HBSE टॉपर हिमेश सोनी बोले : जीवन में आगे बढ़ना है तो स्मार्टफोन का करना चाहिए कम प्रयोग

HBSE टॉपर हिमेश सोनी बोले :  जीवन में आगे बढ़ना है तो स्मार्टफोन का करना चाहिए कम प्रयोग
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  • प्रदेश में टॉपर हिमेश सोनी ने व्हाट्सएप, फेसबुक व इंस्टाग्राम से दूरी बनाकर प्रदेश में चमकाया नाम
  • स्कूल मैनेजमेंट ने छात्र हिमेश सोनी को किया सम्मानित

Fatehabad : हरियाणा शिक्षा बोर्ड (Haryana Education Board) की तरफ से जारी किए गए 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में जिले के भूना कस्बा के न्यू सनराइज सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्र हिमेश सोनी ने प्रदेश में टॉप किया। छात्र ने 498 अंक हासिल करते हुए प्रदेश में भूना और न्यू सनराइज स्कूल का नाम रोशन किया। राज्य में टॉप करने के बाद स्कूल मैनेजमेंट ने छात्र को मिठाई खिलाकर आशीर्वाद व सम्मानित किया। स्कूल के डायरेक्टर अजय रेवड़ी व एकेडमिक डायरेक्टर धर्मपाल गोयल ने कहा कि छात्र हिमेश स्कूल में काफी मन लगाकर पढ़ता था और उसकी लगन देखकर उसका नतीजा आज स्कूल व प्रदेश वासियों के सामने है।

शहर भूना के श्याम विहार कॉलोनी निवासी एवं सिंचाई विभाग में बेलदार राजेश सोनी के बेटे हिमेश सोनी ने 10वीं के परीक्षा परिणाम की सूची में भूना का नाम रोशन कर दिया। हिमेश ने बताया कि उनके पास स्मार्टफोन तो है मगर उसका कभी भी व्हाट्सएप, फेसबुक व इंस्टाग्राम पर उपयोग नहीं किया। क्योंकि स्मार्टफोन में सकारात्मक से ज्यादा नकारात्मक सामग्री अधिक परोसी जाती है, इसलिए स्कूल छुट्टी के बाद मात्र दो घंटे स्मार्टफोन पर ऑनलाइन पढ़ाई करता था। पांच घंटे पढ़ाई करके सिलेबस को पूरी तरह समझता था, परंतु पढ़ाई को ज्यादा गंभीरता से कभी नहीं लिया। उसने बताया कि वह अब यूपीएससी की परीक्षा को अच्छे अंकों के साथ सफलतापूर्वक पास करके आईएएस बनने का सपना देख रहे हैं।

पिता बेलदार और मां गृहणी

छात्र हिमेश ने बताया कि उनके पिता राजेश सोनी सिंचाई विभाग में बेलदार है और माता बबीता गृहणी है। स्कूल में पढ़ाई के बाद वह घर पर अकेले ही पढ़ता था, क्योंकि उनके पिता ड्यूटी पर चले जाते थे, मां घर के कार्य में व्यस्त रहती थी। उन्होंने कभी भी स्कूल के अतिरिक्त कहीं भी ट्यूशन नहीं ली। प्रदेश टॉपर ने विद्यार्थियों को संदेश दिया कि अगर जीवन में आगे बढ़ना है तो स्मार्टफोन को कम यूज करना चाहिए।

डॉक्टर बनना चाहती है प्रदेश में द्वितीय रही सिमरन

10वीं के परीक्षा परिणाम में हरियाणा में द्वितीय स्थान पर रही सिमरन का कहना है कि वह बड़ी होकर डॉक्टर बनना चाहती हैं। गांव भोड़िया बिश्नोईयान की रहने वाली सिमरन गांव बनावाली के शांति महक स्कूल में पढ़ने के लिए आती है। बीते वर्ष भी इसी स्कूल की छात्रा प्रदेश में छठे स्थान पर रही थी। सिमरन ने कहा कि 8वीं में भी वह टॉप रही थी। फिलहाल 6 से 7 घंटे पढ़ाई कर उसने 497 अंक हासिल किए हैं। उसका छोटा भाई भी उसके साथ पढ़ने के लिए वैन से प्रतिदिन बनावाली जाता है। सिमरन ने कहा कि अगर कोई विद्यार्थी ठान ले कि उसे अव्वल आना है तो उसे कोई नहीं रोक सकता। किसान परिवार में जन्मी सिमरन के पिता सुरेन्द्र पूनियां भी एक किसान है। शतरंज की शौकीन सिमरन ने कहा कि वह शुरू से ही पढ़ने के लिए बनावाली आ रही है। उसने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता व स्कूल प्रिंसिपल रमेश श्योराण को दिया।

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