों को पछाड़ते हुए सौ मीटर, दो सौ मीटर व शॉटपुट में बाजी मारते हुए गोल्ड मेडल हासिल किए हैं। क्षेत्र के खेल प्रेमियों ने उनकी इस खास उपलब्धि पर उन्हें बधाई देते हुए कहा कि दैनिक अभ्यास व नशे से दूर रहकर रामकिशन शर्मा ने जो कर दिखाया है वो काबिले तारिफ व युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है।

नेपाल से लौटने के बाद रामकिशन शर्मा ने कहा कि वे देश के अंदर राष्ट्र स्तरीय व राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में दर्जनों पदक हासिल कर चुके थे। लेकिन उनका सपना था कि वे विदेशी धरती पर जाकर अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में देश के लिए मेडल लेकर आए। हांलाकि पूर्व में उन्होंने स्पेन व मलेशिया में आयोजित प्रतिस्पर्धा के लिए क्वालीफाई भी कर लिया था, लेकिन कोरोना संक्रमण काल के चलते वे वहां नहीं जा पाए जिसके चलते उनका सपना अधूरा रह गया था। लेकिन अब उन्होंने नेपाल में तीन मेडल हासिल किए हैं। उन्होंने कहा कि मेडल जितने के बाद जब भारत देश का राष्ट्रगान बजाया गया तो उस समय उनका सपना साकार हो गया।

ग्रामीण खेल प्रतियोगिताओं में भी करते हैं भागीदारी

रामकिशन शर्मा ने ग्रामीण खेल प्रतियोगिताओं से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं तक अपने खेल प्रतिभा का जलवा मनवाया है। वे गांवों में आयोजित होने वाली ईनामी प्रतियोगिताओं में भाग लेकर वहां से मिले रुपयो से बड़ी प्रतियोगिताओं में बाहर जाने पर होने वाले खर्चें का जुगाड़ करते हैं। छोटी प्रतियोगिताओं में उनकी आयुवर्ग के प्रतिभागी पहले स्थान को छोड़ दूसरे व तीसरे स्थान के लिए ही प्रतिस्पर्धा करते नजर आते है।

साढ़े पांच साल में जीते 140 मेडल

रामकिशन शर्मा ने बीते साढ़े पांच वर्ष में कुल 140 मेडल हासिल किए हैं। जिसमें वर्तमान में जीते तीन इंटरनेशनल, 78 नेशनल व 59 स्टेट के मेडल शामिल हैं। और खास बात ये है कि रामकिशन शर्मा द्वारा जीते गए इन कुल 140 मेडल में से 121 गोल्ड मेडल हैं। बुजुर्ग खिलाड़ी के स्टेट प्रतिस्पर्धाओं में कुल 59 मेडल हैं और ये सभी गोल्ड मेडल हैं। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि छोटी व स्टेट लेवल की प्रतिस्पर्धाओं में वे विरोधियों को किस प्रकार परास्त करते हैं।

स्टेट अवार्ड से हो चुके हैं सम्मानित

बुजुर्ग एथलेटिक्स खिलाड़ी को उनकी खेल प्रतियोगिता के दम पर स्टेट अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 18 दिसंबर 2019 को समाज कल्याण मंत्री ने पंचकूला में उन्हें स्टेट अवार्ड प्रदान किया था। इसके अलावा दस हजार रुपये की राशि भी प्रदान की गई थी।

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