ईमानदारी आज भी जिंदा : रोडवेज कर्मचारी ने हजारों रुपए लौटाकर दिया ईमानदारी का परिचय

हरिभूमि न्यूज. नरवाना
ईमानदारी अभी जिंदा है , इसी उक्ति को चरितार्थ किया है। जिसका जिंदा जागता उदाहरण नरवाना उपकेंद्र में कार्यरत चालक कुलदीप ने। चालक कुलदीप ने बताया कि वह टोहाना से नरवाना रूट पर थे, तो किसी यात्री की किट बस में कहीं गिर गयी। उन्होंने बताया कि वो बस के शाम को ड्यूटी समाप्त करके बस को वर्कशॉप में खड़ी करते समय उसकी नजर बस में पड़ी किट पर पड़ी। जब उन्होंने पर्स खोलकर देखा तो उस में 5000 रुपए, आधार कार्ड, लाइसेंस व अन्य जरूरी कागजात थे। चालक कुलदीप ने पैसे व जरूरी कागजात कार्यालय में कार्यरत ड्यूटी लिपिक रामकेश को को सौंप दिए।
उन्होंने उस किट में मोबाइल नंबर देखकर उस व्यक्ति से संपर्क किया और उससे बस स्टैंड पर आकर जरूरी कागजात ले जाने को कहा। बस स्टैंड पर पहुंचने पर उस यात्री ने बताया नरवाना उपकेंद्र में चालक कुलदीप की इमानदारी के कारण पैसे व जरूरी कागजात उन्हें दोबारा मिल सके। रोडवेज कर्मचारियों ने फोन कर उसे बस स्टैंड बुलाया और उसे पैसे व कागजात को लौटाया। यात्री बिसराम ने बताया कि पैसे व जरूरी कागजात गुम होने से वह काफी परेशान हुआ। काफी कोशिश करने के बावजूद भी किट नहीं मिली।
रोडवेज कर्मचारी रामकेश ने दूरभाष पर बताया कि आपके जरूरी कागजात हुए पैसे बस में रह गए हैं कार्यालय में आकर अपना सम्मान में पैसे ले जाओ। रामनिवास खरक भूरा, सदस्य रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा ने बताया कि यात्री को फोन कर उसका सामान वापस लौटा कर रोडवेज कर्मचारियों ने ईमानदारी का परिचय दिया है। रोडवेज कर्मचारियों की ईमानदारी की बदौलत आज ईमानदारी जिंदा है। ईमानदारी के कारण परिवहन विभाग का जनता में विश्वास बना हुआ है।
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