होम्योपैथिक चिकित्सक ने फंदा लगाकर की आत्महत्या, सुसाइड नोट में कई लोगों को ठहराया जिम्मेदार

महेंद्रगढ़। शहर के नागरिक अस्पताल में कार्यरत होम्योपैथिक चिकित्सक ने अस्पताल में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। होम्योपैथिक चिकित्सक ने सुसाइड नोट में कई लोगों को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है। वहीं एसएचओ और आईओ पर झूठा केस दर्ज करने का भी आरोप लगाया है। शनिवार देर रात तक पुलिस करवाई में जुटी रहीं।
जानकारी के अनुसार गांव खेड़ा निवासी अशोक कुमार 14 साल से होम्योपैथिक चिकित्सक पद कार्यरत थे। शनिवार को हर दिन की तरह अशोक ने अस्पताल में काम किया। शाम के करीब 6 बजे अस्पताल स्टाफ का इस सदस्य उनके कमरे के पास से गुजरा। अशोक की बाइक बाहर खड़ी थी तथा फोन की घंटी बज रही थी। लेकिन कोई फोन नहीं उठा रहा था। जब उसने दरवाजा खोल कर देखा तो अंदर से बंद मिला। खिड़की से झांक कर देख तो अशोक फंदे पर लटका हुआ दिखाई। इसके बाद अस्पताल के स्टाफ सदस्यों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को सूचना दी। रात के करीब 9 बजे परिजनों की मौजूदगी में शव को नीचे उतारा गया। देर रात तक पुलिस कारवाई में जुटी हुई थी।
होम्योपैथिक चिकित्सक ने छोड़ा सुसाइड नोट
होम्योपैथिक चिकित्सक अशोक ने सुसाइड नोट कई लोगों को जिम्मेदार ठहराया है। अशोक ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि उनका जमीन को लेकर परिवार के सदस्यों के साथ झगड़ा चल रहा है। कुछ दिन पहले उनके परिवार के सदस्य उनको बिना बताए खेत में तार बाड़ लगा रहे थे। सूचना मिलने के बाद वह अपनी सीमा देवी के साथ खेत पहुंचे। जब उन्होने तार बाड़ करने का प्रयास किया तो उन पर हमला कर दिया गया। जिससे उनकी मां का दांत भी टूट गया था। जिसकी उन्होंने पुलिस में शिकायत भी थी। लेकिन पुलिस ने अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया। उल्टा एसएचओ और आईओ ने आरोपियों से मोटा पैसा लेकर मुझ पर दो झूठे केस दर्ज कर दिए। गांव के कुछ लोगों द्वारा उनकी जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा हैं और पुलिस भी उनका साथ दे रही हैं।
ये भी पढ़ें- फर्जी आईपीएस अफसर ने लगाया 20 लाख का चूना, अश्लील वीडियो वायरल होने की धमकी से डराया
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS