यूरेनियम का पता लगाने के लिए हेलीकॉप्टर से सर्वेक्षण

सतीश सैनी : नारनौल
भारत के परमाणु खनिज निदेशालय राजस्थान के करीब 15 व हरियाणा के 2 जिलों में यूरेनियम को तलाशने की संभावना में लगा है। एएमडी हैदराबाद परमाणु ऊर्जा विभाग की वह इकाई है जो देश में परमाणु खनिज संसाधनों की खोज करने का काम छह दशक से कर रही है। जिसका स्वदेशी परमाणु कार्यक्रम में अहम योगदान है।
राजस्थान में 15 जिलों में आने वाले नाथद्वारा, राजसमंद, सादरी, सोजत, ब्यावर, बिलाड़ा, पीसांगन, मेड़ता सिटी, मकराना, कुचामन, डीडवाना, रामगढ़, सीकर, खंडेला, उदयपुरवाटी, नीमकाथाना, नवलगढ़, खेतड़ी, झुंझुनू , चिड़ावा व पिलानी क्षेत्र है। यहां छह माह के लिए हेलीबोर्न जियोलॉजिकल सर्वे करने का प्रस्ताव दिया गया है। राजस्थान के अलावा हरियाणा के भी दो जिला महेंद्रगढ़ का नारनौल और भिवानी जिला का लोहारू एरिया को इस सर्वे में शामिल किया गया है। इसके लिए कई दिनों से नारनौल क्षेत्र में हेलीकॉप्टर मशीनों के साथ राउंड लिया जा रहा है। हेलीकॉप्टर दिन में दो बार इलाके में राउंड कर रहा है। हेलीकॉप्टर के लगातार राउंड से यहां के लोगों में जिज्ञासा का माहौल है।
यह होता है हेलिबॉर्न जियोलॉजिकल सर्वे
हेलिबॉर्न जियोलॉजिकल सर्वे हेलीकॉप्टर के माध्यम से होता है। जिसमें हेलीकॉप्टर सभी तरह के आवश्यक संसाधनों से लैस होकर जमीन से 60 मीटर की ऊंचाई पर उड़ता है। इसके लिए एएमडी ने सरकार से पर्याप्त सुरक्षा, हेलीकॉप्टर कर्मचारी और उपकरणों की मांग की है। इससे पहले साल 2012 में एएमडी के सर्वेक्षण में राजस्थान के सीकर के रोहिल घटेश्वर और उदयपुर के उमरा में 6726 टन यूरेनियम पाया गया था। अगर राजस्थान व हरियाणा के इन चयनित क्षेत्रों में यूरेनियम मिल जाता है तो न केवल यह भारत के परमाणु कार्यक्रम बल्कि दोनों प्रदेशों के लिए रोजगार लेकर आएगा।
यह है परमाणु ऊर्जा विभाग के आदेश
उपायुक्त अजय कुमार ने बताया कि परमाणु ऊर्जा विभाग की ओर से एक पत्र जारी किया गया है। इसके मुताबिक अन्वेषण और अनुसंधान के लिए परमाणु खनिज निदेशालय (एएमडी) हैदराबाद, परमाणु ऊर्जा विभाग की एक घटक इकाई को स्वदेशी परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम के लिए आवश्यक देश में परमाणु खनिज संसाधनों का सर्वेक्षण और अन्वेषण करने का अधिकार है। पांच दशकों की अवधि में सतत सर्वेक्षण और अन्वेषण कार्यक्रम ने हरियाणा में यूरेनियम संसाधनों के संवर्द्धन के लिए संभावित लक्ष्य के रूप में कुछ क्षेत्रों की स्थापना की है।
हरियाणा में इन संभावित क्षेत्रों का जल्दी पता लगाने के लिए, एएमडी नवंबर-2020 से छह महीने की अवधि के लिए जिले के कुछ हिस्सों में हेलिबॉर्न सर्वेक्षण करने का प्रस्ताव रखा गया है। यह सर्वेक्षण परमाणु खनिज निदेशालय के वैज्ञानिकों द्वारा अन्वेषण और अन्वेषण के लिए किया जाएगा। सर्वेक्षण के लिए अनुसंधान हेलीकाप्टर को मेसर्स हिमालयन हेली सर्विसेज लिमिटेड नई दिल्ली से किराए पर लिया गया। हेलिबॉर्न सर्वेक्षण में स्लंग इंस्ट्रूमेंट्स के साथ ग्राउंड लेवल से 60 मीटर की ऊंचाई पर हेलीकॉप्टर के उड़ान भरने की आवश्यकता होती है। इस उद्देश्य के लिए रक्षा मंत्रालय और नागरिक उड़यन महानिदेशक से आवश्यक अनुमति और अनुमति प्राप्त की गई है। हेलीकॉप्टर चालक दल, एएमडी हैदराबाद के वैज्ञानिक इस कार्य में भाग ले रहे है।
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