हरियाणा में स्वास्थ्य सेवाएं हाेंगी हाईटेक, स्टाफ होगा अपग्रेड, साथ में यह योजना भी बना रही सरकार

हरियाणा में स्वास्थ्य सेवाएं हाेंगी हाईटेक, स्टाफ होगा अपग्रेड, साथ में यह योजना भी बना रही सरकार
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स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइंस के मुताबिक सभी अस्पतालों को अपग्रेड किया जाएगा। साथ ही सरकार अस्पतालों में कैटरिंग सर्विस भी शुरू करने की अहम योजना बनाई जा रही है।

प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को अपग्रेड और हाईटेक करने का हरियाणा सरकार ने बड़ा फैसला किया है। स्वास्थ्य मंत्री हरियाणा अनिल विज ने कहा कि हमने स्वास्थ्य सेवाओं को आने वाले कल के लिए अपग्रेड करने का फैसला ले लिया है। डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइंस के मुताबिक सभी अस्पतालों को अपग्रेड किया जाएगा। साथ ही सरकार प्रदेश में पहली बार अस्पतालों में कैटरिंग सर्विस भी शुरू करने की अहम योजना बनाई जा रही है।

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने को लेकर बनाई जा रही योजना के बारे में बताया कि कितनी जनसंख्या पर कितने बेड के अस्पताल होना चाहिए ? कितने डॉक्टर होने चाहिए? कितनी नर्सें और कितना पैरामेडिकल स्टाफ होना चाहिए? वो उपलब्ध करवाने का फैसला किया है। हर अस्पताल में कितने ऑक्सीजन बेड होने चाहिए, कितने प्रतिशत बेड आईसीयू होने चाहिए और कितने प्रतिशत वेंटिलेटर होने चाहिए, यह हमारी टेक्निकल कमेटी तय करेगी। इसके लिए हमने सारा ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया है।

विज ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट होने चाहिए। 30 बेड के ऊपर जितने भी अस्पताल हैं, उसमें अपनी जरूरत के मुताबिक ऑक्सीजन निर्माण की क्षमता होनी चाहिए। सभी अस्पतालों में पाइप्ड गैस लाइन होनी चाहिए। सारे अस्पताल पीएचसी लेवल तक डिजिटल लेवल से कनेक्ट होने चाहिए ताकि हर एक्टिविटी डीजी हेल्थ, एसीएस हेल्थ, एसीएस मेडिकल एजुकेशन और मेरे डैशबोर्ड पर हो, ताकि हर तरह की एक्टिविटी को मॉनिटर किया जा सके।

अस्पतालों में कैटरिंग की सर्विस की होगी शुरुआत

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अस्पतालों में कैटरिंग की सर्विस नहीं थी, हमने कैटरिंग सर्विस भी सभी अस्पतालों में शुरू करने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि इस बार महसूस किया है कि जो मरीज अस्पतालों में एडमिट हुए, खासतौर पर जो बाहर से आए हुए थे, उनको इस चीज की बहुत दिक्कत आई है। इसलिए हमने ये सर्विस शुरू करने का फैसला किया है। विज ने बताया कि जो हमारे डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ और नर्सें हैं, सभी के रेगुलर ट्रेनिंग प्रोग्राम होने चाहिए क्योंकि जमाना बदलता जा रहा है और नए-नए तरीके के ईलाज और दवाइयां आ रही हैं इसलिए डॉक्टर को अपग्रेड करने के लिए ट्रेनिंग सेंटर में परमानेंट स्टाफ होना चाहिए और सबको रेगुलर ट्रेनिंग दी जाएगी। जो भी लोग ट्रेनिंग नहीं लेंगे उसको आगे के इंक्रीमेंट नहीं दिए जाएंगे, ऐसी व्यवस्था की जाएगी। मंत्री अनिल विज ने कहा कि हमने आने वाले कल का स्वास्थ्य विभाग बनाने की के लिए योजना बनाई है।

कोरोना के तीसरे फेज़ को लेकर सरकार तैयार

कोरोना के तीसरे फेज़ को लेकर प्रदेश में तैयारियों पर प्रतिक्रिया देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इसके लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं। विज ने कहा कि किस आधार पर ये भविष्यवाणी की जा रही है कि वायरस बच्चों को ज्यादा प्रभावित करेगा, जबकि अभी तक स्पष्ट नहीं है। लेकिन इस प्रकार की भविष्यवाणी की जा रही है इसलिए हमने इस पर विचार किया है और जितने भी बच्चों के डॉक्टर रखने की आवश्यकता है, उस पर हम सहमति बना रहे हैं।

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