शीतकालीन सत्र : हरियाणा विधानसभा में गूंजा HPSC भर्ती मामला, विपक्ष का जमकर हंगामा, मुख्यमंत्री ने शेर ओ शायरी के साथ में जवाब दिया

शीतकालीन सत्र : हरियाणा विधानसभा में गूंजा HPSC भर्ती मामला, विपक्ष का जमकर हंगामा, मुख्यमंत्री ने शेर ओ शायरी के साथ में जवाब दिया
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। भर्तियों को लेकर सवाल खड़े कर रहे विपक्ष को सीएम ने जमकर जवाब दिया साथ ही पलटवार करते हुए कहा कि उनके पास में 2013 की भर्तियों को लेकर शिकायत मिली है, जिस पर उन्होंने इसकी जांच कराने की घोषणा कर दी।

योगेंद्र शर्मा. चंडीगढ़

हरियाणा विधानसभा शीतकालीन-सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही के दौरान एचपीएससी, एचएसएससी की भर्तियों में घोटाले के आरोप लगाते हुए विपक्ष ने जमकर हंगामा और शोरगुल किया। सोमवार को हरियाणा लोक सेवा आयोग के डिप्टी सचिव अनिल नागर के करोड़ों की राशि सहित पकड़े जाने के मुद्दे पर तीन घंटे से ज्यादा वक्त सदन में चर्चा के दौरान जमकर हंगामा, शोरगुल हुआ और कांग्रेस के विधायक स्पीकर की चेयर के सामने वैल तक पहुंच गए, बाद में शोरगुल कर रहे कांग्रेसी विधायकों को नेम करने की चेतावनी के बाद लौटना पड़ा।

सदन के नेता मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने सदन में भर्तियों को लेकर विस्तार से जवाब दिया, इस दौरान भी विपक्ष की टोकाटाकी जारी रही। भर्तियों को लेकर सवाल खड़े कर रहे विपक्ष को सीएम ने जमकर जवाब दिया साथ ही पलटवार करते हुए कहा कि उनके पास में 2013 की भर्तियों को लेकर शिकायत मिली है, जिस पर उन्होंने इसकी जांच कराने की घोषणा कर दी। सोमवार को सदन के नेता मुख्यमंत्री ने जब शेर-ओ-शायरी के साथ में जवाब दिया, तो नेता विपक्ष ने भी पलटवार किया, जिस पर रघुबीर कादियान बोले यहां प मुशायरा नहीं हो रहा, यह बड़ा ही गंभीर विषय है। इस पर सदन में लोगों ने जमकर ठहाके लगाए लेकिन मुशायरा व शेर शायरी जारी रही। नौकरियों में भर्ती के मुद्दे पर शोरगुल, नारेबाजी कर रहे विपक्षी विधायकों को बैठाने के लिए कईं बार स्पीकर को अपनी चेयर से खड़े होना पड़ा, चेतावनी के बाद ही सभी शांत हुए।

सोमवार को प्रश्नकाल की समाप्ति के बाद में स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने दो घंटे का वक्त स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा के लिए निर्धारित किया। इस दौरान उन्होंने सदन को अवगत कराया कि हरियाणा लोक सेवा आयोग और कर्मचारी चयन आयोग आदि में विजिलेंस ब्यूरो द्वारा हाल की कार्रवाई और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव मिले हैं। स्पीकर ने इसके लिए सबसे पहला मौका कांग्रेस की वरिष्ठ विधायक किरण चौधरी को वक्त दिया। किरण चौधरी ने जमकर हमला बोला और दोनों आय़ोग की छवि खत्म करने का आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट के सीटिंग जज से जांच की मांग की। इसी तरह से नेता विपक्ष व पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुडडा, बीबी बतरा ने जमकर आरोप लगाए साथ ही कहा कि लगातार नौकरियां नीलाम हो रहीं है। सत्तापक्ष की ओऱ से अभय सिंह यादव और हरविंद्र कल्याण दो विधायकों ने बचाव किया।

