एचएयू व एबिक सेंटर एक साथ मिलकर देंगे एग्री स्टार्टअप को बढ़ावा, जानें कैसे

एचएयू व एबिक सेंटर एक साथ मिलकर देंगे एग्री स्टार्टअप को बढ़ावा, जानें कैसे
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समझौते पर हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के अधिकारियों व एबिक अधिकारियों ने हस्ताक्षर किए। एमओयू के साइन होने के बाद एबिक सेंटर व विश्वविद्यालय एक-दूसरे की उपलब्ध सारी सुविधाएं प्रयोग कर सकेंगे।

हिसार : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (Chaudhary Charan Singh Haryana Agricultural University) हिसार व इसमेें स्थित एग्री बिजनेस इन्क्यूबेशन सेंटर (एबिक) के बीच एक एमओयू (MOU) पर साइन हुए हैं। इस एमओयू के तहत अब एचएयू व एबिक सेंटर दोनों एक साथ मिलकर एग्री स्टार्टअप (Agri Startup) को बढ़ावा देंगे। समझौते पर विश्वविद्यालय के अधिकारियों व एबिक अधिकारियों ने हस्ताक्षर किए। इस सेंटर को हरियाणा सोसायटी पंजीकरण एक्ट एवं नियम-2012 के तहत पंजीकरण किया गया है।

एमओयू के साइन होने के बाद एबिक सेंटर व विश्वविद्यालय एक-दूसरे की उपलब्ध सारी सुविधाएं प्रयोग कर सकेंगे। इसके तहत एबिक के कांफ्रेंस हाल, आइडिया रूम, स्टार्टअप के लिए केबिन व निर्माणाधीन प्रयोगशालाओं को एचएयू के चयनित विद्यार्थी, फैकल्टी व एग्री स्टार्टअप प्रयोग कर सकेंगे। इसी प्रकार विश्वविद्यालय की इसी प्रकार की सभी सुविधाओं को एबिक सेंटर अपने स्टार्टअप व अन्य प्रयोजनों के लिए प्रयोग कर सकेगा। अब उद्यमिता विकास, स्टार्टअप समर्थन, नवाचार प्रबंधन, भावी कृषि और सहयोगी स्टार्टअप के लिए अकादमिक-उद्योग-अनुसंधान अंतर लिंकेज के लिए तकनीकी जानकारी, विशेषज्ञता, ज्ञान, संसाधन और बुनियादी ढांचे को सांझा करेंगे। समझौता ज्ञापन में इको सिस्टम स्थापित करने और लैब्स,कम्पयूटिंगसुविधाएं आदि के प्रयोग की भी अनुमति है।

स्वरोजगार को मिलेगा बढ़ावा : प्रोफेसर समर सिंह

समझौते के दौरान संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति व एबिक के अध्यक्ष प्रोफेसर समर सिंह ने कहा कि एबिक सेंटर युवाओं को कृषि क्षेत्र में अपना व्यवसाय स्थापित करने का एक सुनहारा अवसर प्रदान कर रहा है। इस सेंटर से प्रशिक्षण व वित्तीय सहायता लेकर युवा नौकरी खोजने की बजाय नौकरी देने वाले बन सकते हैं।

उत्तर भारत का एकमात्र केंद्र है एबिक

विश्वविद्यालय के कृषि अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. आर.के. झोरड़ ने बताया कि यह सेंटर विश्वविद्यालय मेें नाबार्ड व राष्ट्रीय कृषि विकास योजना-रफ्तार की सहायता से गत वर्ष स्थापित किया गया है। यह केंद्र उत्तर भारत का पहला केंद्र है जिसका मुख्य उद्देश्य कृषि व संबंधित क्षेत्र में नए-नए स्टार्टअप को बढ़ावा देना है। यह इनक्यूबेशन सेंटर अब तक 80 से अधिक कृषि स्टार्टअप की पहचान कर उन्हें अपना व्यवसाय बढ़ाने में सहायता कर रहा है।

आत्मनिर्भर बनने की दिशा में निभाएगा अहम् भूमिका : डॉ. सीमा रानी

एबिक सेंटर की नोडल अधिकारी डॉ. सीमा रानी ने बताया कि चयनित एग्री स्टार्टअप को दो महीने के प्रशिक्षण के दौरान बिजनेस व तकनीकी व उद्यमी विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जाता है व चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय की सभी प्रयोगशालाओं की विस्तृत जानकारी उपलब्ध करवायी जाती है। उन्होंने बताया कि युवा, किसान व उद्यमी एबिक सेंटर के माध्यम से कृषि के क्षेत्र में प्रोसेसिंग, मूल्य संवर्धन, सर्विसिंग, पैकजिंग व ब्रांडिग करके व्यापार की अपार संभावनाएं तलाश सकते हैं। इस केंद्र का मुख्य उद्देश्य युवा व किसानों के कृषि व कृषि से संबंधित उनमें विद्यमान कौशल व उनके नवाचारों को निखारना है।

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