रोहतक : सेक्टर वालों की कैसे हुई बल्ले-बल्ले, इसे जरूर पढ़े

रोहतक। तीन साल के लंबे संघर्ष के बाद आखिरकार इन्हांसमेंट के मसले पर सेक्टर के लोगों को राहत मिल ही गई। सरकार ने रिकैलकुलेशन के बाद इन्हांसमेंट में 63 से 72 प्रतिशत तक की छूट दी है। यानी किसी व्यक्ति को पहले 1 लाख रुपये जमा करवाने थे तो 72 प्रतिशत छूट के साथ अब केवल 28 हजार रुपये ही जमा करवाने होंगे। जिस सेक्टर के लोगों को 63 प्रतिशत छूट है, उन्हें 1 लाख की बजाए कुल 37 हजार जमा करवाने होंगे।
रोहतक के सेक्टर-1, 3, 4, 5 और 6 में लगभग 380 करोड़ रुपये इन्हांसमेंट के नोटिस आए हुए थे। रिकैलकुलेशन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और 2 अक्टूबर को नई राशी अपडेट हो जाएगी। इसके बाद नए नोटिस आएंगे और जिसके हिस्से जितनी इन्हांसमेंट राशी आएगी उसे 30 दिन के अंदर यानी 2 नवबंर तक जमा करनी होगी। तीस दिनों के बाद पॉलिसी के अनुसार ब्याज लगना शुरू हो जाएगा। यहां ध्यान देने वाली बात यह भी है कि अगर राशी 3 नवंबर को जमा करवाएंगे तो 31 दिनों का ही ब्याज लगेगा। सरकार के इस फैसले के बाद सेक्टर के लोगों भी खुश हैं।
ये है मामला
दरअसल जब सेक्टर्स के लिए किसानों की जमीन अधिगृहित की गई थी। बाद में किसानों ने रुपये कम होने की बात कहते हुए अदालत का दरवाजा खटखटाया और 2009 में केस जीत गए। उदाहरण के तौर पर किसी की जमीन 10 लाख रुपये में अधिगृहित की गई और कोर्ट से केस जीतने के बाद उसकी कीमत 12 लाख रुपये निर्धारित की गई तो किसान को अतिरिक्त 2 लाख रुपये हुडा को देने थे। ये बढ़े हुए रुपये ही इन्हांसमेंट के रूप में सेक्टर के लोगों से वसूलने थे। लेकिन अधिकारियों ने उस समय सेक्टर के लोगों को नोटिस नहीं दिए और लगभग साढे़ साथ बाद 2017 में 15 प्रतिशत ब्याज के साथ इन्हांसमेंट की राशी वसूलने के नोटिस जारी कर दिए। इसके साथ कॉमन लैंड की इन्हांसमेंट भी सेक्टर वासियों पर डाल दी गई। सेक्टर के लोग साढ़े सात लाख के ब्याज और कॉमन लैंड की इन्हांसमेंट के विरोध में थे। तभी से यह मामला चल रहा था।
जमा करवाने वालों में सिर्फ इनको लाभ
इन्हांसमेंट के नोटिस आए तो कुछ लोगों ने राशी जमा भी करवा दी। बहुत से लोग ऐसे थे जिन्होंने पूरी राशी जमा करवा दी और कुछ ऐसे थे जिन्होंने वन टाइम सेटलमेंट स्कीम के तहत 40 प्रतिशत छूट के साथ राशी जमा करवाई। कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने कुछ किश्त जमा करवाई हैं और बकाया भी हैं। यहां ध्यान देने योग्य है कि वन टाइम सेटलमेंट स्कीम का लाभ लेने वाले किसी भी व्यक्ति को अब नई रिकैलकुलेशन के हिसाब से जो छूट मिली है, उसका लाभ नहीं मिलेगा। जिन लोगों ने पूरे रुपये जमा करवा दिए और जिनकी किश्त बकाया हैं, उन्हें इसका फायदा होगा।
लोन देने पर भी विचार होगा
