ग्रीन एयरपोर्ट की तर्ज पर बनेगा Hisar Airport, आइए जानें क्या क्या होगा वहां

हरिभूमि न्यूज। हिसार। हिसार एयरपोर्ट (Hisar Airport) को अंतरराष्ट्रीयस्तर के ग्रीन एयरपोर्ट के मानदंडों के आधार पर विकसित किया जाएगा। इस एयरपोर्ट के कारण आसपास के कई किलोमीटर के क्षेत्र में हरित वातावरण बढ़ेगा। एयरपोर्ट की लागत लगभग 946 करोड़ रुपये होगी जिसमें से 23 करोड़ रुपये पर्यावरण पर खर्च किए जाएंगे। इसकी प्रतिवर्ष 35 लाख यात्रियों व 20 हजार मीट्रिक टन कारगो की क्षमता होगी। हवाई अड्डे के द्वितीय चरण के विस्तारीकरण के लिए आयोजित पर्यावरणीय जनसुनवाई कार्यक्रम हिसार एयरपोर्ट (Hisar Airport) को लेकर कई बातें सामने आईं।
100 मीटर की होगी ग्रीन बेल्ट
एयरपोर्ट के अधीन आने वाले 7200 एकड़ क्षेत्र में आने वाले सभी पुराने पेड़ों को वन विभाग के सहयोग से पुनर्स्थापित करवाया जाएगा। आवश्यकता अनुसार जितने पेड़ कटेंगे उससे कई गुणा ज्यादा पेड़ एयरपोर्ट परिसर में लगाए जाएंगे। एयरपोर्ट की बाउंड्री के साथ-साथ 100 मीटर की ग्रीन बेल्ट विकसित की जाएगी।
20 हजार एमटी क्षमता का होगा कार्गो
इंटीग्रेटिड एविएशन हब के जेडब्ल्यूजी सदस्य कैप्टन राजेश प्रताप सिंह ने बताया कि हिसार एयरपोर्ट के रनवे को 3000 मीटर लंबाई व 60 मीटर चौड़ाई में विकसित किया जाएगा। यहां 4ई श्रेणी तक के विमान आ सकेंगे।
रेलवे से होगी कनेक्टिविटी
एयरपोर्ट की 72 एकड़ की बाउंड्री होगी और इसे रेलवे की कनेक्टिविटी भी मिलेगी। एयरपोर्ट का मुख्य प्रवेश द्वार उत्तर दिशा की ओर बनाया जाएगा और डीयर पार्क को वर्तमान से भी अधिक अच्छे तरीके से विकसित किया जाएगा।
पोल्यूशन लेवल व मिट्टी हुई टेस्ट
एयरपोर्ट विस्तार के लिए वायु, शोर, प्रदूषण के स्तर, मिट्टी व पानी की जांच की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि आवश्यकता के अनुसार कुछ वर्तमान सडकों को मोड़ा जाएगा और कई नई सडकें बनाई जाएंगी। इस कार्य में आमजन की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाएगा। एयरपोर्ट विस्तार के लिए कुछ भवनों को भी स्थानांतरित करने की योजना है। एयरपोर्ट की कुल आवश्यकता का 20 प्रतिशत भाग सौर ऊर्जा से पूरा किया जाएगा।
सीईआर के तहत विकसीत होंगे 8 गांव
एयरपोर्ट प्राधिकरण द्वारा कॉरपोरेट इकॉनोमिक रिस्पोंसिबिलिटी सीईआर के अंतर्गत आसपास के 8 गांवों को विशेष रूप से विकसित किया जाएगा। इस क्षेत्र के युवाओं को रोजगार देने के लिए सरकार द्वारा विशेष योजना बनाई जाएगी।
ग्रामीणों ने पूछे सवाल
जनसुनवाई में ग्रामीणों ने पर्यावरण संरक्षण, रोजगार, कचरा निष्पादन, नई सड़कों से गांवों की दूरी कम करने, डीयर पार्क में विचरते वन्य प्राणियों की सुरक्षा, राणा माइनर की रिमॉडलिंग, डंपिंग स्टेशन के विकल्प सहित अनेक महत्वपूर्ण सवाल पूछे गए। विविध पहलुओं पर व्यावहारिक सुझाव भी दिए। प्राधिकरण के अधिकारियों ने कहा कि यहां उठाए गए सवालों को रिकॉर्ड किया गया है और इन्हें बैठक की कार्रवाई का हिस्सा बनाया जाएगा।
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