इस दौरान यादव से इनेलो विधायक अभय चौटाला की तीखी बहस हुई साथ ही चौटाला ने अभय सिंह को उनका यह दावा करने पर फंसा दिया कि मेरे पास भी पुरानी दो ओएमआर शीट है। चौटाला ने स्पीकर और सीएम ने सदन में ही इस पर सफाई देने व कापी जमा कराने को कहा। भर्ती घोटाले को लेकर नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सोशल मीडिया में चल रही वाट्सएप चैट को विस्तार से पढ़कर सुनाया, जिसमें उन्होंने मोबाइल नंबर का जिक्र करते हुए चेयरमैन व अन्य का नाम लेकर चल रही चैट को पढ़कर सुनाया।

अभय चौटाला ने तो अभय यादव पर कापी होने के दावे को लेकर कहा कि वे भी इस रैकेट में शामिल तो नहीं हैं। जिस पर यादव ने आपत्ति करते हुए कहा कि आपसे इस तरह के आरोपों की उम्मीद है। चौटाला ने यह भी कहा कि अभय सिंह यादव पूर्व आईएएस रहे हैं, इसीलिए उनकी बात को गंभीरता से लेकर जांच करानी चाहिए। सीएम ने अपने कार्यकाल के दौरान हुई भर्तियों, रैकेट चलाने वाले लोगों पर की जा रही कार्रवाई का विस्तार से जवाब दिया और सदन में आंकड़े प्रस्तुत करते हुए कहा कि 80 हजार से ज्यादा भर्ती उन्होंने की है। कांग्रेस पर हमला करते हुए सीएम ने यह भी कहा कि वे दस साल के आंकड़े रख रहे है, जिसमें नाम मात्र की कार्रवाई की गई, लीपापोती के कारण लोग बाहर आए गए। लेकिन हमारे वक्त में हुई कार्रवाई के मामले में किसी को जमानत तक नहीं मिल रही है। कुल मिलाकर भर्तियों को लेकर सदन में तीन घंटे से ज्यादा वक्त तक हंगामा और शोरगुल हुआ। विपक्ष ने जमकर प्रहार किए और कहा कि आयोगों की छवि धूमिल कर दी गई है, चेयरमैन को बर्खास्त कर दिया जाए। इसकी उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। सीएम ने इस दौरान कहा कि यह सरकार जांच करा रही है, हम ही यह फैसला लेंगे, कि जांच किससे करानी है। इस विषय पर गीता भुक्कल और वरुण मुलाना, बलराज कुंडू, सोमबीर सांगवान, जगबीर मलिक, शमशेर गोगी ने भी जोरदार तरीके से अपनी बात रखी।

2013 की भर्तियों पर लटकी तलवार

हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा कि हम भर्तियों में पैसा खाने और करप्शन करने वालों को बख्शने वाले नहीं है, भले ही हमारे वक्त की बात हो या फिर पुराने वक्त की। उन्होंने 2013 में भर्ती हुए एचसीएस अफसरों के बारे में लगातार शिकायतें मिलने की बात कही, साथ ही कहा कि सदन की सहमति हो, तो इसकी भी जांच करा देता हूं। पूर्व में बहस के दौरान कांग्रेसी नेताओं द्वारा सत्ता भाजपा के पास होने व जांच कराने की चुनौती देने की बात पर सीएम ने पूर्व हुड्डा सरकार में हुई एचसीएस की भर्ती की जाांच कराने का एलान कर दिया है। इस दौरान खड़े हुए सत्तापक्ष के विधायक हरविंद्र कल्याण ने पूर्व की हुडडा सरकार में दस साल में भर्ती हुए विधायकों ,मंत्रियों के भाई भतीजों आदि को लेकर सवाल खड़े करते हुए कहा कि भाजपा की सरकार में कोई भर्ती हुआ हो तो बताएं। इस विषय पर जमकर बहस हुई औऱ शोरगुल हंगामा काफी देर तक होता रहा। यहां पर उल्लेखनीय है कि 2013 के दौरान हुड्डा सरकार में हुई भर्तियों को लेकर काफी बवाल हुआ था। उक्त मामले में कई प्रभावशाली लोगों के बच्चों को एचसीएस बना दिया गया था। कुल मिलाकर अब सीएम ने इसकी जांच के आदेश कर दिए हैं।

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