रैली में सीएम मनोहर लाल खट्टर ने बुजुर्ग ने पूछी आयु तो दिया ऐसा जवाब, सुनकर आप भी हसेंगे, देखें वीडियो

हरिभूमि न्यूज. जींद
मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने रविवार को सफीदों की पुरानी अनाज मंडी में आयोजित विकास रैली के दौरान जींद जिला व सफीदों के 92 प्रोजेक्टों के लिए करीब 226.65 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की घोषणा की। इसमें सबसे अहम मुख्यमंत्री ने सफीदों विधानसभा की सबसे बड़ी 50 बैड के पैरामेडिकल कालेज बनाने की मांग को मंजूरी दी। साथ ही पोल्ट्री उद्योग की समस्याओं के निराकरण व इन्हे अधिक सुविधाएं देने के लिए मुख्यमंत्री ने पशुपालन विभाग के उच्चाधिकारियों की एक कमेटी बनाने की घोषणा की। जींद में कलस्टर योजना के तहत 19.50 करोड़ मंजूर किए गए। गांव ढाकल व बुझाना गांव में पशुपालन विभाग के भवन बनाने तथा नरवाना, जींद, लुदाना के सरकारी स्कूलों को अपग्रेड करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने जिला के स्वास्थ्य विभाग के लिए 7.50 करोड़ रुपये दिए। इसके अलावा मार्किटिंग बोर्ड की 46 सड़कों के पुनर्निर्माण व रिपेयरिंग के लिए 54.50 रुपये तथा नहरी विभाग के 15 प्रोजेक्टों के लिए 33.22 करोड़ रुपये मंजूर किए गए। इसके अलावा जिला की 22 सड़कों के लिए 111 करोड़ रुपये प्रदान किए गए। जिसमें से 57 करोड़ रुपये सफीदों-जींद मार्ग पर खर्च किए जाएंगें। यह मार्ग पहले सात मीटर का है जिसका चौड़ीकरण करके 10 मीटर का किया जाएगा। इसके अलावा सफीदों के नए रैस्ट हाउस के निर्माण के लिए 10 करोड़ रूपए मुख्यमंत्री ने अलग से मंजूर किए।
बुजुर्ग से पूछी आयु
इस दौरान बु़ढ़ापा पेंशन शुरू होन पर एक पैंशनधारी बुजुर्ग से मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कुशलक्षेम और उनकी आयु पूछी तो बुजुर्ग ने जो जवाब दिया वह सुनकर सभी हंसने लगे। सीएम ने पूछा कि आपकी आयु कितनी हो चुकी है। इस पर बुजुर्ग ने कहा कि 58, तो सीएम ने टोका कि 58 साल की आयु में बुढा़पा पेंशन कैसे बनवा ली। इसके बाद बुजुर्ग बोला, नहीं- नहीं 60 हो चुकी है।
सफीदों रैली में एक पैंशनधारी बुजुर्ग से मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कुशलक्षेम और उनकी आयु पूछी तो बुजुर्ग ने जो जवाब दिया वह सुनकर सभी हंसने लगे.@mlkhattar #Haryana #DIPRHaryana pic.twitter.com/sI37z9Jq2B
— DPR Haryana (@DiprHaryana) April 3, 2022
एसवाईएल का पानी और 400 हिंदी भाषी गांव हरियाणा को दे पंजाब
रैली में सीएम ने पशुपालन विभाग के उच्चाधिकारियों की एक कमेटी बनाने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने पंजाब हरियाणा का बड़ा भाई है और बड़े भाई का फर्ज बनता है कि छोटे भाई के साथ उल्टा-सीधा व्यवहार न करे। पंजाब की नई नवेली सरकार ने गलत निर्णय लेते हुए हरियाणा के हितों के साथ कुठाराघात करना शुरू कर दिया है। हरियाणा के खिलाफ पंजाब ने एक प्रस्ताव पास किया है जिसमें उसने चंडीगढ़ पर अपना हक जताया है। पंजाब ने चंडीगढ़ पर अपना हक तो जता दिया है लेकिन वह एसवाईएल का मुद्दा भूल गए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी पंजाब को हरियाणा के हिस्से का पानी देने की बात कही है लेकिन उसके बावजूद भी पंजाब उस पानी को रोके हुए है। जब पंजाब हरियाणा को उसके हक का पानी नहीं दे रहा तो दिल्ली के लिए वह सरकार किस मुंह से हरियाणा से पानी मांग रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब के 400 हिंदी भाषी गांवों का मुद्दा भी पैंडिंग है। मुझे तो ऐसा लगता है कुछ लोगों के बहकावे में पंजाब सरकार उल्टे-सीधे फैसले ले रही है। एसवाईएल व हिंदी भाषी गांवों का मुद्दा हरियाणा की जनता के लिए जीवन व मरण का प्रश्न है।
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