Haryana Weather Update : हरियाणा में भारी बारिश का अलर्ट, सरकार ने जारी की एडवाइजरी, जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर जाएं

Haryana Weather Update : हरियाणा में भारी बारिश का अलर्ट, सरकार ने जारी की एडवाइजरी, जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर जाएं
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बारिश के चलते जरूरत पड़ने पर स्कूलों को बंद करने के भी दिशा निर्देश दिए गए हैं। किसी भी तरह के हालात से निपटने के लिए NDRF/SDRF को बुलाया गया है।

Haryana Weather Update : भारी बारिश के चलते हरियाणा सरकार ने आम जनता के लिए एडवाइजरी जारी की है। मौसम विभाग ने बुधवार तक बारिश की संभावना जताई है। सरकार ने लोगों से अपील की है कि अगर जरूरत ना हो तो घर से बाहर न निकलें। बारिश के चलते जरूरत पड़ने पर स्कूलों को बंद करने के भी दिशा निर्देश दिए गए हैं। किसी भी तरह के हालात से निपटने के लिए NDRF/SDRF को बुलाया गया है। बारिश के चलते प्रभावित लोगों के खाने और पीने के सरकार ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। आम जनता किसी भी तरह की समस्या के लिए बाढ़ हेल्पलाइन नंबर 1070, 1077, 112, 0172-2545938 (State landline no.) पर संपर्क करें।

मुख्यमंत्री ने ने लगातार हो रही बारिश के चलते उत्पन्न हुए हालातों को लेकर आपात बैठक की। बैठक में मुख्य सचिव संजीव कौशल, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, प्रधान सचिव वी उमाशंकर समेत तमाम प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिला उपायुक्तों को उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि आम नागरिक को किसी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए, इसका विशेष ध्यान रखा जाए।

सीएम ने अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर जिलों के उपायुक्तों को विशेष निर्देश देते हुए कहा कि लोगों को नदियों के पास न जाने दें। यमुना, घग्घर व अन्य छोटी नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, क्योंकि हिमाचल प्रदेश में भी लगातार बारिश होने के चलते नदियों में पानी लगातार बढ़ रहा है। इसलिए निचले इलाकों को खाली करवाना सुनिश्चित करे। नरवाना ब्रांच और एसवाईएल में भी पानी अपनी पूरी क्षमता तक बह रहा है। इसलिए जिला उपायुक्त नजर बनाये रखें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि बोरियों में मिट्टी भरवाकर तैयार रखें, ताकि यदि कहीं कोई नदी या ड्रेन में कोई कटाव होता है तो उसे तुरंत कंट्रोल किया जा सके।उन्होंने सभी जिला उपायुक्तों को निर्देश देते हुए कहा कि राज्य में औसत से कई अधिक बारिश हो रही है, इसलिए उपायुक्त अपने-अपने जिलों में हर स्थिति पर कड़ी नजर बनाए रखें। यदि किसी इलाके में पानी भरता है तो लोगों को रेस्क्यू करने के साथ-साथ लोगों के लिए भोजन के पैकेट पहुंचाना व स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाना सुनिश्चित करें।

मुख्यमंत्री ने कुरुक्षेत्र के उपायुक्त को निर्देश दिए कि पिहोवा -अंबाला सड़क पर कुछ किनारों से मिट्टी खिसकने की सूचना मिली है, इसलिए इस पर नजर बनाए रखें और मिट्टी के कटाव को रोकें। इसके अलावा, उन्होंने पंचकूला की उपायुक्त को भी पिंजौर -बद्दी सड़क पर पुल टूटने के कारण लोगों को हो रही परेशानी का समाधान निकालने व हिमाचल के अधिकारियों से समन्वय स्थापित करके कोई अन्य मार्ग की व्यवस्था करवाने के प्रयास करें।

अंबाला में नदियां उफान पर

बैठक में अंबाला के उपायुक्त ने बताया कि पिछले 3 दिनों में अभी तक 493 एमएम बारिश हुई है, जिससे नदियों में पानी ज्यादा आ गया है। घग्घर नदी का जलस्तर 16,500 क्यूसिक रहता है, जबकि इस समय 21 हजार क्यूसिक चल रहा है। टांगरी नदी का जलस्तर भी स्वाभाविक 13 हजार क्यूसिक की बजाय इस समय 21 हजार क्यूसिक पर है। इसके अलावा, मारकंडा नदी का जलस्तर, सेफ जोन 50 हजार क्यूसिक है और अभी 50 हजार क्यूसिक ही पानी है। यदि बारिश की यही संभावना रही तो शायद पानी अंबाला ड्रेन में बैक-फ्लो होगा, जिससे शहर में पानी भरने की आशंका है। इसलिए प्रशासन ने पूरी तैयार कर रखी है। निचले इलाकों से लोगों को रेस्क्यू करना शुरू कर दिया है और भोजन की व्यवस्था भी कर दी गई है। गांवों में मुनादी करवाई गई है कि लोग नदियों के पास न जाएं। जिला प्रशासन हर स्थिति के लिए तैयार है। आर्मी की टुकड़ी नरवाना ब्रांच पर तैनात भी की गई है। बैठक में बिजली निगमों के चेयरमैन पीके दास ने बताया कि अंबाला सिटी व अंबाला कैंट के कुछ इलाकों में बिजली नहीं है, उन इलाकों को बिजली की आपूर्ति किसी अन्य स्रोतों से करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।

घग्घर नदी का पानी खतरे के निशान पर पहुंचा, निचले इलाकों को खाली करवाया

पंचकूला की उपायुक्त ने बताया कि पंचकूला जिले में औसत से कई अधिक बारिश हुई है। घग्घर नदी के साथ लगते इलाकों को खाली करवाया जा चुका है। घग्घर नदी का पानी खतरे के निशान पर पहुंच चुका है। कुरुक्षेत्र के उपायुक्त ने जानकारी दी कि मारकंडा नदी में वर्ष 1978 में 256.4 मीटर पानी रिकॉर्ड किया गया था, जबकि इस समय 255 मीटर पर चल रहा है। अधिक बारिश होने की संभावना को देखते हुए निचले इलाकों को खाली करवाया जा चुका है। इसके अलावा, यमुनानगर में भी यमुना नदी के जल स्तर को देखते हुए इलाकों को खाली करवाने की प्रक्रिया अमल में लाई जा चुकी है।

नेशनल हाईवे-152 अम्बाला-हिसार मार्ग पूरी तरह से बन्द

वहीं अंबाला जिले में भारी बारिश के होने के चलते आमजन की सुरक्षा को लेकर नेशनल हाईवे-152 अम्बाला-हिसार मार्ग पूरी तरह से बन्द कर दिया गया है। अम्बाला से लुधियाना नेशनल हाईवे-44 को इस समय प्रयोग में मत लाए, क्योंकि भारी बारिश के चलते अम्बाला से लुधियाना नेशनल हाईवे-44 प्रभावित हो रहा हैं।

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