मालिकों में हड़कंप : HSVP ने अलॉटमेंट के सालों बाद कैंसिल कर दिए प्लॉट

मालिकों में हड़कंप : HSVP ने अलॉटमेंट के सालों बाद कैंसिल कर दिए प्लॉट
X
इनमें से अधिकांश प्लॉट सेल-डीड उपरांत ट्रांसफर और रि-अलॉट भी हो चुके हैं। प्लॉट मालिक इस मामले मेंं सीएम विंडो पर गुहार भी लगा चुके हैं और प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों से भी फरियाद कर चुके हैं। लेकिन अब तक उन्हें न्याय का इंतजार है।

हरिभूमि न्यूज : बहादुरगढ़

हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा हरियाणा के बहादुरगढ में सालों पहले ड्रा के माध्यम से अलॉट किए गए एक दर्जन से अधिक प्लॉटों को पेयमेंट में देरी का कारण बताकर कई साल बाद कैंसिल कर दिया गया है। ये सेक्टर-10 में 8, 6 व 4 मरले के प्लॉट हैं। इनमें से अधिकांश प्लॉट सेल-डीड उपरांत ट्रांसफर और रि-अलॉट भी हो चुके हैं। इससे प्लॉट मालिकों में हड़कंप मचा हुआ है। वे इस मामले मेंं सीएम विंडो पर गुहार भी लगा चुके हैं और प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों से भी फरियाद कर चुके हैं। लेकिन अब तक उन्हें न्याय का इंतजार है।

बता दें कि सेक्टर-10 का प्लॉट नंबर 282 ड्रा के माध्यम से 4 जनवरी 2018 को मूलचंद शर्मा के नाम अलॉट किया गया था। अलॉटमेंट की कंडीशन नंबर-4 के अनुसार अलॉटी को 2 फरवरी 2018 से पहले 15 प्रतिशत तथा शेष 75 प्रतिशत राशि 4 मार्च 2018 तक जमा करवानी थी। हालांकि अलॉटी ने 2 की बजाय 20 फरवरी को 15 फीसद राशि जमा करवा दी और शेष 75 फीसद का भुगतान 28 फरवरी 2018 को कर दिया। इसके उपरांत 15 मार्च 2018 को ऑफर लेटर मिला और 19 मार्च 2018 को पोजेशन सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया गया। फिर 25 मार्च 2018 को कन्वेंस डीड भी हो गई। यह प्लॉट सुरेंद्र सिंह के नाम पर 22 मई 2018 को ट्रांसफर भी हो गया। लेकिन अब इसका स्टेटस कैंसिल दर्शा रहा है। कारण जो 15 प्रतिशत भुगतान 2 फरवरी 2018 को किया जाना था, वह 20 फरवरी को किया गया।

इसी तरह प्लॉट नंबर-61 भी जयभगवान के नाम 21 नवंबर 2017 को ड्रा में अलॉट हुआ था। उन्हें 20 दिसंबर 2017 तक 15 प्रतिशत और 19 जनवरी 2018 तक शेष 75 फीसद राशि जमा करवानी थी। लेकिन उन्होंने पूरी 90 प्रतिशत राशि 17 जनवरी 2018 को जमा करवाई। उन्हें प्लॉट का पोजेशन ऑफर 30 जनवरी 2018 को दिया गया और 2 फरवरी 2018 को पोजेशन सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया गया। इसके उपरांत 7 मार्च 2018 को कन्वेंस डीड भी हो गई। हालांकि सेल डीड के माध्यम से 23 अप्रैल 2018 को यह प्लॉट जितेंद्र कुमार के नाम रि-अलॉट भी हो गया। लेकिन अब इसका स्टेटस पीपीएम में कैंसिल दर्शा रहा है।

प्लॉट नंबर-70 भी हेमचंद्र के नाम 8 सितंबर 2017 को अलॉट हुआ था। उन्होंने 15 प्रतिशत राशि 7 अक्टूबर 2017 की जगह 27 अक्टूबर 2017 को जमा करवाई। इस प्लॉट की पोजेशन भी दी गई, कन्वेंस डीड भी हुई। रि-अलॉटमेंट भी 26 अप्रैल 2018 को प्रवीन कुमार रिंकू देवी के नाम हो चुकी है। इतना ही नहीं 7 सितंबर 2018 को इस पर मोर्टगेज की परमिशन भी दी गई और अब यह प्लॉट भी कैंसिल दर्शा रहा है। इसी तरह अर्चना कुमारी, राज सिंह, प्रहलाद सिंह, नीरज, समीम, अमित, कांता देवी, राजवीर, नरेश कुमार और नवीन के प्लॉट भी तमाम भुगतान और औपचारिकताएं पूरी करने के बाद कैंसिल दर्शा दिए गए। इस मामले में अक्टूबर 2020 से लेकर अब तक पीडि़तों द्वारा कई बार सीएम विंडो पर शिकायत भी की गई, लेकिन अब तक सभी अलॉटी न्याय के इंतजार में हैं।

Tags

Next Story