लिंगानुपात के मामले में कभी था तीसरे स्थान पर, आज पहुंचा 15वें स्थान पर

हरिभूमि न्यूज. जींद
लिंगानुपात के मामले में जींद लगातार पिछड़ता जा रहा है। एक समय था जब जींद प्रदेशभर में लिंगानुपात को लेकर तीसरे स्थान पर था लेकिन आज जींद 15वें स्थान पर खिसक गया है। वर्ष 2020 की बात की जाए तो जींद जिले में 10562 लड़कों पर 9545 लड़कियों ने जन्म लिया है। हालांकि हरियाणा प्रदेश की बात की जाए तो लिंगानुपात को लेकर बड़ा सुधार हुआ है। वर्ष 2014 में 1000 लड़कों पर 871 लड़कियों की तुलना में वर्ष 2020 में यहां सर्वोच्च लिंग अनुपात दर्ज किया गया है। जबकि 2016 में यह अनुपात 900 और 2015 में 876 था। सरकारी आकंड़ों के मुताबिक साल 2020 में करीब आठ हजार बच्चियों को कोख में कत्ल होने से बचाया गया है।
पिछले 20 दिनों में ही गर्भपात करवाने के दो मामले आए सामन
जींद में लिंगानुपात में आई कर्मी का मुख्य कारण है कि जिले की गर्भवती महिलाओं की गर्भ में भ्रूण लिंग जांच हो रही है। पिछले 20 दिनों में ही स्वास्थ्य विभाग के पास इस तरह के दो मामले सामने आ चुके हैं। इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि भ्रूण लिंग जांच का गोरखधंधा कितना तेजी से चल रहा है। 15 दिन पहले गांव निडानी की आशा वर्कर को जींद की महिला को उत्तर प्रदेश में ले जाकर लिंग जांच करवाते पकड़ा था। इसके अलावा पिछले सप्ताह ही एक निजी अस्पताल संचालिका को भी इसी तरह की संदेहजनक गतिविधियों में संलिप्त पाया गया था। इस कारण पिछले साल में इस बार जिले का लिंगानुपात सबसे कम स्तर 904 (एक हजार लड़कों के पीछे 904 लड़कियां) पर पहुंच गया है। पिछले साल से इस साल 34 अंकों की कमी लिंगानुपात के मामले में आई है। वर्ष 2020 में जिले में कुल 20,107 बच्चे पैदा हुए। इनमें बेटों की संख्या 10,562 जबकि बेटियों की संख्या केवल 9545 ही रही है।
भ्रूण लिंग जांच पर कसा जाएगा शिकंजा : सीएमओ
नागरिक अस्पताल के सीएमओ डा. मनजीत सिंह ने बताया कि इस बार जींद जिला के लिंगानुपात में कमी आई है। विभाग द्वारा इस कमी को पूरा करने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इसके अलावा विभागीय टीमें लगातार भ्रूण लिंग जांच करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करती है। जब भी भ्रूण लिंग जांच को लेकर कोई शिकायत या सूचना मिलती है तो तुंरत उस पर कार्रवाई की जाती है। जिला में भ्रूण जांच किसी भी सूरत में नहीं होने दी जाएगी।
जींद के इन पांच गांवों का लिंगानुपात रहा सबसे कम
गांव का नाम लिंगानुपात (प्रति 1000)
फरैण खुर्द -333
दातासिंह वाला- 333
कटवाल- 357
मांडी कलां- 422
भैरो खेड़ा- 455
यह है जींद के लिंगानुपात का आंकड़ा
साल- लिंगानुपात
2015- 857
2016- 900
2017- 898
2018- 927
2019- 938
2020- 904
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