Hisar : अब अधिक स्वच्छ, प्रदूषण मुक्त व पर्यावरण फ्रेंडली बनेगा जीजेयू

- विश्वविद्यालय व कुरुक्षेत्र की संस्था के बीच हुआ करार
- कचरे का वैज्ञानिक तथा इको फ्रेंडली विधि से किया जाएगा निपटान
Hisar : गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय परिसर अब और अधिक स्वच्छ, प्रदूषणमुक्त एवं पर्यावरण फ्रेंडली बनेगा। विश्वविद्यालय को सिंगल यूज प्लास्टिक फ्री, जीरो वेस्ट ऑन ग्राउंड तथा हरा-भरा एवं प्रदूषणमुक्त परिसर बनाने के लिए विश्वविद्यालय व ग्रीन अर्थ कुरुक्षेत्र के बीच मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) हुआ है। विश्वविद्यालय की ओर से कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई तथा ग्रीन अर्थ कुरुक्षेत्रा की ओर से संस्थापक व निदेशक डॉ. नरेश भारद्वाज ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
कुलपति प्रो. बिश्नोई ने बताया कि गुरु जंभेश्वर महाराज के सिद्धांतों को स्थापित करते हुए आगे बढ़ने वाले इस विश्वविद्यालय के लिए यह एमओयू अत्यंत उपयोगी होगा। विश्वविद्यालय का हाउस होल्ड तथा हार्टिकल्चर दोनों से ही उत्पन्न होने वाले कचरे का वैज्ञानिक तथा इको फ्रेंडली विधि से निपटान किया जाएगा। कचरा कहीं भी खूले में नहीं डाला जाएगा। इसके लिए विश्वविद्यालय ग्रीन अर्थ कुरुक्षेत्र के साथ मिलकर एक विस्तृत योजना बनाई जाएगी। इसके तहत संबंधित स्टेक होल्डर्ज को जागृत भी किया जाएगा तथा कचरा निपटान से संबंधित उचित व्यवस्थाएं स्थापित की जाएंगी।
डॉ. नरेश भारद्वाज ने बताया कि उनकी संस्था निया वाकी टेक्निक का इस्तेमाल करते हुए विश्वविद्यालय में वन्य जीवन, वर्षा के पानी का प्रबंधन, प्रदूषणमुक्त वातावरण स्थापित करने, जल संसोधन, परिसर को कचरा मुक्त बनाने तथा सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग मुक्त की योजनाएं तथा रूपरेखा प्रस्तुत करेगा। एमओयू पर गवाह के रूप में विश्वविद्यालय की ओर से कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर तथा डीन इंटरनेशनल अफेयर्स प्रो. नमिता सिंह ने हस्ताक्षर किए। वहीं, ग्रीन अर्थ कुरुक्षेत्र की ओर से गवाह के रूप में सदस्य मोनिका शर्मा तथा सचिव डॉ.अशोक चौहान ने हस्ताक्षर किए।
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