हरियाणा के खिलाड़ी कैसे जीत रहे इतने मेडल, गुजरात की टीम करेगी रिसर्च

हरियाणा के खिलाड़ी कैसे जीत रहे इतने मेडल, गुजरात की टीम करेगी रिसर्च
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ओलम्पिक में कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया का पैतृक गांव खुड्डन में हुआ सम्मान, सीएम मनोहर लाल ने बजरंग के तीनों कोच को 4-4 लाख रुपये की सम्मान राशि देने की घोषणा की

चंडीगढ़। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा का खेल मॉडल आज पूरे देश में नज़ीर बन रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हरियाणा के खिलाडिय़ों के पदकों की संख्या देखकर दूसरे प्रदेश भी हरियाणा पर रिसर्च कर रहे हैं। इसी मॉडल को समझने के लिए गुजरात की एक टीम हरियाणा में 15 दिन के दौरे पर आ रही है। मुख्यमंत्री झज्जर जिले के गांव खुड्डन में ओलंपिक मेडलिस्ट पहलवान बजरंग पूनिया के सम्मान समारोह में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने खुड्डन गांव की ओर से रखी गई सभी मांगों के पूरा करवाने की घोषणा की जिस पर ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री का आभार जताया। पहलवान बजरंग पूनिया हरियाणा सरकार और गांव वालों से सम्मान पाकर अभिभूत हो गए ।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि हरियाणा की नई खेल नीति के तहत खेल मॉडल अब पूरे देश में एक उदाहरण बनकर पेश हो रहा है। इसी कड़ी में गुजरात की एक टीम हरियाणा के 15 दिन के दौरे पर आ रही है जो केवल यही रिसर्च करेगी कि हमारे प्रदेश के इतने मेडल कैसे आते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश अब जय जवान जय किसान और जय पहलवान के नक्शे पर चलकर आने वाले ओलंपिक में और भी शानदार प्रदर्शन करेगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में 500 खेल नर्सरियों के लक्ष्य को अब आगे बढ़ाकर 1000 तक पहुंचाने की योजना है जिसके तहत स्कूली स्तर पर ही खिलाडिय़ों की पौध तैयार होगी। आने वाले वक्त में खेलो इंडिया का आयोजन भी प्रदेश कर रहा है जिसमें 15000 से ज्यादा खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। सम्मान समारोह में पहलवान बजरंग पूनिया के कोच द्रोणाचार्य अवार्डी सतपाल पहलवान, रामफल मान व वीरेंद्र आर्य को गुरु के रूप में सम्मान स्वरूप सरकार की ओर से 4-4 लाख रूपए की राशि देने की घोषणा की गई। साथ ही झज्जर जिला में स्थित सभी खेल स्टेडियम में एक-एक कोच, माली अथवा चौकीदार तथा घास काटने की मशीन देने के निर्देश खेल निदेशक को दिए।

2024 में गोल्ड मेडल रहेगा लक्ष्य : बजरंग

कांस्य पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि हरियाणा सरकार की ओर से दिए जा रहे मान सम्मान पर वे आभार जताते हैं। उन्होंने कहा कि आगामी पेरिस ओलम्पिक 2024 में वे गोल्ड मेडल लाने का लक्ष्य सामने रखकर अभ्यास में अभी से जुट गए हैं। उन्होंने कहा कि पैतृक गांव में जो उन्हें सम्मानित किया है उसका आभार वे पेरिस ओलम्पिक में गोल्ड जीतकर आप लोगों का मान दुनिया में बढ़ा कर उतारेंगे।


क्रमांक-2021

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