टीबी मुक्त अभियान के तहत डोर-टू-डोर सर्वे करेगा स्वास्थ्य विभाग व रेडक्रॉस

टीबी मुक्त अभियान के तहत डोर-टू-डोर सर्वे करेगा स्वास्थ्य विभाग व रेडक्रॉस
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राज्य सरकार ने प्रदेश को वर्ष 2025 तक क्षय रोग (टीबी) से मुक्त करने का लक्ष्य रखा है। राज्य सरकार के इस लक्ष्य को पूरा करने में स्वास्थ्य विभाग और हरियाणा रेडक्रास सोसायटी अहम भूमिका निभा रही है।

कुरुक्षेत्र। राज्य सरकार ने प्रदेश को वर्ष 2025 तक क्षय रोग (टीबी) से मुक्त करने का लक्ष्य रखा है। राज्य सरकार के इस लक्ष्य को पूरा करने में स्वास्थ्य विभाग और हरियाणा रेडक्रास सोसायटी अहम भूमिका निभा रही है। टीबी रोगियों की पहचान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग और जिला रेडक्रास सोसायटी डोर-टू-डोर सर्वे करेगी। वीरवार को सिविल अस्पताल में चिकित्सक डॉ. संदीप अग्रवाल की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग और रेडक्रास की संयुक्त बैठक में डोर-टू-डोर सर्वे की रूपरेखा तैयार की गई है।

डॉ. संदीप अग्रवाल ने बताया कि टीबी रोगियों की पहचान के लिए जिले भर में 2 फरवरी तक डोर-टू-डोर सर्वे किया जाएगा। सर्वे के दौरान खांसी व जुकाम लक्षण वाले लोगों की पहचान की जाएगी और फिर उनकी सिविल अस्पताल में जांच की जाए, यदि कोई टीबी से ग्रसित मिला तो उसका तुरंत इलाज शुरू किया जाएगा। एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान उन्हीं क्षेत्रों में चलाया जाएगा, जहां पर आंगनबाड़ी वर्कर या फिर चिकित्सा सुविधाएं नहीं हैं। जिला रेडक्रॉस सचिव रणदीप श्योकंद ने बताया कि जिला रेडक्रास सोसायटी के प्रधान एवं उपायुक्त उपायुक्त शांतनु शर्मा के मार्गदर्शन में जिले भर में टीबी उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है।

टीबी मुक्त हरियाणा के लिए सरकार-समाज का साझा प्रयास जरूरी है। टीबी के संभावित मरीजों को तलाशने के लिए रेड क्रॉस व स्वास्थ्य विभाग की ओर से संयुक्त रूप से स्क्रीनिंग कैंपों का आयोजन किया जा रहा है। रेडक्रॉस वालंटियर की ओर से लोगों को रोग से बचाव, लक्षण, इलाज की भी जानकारी दी जा रही है। टीबी समाप्ति को लेकर राज्य सरकार ने जो लक्ष्य हासिल किया है, वह जल्द ही पूरा होगा।

रेडक्रॉस टीबी कोऑर्डिनेटर अंजलि ने बताया कि रेडक्रॉस की ओर से ड्राप आउट क्षय रोगियों का इलाज किया जा रहा है। सरकार की ओर से टीबी जागरूकता को लेकर जो कार्यक्रम निर्धारित किए गए हैं, उनमें भी रेडक्रास सोसायटी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती है। टीबी से बचाव को लेकर रेडक्रॉस की ओर से सार्वजनिक समारोहों में जागरूकता कार्यक्रम भी किए जाते हैं। टीबी के रोगियों की पहचान के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगाए जाने वाले जांच शिविरों में रेडक्रास की अहम भूमिका रहती है। इस अवसर पर प्रोमिला, ओमप्रकाश, वालंटियर राहुल, जोगेंद्र, सुषमा व देवी मौजूद रहीं।

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