सबमर्सिबल से निकल रहा गर्म पानी, इसे छुआ तक नहीं जा सकता, दूर-दूर से देखने आ रहे लोग

सबमर्सिबल से निकल रहा गर्म पानी, इसे छुआ तक नहीं जा सकता, दूर-दूर से देखने आ रहे लोग
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अचानक से पंप के पानी में आए इस बदलाव से परिवार हैरान व परेशान है।पानी को जब ठंडा कर पीया गया तो देखा यह सामान्य जल की भांति था लेकिन परिवार इस पानी का पीने के लिए प्रयोग नहीं कर पा रहा है। किसी केमिकल के मिलावट के कारण परिवार इस पानी का प्रयोग करने में डर रहा है।

हरिभूमि न्यूज : अंबाला

बराड़ा क्षेत्र के गांव सुभरी में सबमर्सिबल में गर्म पानी के आने से लोग बेहद हैरान हैं। ऐसे में अभी पानी का कोई इस्तेमाल नहीं कर रहा है। लगभग 20 साल पहले लगे 200 फीट की गहराई वाले इस सबमर्सिबल पंप(Submersible Pump) में पिछले सप्ताह में गर्म पानी (Hot water) के आने से हर कोई हैरान है। पंप से निकलने वाला पानी इतना गर्म है कि इस छुआ तक नहीं जा सकता। कई लोग इसे कुदरत का करिश्मा समझ दूर-दूर से देखने भी आ रहे हैं।

गांव के पूर्व सरपंच राजपाल ने बताया कि उन्होंने इस सबमर्सिबल पंप को वर्ष 2000 में अपने निजी कार्य व पशुओं के पीने के लिए लगवाया था। पहले तो इस पंप में साधारण पानी आता था लेकिन लगभग 2 वर्ष पूर्व अचानक भूजल स्तर नीचे चले जाने से पानी का प्रेशर कुछ कम हो गया जिससे नाम मात्र का ही पानी आ रहा था। राजपाल के परिजनों ने इसे एक साधारण घटना मानकर इस पंप का कभी-कभी प्रयोग करना शुरू कर दिया। लगभग एक सप्ताह से पंप में पूरे प्रेशर से पानी आने लगा लेकिन पंप से निकलने वाला पानी बेहद ही गर्म था जिसे हाथ से छूने पर पूरा गर्म लगता है।

अचानक से पंप के पानी में आए इस बदलाव से परिवार हैरान व परेशान है। पानी को जब ठंडा कर पीया गया तो देखा यह सामान्य जल की भांति था लेकिन परिवार इस पानी का पीने के लिए प्रयोग नहीं कर पा रहा है। किसी केमिकल के मिलावट के कारण परिवार इस पानी का प्रयोग करने में डर रहा है। पानी इतना गर्म होता है कि उसे हाथ तक नहीं लगाया जाता। पंप को परिवार कुछ ही देर तक चलाते है। उनका मानना है कि कहीं इतने गर्म पानी की वजह से पाइप को नुकसान न पहुंच जाए। परिवार के लोगों ने सरकार व स्वास्थ्य विभाग से पानी के सैंपल लेकर इसकी जांच की मांग की है।

सैंपलिंग से ही पता चलेगा

वैसे तो इस लेवल पर पानी इतना गर्म नहीं होना चाहिए। गर्म पानी आने के पीछे यह कारण हो सकता है कि पानी का पूर्व का स्त्रोत बंद हो चुका हो और नए स्त्रोत से पानी आना शुरू हो गया हो। बाकी रही बात पानी की शुद्धता की इसके लिए सैंपलिंग से ही पता चल पाएगा। -अभिमन्यु दहिया, पीजीटी ज्योग्राफी

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