थानों में लंबित मामलों को लेकर गृह मंत्री विज हुए सख्त, अधिकारियों को नियमित सुनवाई के निर्देश

योगेंद्र शर्मा: चंडीगढ़। गृह एवं सेहत मंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने प्रदेश के पुलिस प्रमुख और सेहत महकमे में डीजी हेल्थ बाकी आला अफसरों के साथ में मैराथन बैठकों का सिलसिला शुरू किया हुआ है। इसके साथ ही विज ने पुलिस महकमे (Police department) में लंबित पड़ी फाइलों के निपटारे के साथ-साथ लोगों की हर जिले में सुनवाई साथ उनका त्वरित निस्तारण करने के आदेश दिए हैं। इसी तरह से स्वास्थ्य विभाग (Health Department) में भी डीजी हेल्थ आफिस से लेकर निचले स्तर तक सभी को समय पर हाजिर होने और कामकाज का निस्तारण वक्त पर करने, डाक्टरों के लिए निर्धारित ड्रेस कोड व नेम प्लेट लगाने के आदेश जारी किए हैं।
इस बार गृह मंत्री विज ने साफ कर दिया है कि वे प्रदेश आफिस से लेकर निचले स्तर तक कहीं पर भी औचक निरीक्षण करेंगे, जहां पर कमियां पाई गईं, लापरवाह कर्मियों, अफसरों को बख्शा नहीं जाएगा। पिछले दो सप्ताह से दोपहर तक अंबाला छावनी में लोगों के साथ मुलाकात व सुनवाई कर उनकी समस्या का निस्तारण करने वाले विज दोपहर बाद में हरियाणा सचिवालय पहुंचकर यहां पर अपने विभागों की जरूरी फाइलें निकालने का काम करते हैं। भले ही खुला दरबार बंद कर दिया गया हो लेकिन अभी भी औसतन दो सौ से ज्यादा लोग मंत्री के कैंप आफिस अंबाला छावनी में पहुंच रहे हैं। दैनिक सुनवाई और संबंधित जिले के अफसरों को दिशा निर्देश व छावनी की जनता से मुलाकात के बाद में मंत्री लगातार देर रात तक पुलिस प्रमुख पीके अग्रवाल, सीआईडी चीफ आलोक मित्तल, सेहत विभाग की एसीएस जी अनुपमा, डीजी हेल्थ सोनिया खुल्लर सहित अफसरशाही के साथ में देर रात तक बैठकों में जुटे रहते हैं। इस दौरान उन्होंने साफ कर दिया है कि पुलिस और सेहत दोनों ही महकमों में लंबित कामों, सीएम की घोषणा के साथ साथ में अहम कार्यों का निपटारा किया जाए। विज ने पुलिस प्रमुख को भी सेवानिवृत्ति से पहले फाइलों का निपटारा करने के साथ-साथ कुछ अन्य अहम प्रोजेक्टस आदि पर फोकस करने को कहा है।
अस्पतालों का निरीक्षण
उन्होंने एक बार फिर से अस्पतालों में निरीक्षण की तैयारी कर ली है। सबसे पहले उन्होंने सौ फीसदी हाजिरी सुनिश्चित करने के लिए कहा है, साथ ही फरलो मारने वालों पर शिकंजा कसा जाएगा।। विज ने सामान्य अस्पतालों, सीएचसी और पीएचसी में बायोमेट्रिक मशीनों को ठीक करान और जहां पर नहीं है, वहां तुरंत लगाने को कहा है। इसके अलावा सभी स्थानों पर मूवमेंट रजिस्टर ठीक तरह से रखने के लिए कहा है, अफसरों कर्मचारियों की मूवमेंट पर बारीकी से नजर रखी जाएगी। मूवमेंट भरने के बाद में मौके पर नहीं मिलने वाले कर्मी और अफसर भी नपेंगे, यह भी सेहत मंत्री ने साफ कर दिया है। इस क्रम में अधिकारियों को कहा गया है कि वे खुद ही औचक निरीक्षण कर रिपोर्ट भेजें। अस्पताल में नशा मुक्ति केंद्र स्थापित करने का काम तय समय सीमा के अंदर करें। आला अफसरों से उन्होंने सूबे के 13 जिलों में मैपिंग के काम को आगे बढ़ाने के साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं में अभूतपूर्व सुधार की मुहिम तेज रखने को कहा है। इस क्रम में 17 क्रिटिकल केयर ब्लॉक और 22 जिला एकीकृत हेल्थ प्रयोगशालाओं को स्थापित करने के लिए केंद्र सरकार से मंजूरी मिल चुकी है।
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