लॉकडाउन के कारण सेक्टर के लोगों ने मांग की थी कि बैंक से टाइअप करके इन्हांसमेंट भरने वाले को लोन की सुविधा भी दी जाए। लेकिन अभी इस पर कोई निर्णय नहीं हो पाया है। 29 सितंबर को एचएसवीपी और मुख्यमंत्री के बीच होने वाली बैठक में इस पर फैसला लिया जाएगा।
सेक्टर-3 में हुई बैठक
इन्हांसमेंट का मुद्दा सुलझ जाने के बाद सेक्टर-3 में बैठक हुई जिसमें ऑल सेक्टर रेजिडेनटस वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। सेक्टर-3 की कमेटी के सदस्य जगमाल नरवाल, राजपाल सिंधू, रमेश जून, हरकिशन लठवाल, धर्मवीर चहल और कृष्ण दांगी ने बताया कि सरकार का सराहनीय कदम है और इससे सेक्टर वासियों को फायदा होगा। एसोसिएशन और सभी सेक्टर्स के लोगों का संघर्ष रंग लाया।
रोहतक जोन में 31 हजार 148 अलॅटी
रोहतक जोन में कुल 23 सेक्टर्स में इन्हांसमेंट की राशी जमा करवाने के लिए नोटिस दिए गए थे। इनमें पानीपत, रोहतक, बहादुरगढ़, सोनीपत और झज्जर के सेक्टर शामिल थे। इन सभी जिलों में कुल 31148 अलॉटी हैं, जिन्हें 612 करोड़ रुपये इन्हांसमेंट के रूप में भरने थे। रिकैलकुलेशन के बाद सभी को राहत मिली है। हालांकि सभी सेक्टर्स पर एक समान नियमों को लागू किया गया है। फिर भी रिकैलकुलेशन में सेक्टर्स की राशि कम या ज्यादा घटी है। दरअसल ये उस सेक्टर में स्थित कामॅनलैंड, सेलएबेल एरिया और पूर्व में अदा की गई राशि सहित कई कारणों पर निर्भर करता है।
लंबे संघर्ष के बाद हुआ समाधान
सेक्टर्स में रहने वाले हजारों मिडिल क्लास परिवार बबार्दी की कगार पर थे। लम्बे संघर्ष व मुख्यमंत्री से हुई सात बैठकों के बाद इस मुद्दे का समाधान हुआ। 24 सितम्बर को मुख्यमंत्री से हुई बैठक में रिकेलकुलेशन प्रकिया पूरी कर चूके प्रदेश के सभी सेकटर्स की राशि अपडेट करने पर सहमति बनी। 2 अक्टूबर को सीएम हाउस चंडीगढ में गांधी जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री एसोसिएशन पदाधिकारियों की उपस्थिति में बटन दबाकर राशि अपडेट की प्रकिया की शुरुआत करेंगे।
-कुलदीप वत्स, प्रदेश अध्यक्ष, ऑल सेक्टर रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन हरियाणा।
सेक्टरवासियों को दी बड़ी राहत
सभी सेक्टर वासी और ऑल सेक्टर रेजिडेनटस वेलफेयर एसोसिएशन तीन साल से लगातार मांग कर रही थी कि इन्हांसमेंट की रिकैलकुलेशन करके इसे ठीक किया जाए। इन्हांसमेंट भरने के लिए सभी तैयार थे, लेकिन साढ़े सात साल का 15 प्रतिशत ब्याज भरने के लिए कोई राजी नहीं था। इसी को लेकर आंदोलन चलाया गया, जिसका परिणाम आज सभी के सामने है। सरकार ने सेक्टर के लोगों को बड़ी राहत दी है।
-एडवोकेट ऋषि देशवाल, उपाध्यक्ष, ऑल सेक्टर रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन हरियाणा
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