डॉक्टर बनने को कैसे दें 40 लाख : PGI Rohtak में ऑल इंडिया कोटे की 37 सीटों पर सिर्फ 3 ने किया ज्वाइन, छात्र भी विरोध में

हरिभूमि न्यूज : रोहतक
एमबीबीएस करना आसान नहीं, चार साल तक हर साल 10 लाख रुपये देने होंगे। 80 हजार रुपये प्रति वर्ष फीस कॉलेज को 9 लाख 20 हजार रुपये बॉन्ड के तौर पर जमा करवाने होंगे। यानी 4 साल का कोर्स करने के लिए एक बच्चे को 40 लाख रुपये देने होंगे। इसका असर ये हुआ कि पीजीआई में ऑल इंडिया कोटे की 37 सीटों पर अब तक सिर्फ 3 छात्रों ने ही ज्वाइन किया है। बाकि छात्र दूसरे प्रदेशों के मेडिकल कॉलेज का रुख कर सकते हैं।
ऑल इंडिया कोटे की सीट पर एडमिशन लेने के लिए 28 अक्टूबर अंतिम तारीख थी। ऐसे में डॉक्टर बनने का सपना पूरा होता नजर नहीं आ रहा। इसके विरोध में एमबीबीएस स्टूडेंट्स ने हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। चेतावनी दी है कि पॉलिसी को वापस नहीं लिया जाता है तो विद्यार्थी बड़ा आंदोलन करेंगे। कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने डायरेक्टर को ज्ञापन सौंपकर पॉलिसी को सरल बनाने की मांग की है। उन्होंने भी चेतावनी दी है कि अगर मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे सोमवार से बेमियादी धरने पर बैठ जाएंगे।
22 से ज्वाइनिंग शुरू : एमबीबीएस में इस बैच के लिए 21 अक्टूबर को ऑल इंडिया कोटे की सीट अलॉट हो गई थी। 22 से ज्वाइनिंग चल रही है। 28 अक्टूबर अंतिम तारीख तक 8 दिन में सिर्फ 3 बच्चों ने ही ज्वाइन किया है। स्टेट कोटे की सीट पर 2 नवंबर से ज्वाइनिंग होनी है। इन सीटों पर 8 नवंबर तक एडमिशन होंगे। इनकी ज्वाइनिंग की स्थिति कैसी रहेगी ये देखने वाली बात है।
पीजीआईएमएस में एमबीबीएस की 250 सीट हैं। खानपुर मेडिकल कॉलेज में 120, कल्पना चावला में 120, मेवात के शहीद हसन खान मेडिकल कॉलेज में 120 और फरीदाबाद कॉलेज में 100 सीट हैं। यहां मेडिकल कॉलेज में 85 प्रतिशत सीट स्टेट और 15 प्रतिशत सीट ऑल इंडिया कोटे की होती हैं।
रुपये जमा करवाने के बाद दाखिला
एमबीबीएस कोर्स 4 साल का होता है। 80 हजार रुपये फीस प्रति वर्ष के हिसाब से कॉलेज को जमा करवानी होगी। इसक अलावा हरियाणा स्टेट फाइनेंशियल सर्विस लिमिटेड के खाते में 9 लाख 20 हजार रुपये बॉन्ड के तौर पर जमा करवाने होंगे। यह खाता आईडीबीआई बैंक का है। बॉन्ड जमा करवाने के बाद रसीद कॉलेज को देनी होगी, इसी के बाद एडमिशन दिया जाएगा।
नौकरी की गारंटी नहीं
4 साल में एमबीबीएस की डिग्री लेने के बाद 1 साल इंटर्नशिप होगी। नौकरी मिली तो ठीक, नहीं तो 7 साल तक सरकार के अंडर काम करना होगा। बॉन्ड के 40 लाख रुपये 12 साल के बाद छात्र को वापस होंगे। अगर छात्र लोन लेकर पैसे जमा करवाता है तो उसे 12 साल का ब्याज जमा करवाना पड़ेगा।
ये भी असर रहेगा
पीजीआईएमएस में मेरिट के आधार पर एडमिशन हुए। फिलहाल ऑल इंडिया कोटे की ज्वाइनिंग चल रही है। 37 में से कुल 3 सीट पर एडमिशन हुए। अगर कोई और छात्र एडमिशन नहीं लेता है तो इन सीट पर ऐसे छात्र एडमियान लेंगे जो मेरिट में नहीं हैं और 10 लाख रुपये प्रति वर्ष रुपये जमा करवाने की स्थिति में हैं।
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