पहले चिट्ठी पर ही आनाकानी फिर सांसद बोले- पुराने फीडर से ही मिलेगा पूरा नहरी पानी

पहले चिट्ठी पर ही आनाकानी फिर सांसद बोले- पुराने फीडर से ही मिलेगा पूरा नहरी पानी
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इसी मुद्दे पर हरिभूमि ने सांसद चौधरी धर्मवीर से बात की। इस बातचीत में पहले तो सांसद ने इस तरह की कोई चिट्ठी ही नहीं होने की बात कही। फिर उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल वह चिट्ठी दिखाई गई तो उन्होंने माना और जवाब दिया कि इसमें बरसात के पानी के लिए पंप बनवाने की मांग की हुई है।

सतीश सैनी/नारनौल। सतनाली में नए फीडर बनाने की सिफारिश पर राजनीति हावी है। सतनाली के ग्राम सेवक इसे बनाने की हक में है तो कुछ लोगों इस फीडर के निर्माण होने पर जिला का दूसरे जिला दादरी में नहरी पानी चले जाने की बात कह रहे है। कई दिनों से अखबारों की सुर्खियां बन रही है।

इसी मुद्दे पर हरिभूमि ने सांसद चौधरी धर्मवीर से बात की। इस बातचीत में पहले तो सांसद ने इस तरह की कोई चिट्ठी ही नहीं होने की बात कही। फिर उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल वह चिट्ठी दिखाई गई तो उन्होंने माना और जवाब दिया कि इसमें बरसात के पानी के लिए पंप बनवाने की मांग की हुई है। सवाल पूछा कि इस चिट्ठी में तो बरसात का जिक्र तक नहीं है? सांसद का जवाब था कि यह समझने की बात है। ओपन कैनाल, जिसके ऊपर सरकार ने काम तेजी से चालू कर रखा है। वो पानी जेएलएन में डलेगा। वो भी बरसात के दिनों में डलेगा। जब वो पूरा पानी डलेगा तो उस वक्त बारिश के दिनों में हमारी टेल तक सभी नहरों में पानी पहुंचेंगा। जिसमें सतनाली फीडर भी शामिल है। यह हमारी सोच थी कि वह हिस्सा सतनाली को भी मिल जाएगा। अब क्या विभाग नया फीडर बनाएंगा? इस सवाल पर एमपी ने कहा कि अब कुछ महीने पहले लिखकर रिपोर्ट कर दी कि सतनाली में पुराने फीडर से ही 200 क्यूसिक पानी दे देंगे। पुराने से ही काम चल जाएगा। इससे हम संतुष्ट है।

सांसद ने यूं रखा अपना पक्ष :

सांसद ने कहा कि हकीकत में इमरजेंसी से पहले साल 1977 में चौधरी बंसीलाल नहरों का जाल का प्रपोजल लिफ्ट कैनाल का लेकर आए थे। लिफ्ट कैनाल के तीन पार्ट जेएलएन, सिवानी व ­ाुई है। इन तीन पार्ट का ही सिस्टम पूरे प्रदेश में है। उन्होंने बनाई लेकिन तब से अब तक 40 साल के इतिहास में ज्यादा नहरों में धीरे-धीरे पानी कम हो गया। साल 2014 में जब मुख्यमंत्री मनोहरलाल बने, उन्होंने इन नहरों का दोबारा से पुर्नउत्थान किया। ध्यान हो नारनौल में सीएम ने 145 करोड़ इन लिफ्टिंग सिस्टम नहर, पंप हाउस के लिए देने की घोषणा की। तब से आज तक इस रिमॉडलिंग की प्रक्रिया जारी है। उसके बाद बारिश के दिनों में ओर ज्यादा पानी कैसे आ सकता है एक ओपन कैनाल करनाल के पास है, वहां से उस नहर का काम जोरों पर चल रहा है। उसके मार्फत भी हम दो-ढाई हजार क्यूसिक पानी जेएलएन में डालकर लिफ्ट से ओर पानी टेल तक व जोहड़ों में भर सकेंगे। यह ओवरऑल सिस्टम है। अब हम केवल जेएलएन की बात करें तो इसमें महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरूग्राम, लोहारू क्षेत्र है। यह सभी जेएलएन के पार्ट है।

> अब किसी ने जो बात उठाई है, वह क्या है? मैंने अखबार में देखा कि उन्होंने तीन-चार बातें उठाई है। नंबर-एक सतनाली फीडर की मॉडलिंग क्यूं हुई। सतनाली फीडर की क्षमता 293 क्यूसिक है। अब तक कभी भी उसमें 180 क्यूसिक से ज्यादा पानी नहीं चला है। टेल पर पानी बहुत कम जाता है। एडिशनल पंप हाउस बनाने के लिए सरकार के पास ना कोई प्रपोजल है, ना बनाना चाहती। जिन्होंने ये कहा कि धर्मवीर ने रिकमंड किया है, वह सरासर ­ाूठ है कोई ऐसा लेटर दिखा दो। जबकि नियमानुसार सतनाली फीडर में 113 क्यूसिक पानी तो ओर डालना ही पड़ेगा।

> यह भी चर्चा की गई कि जो सतनाली फीडर बनेगा, उसमें कुछ पाइप डलेंगे, कुछ ओपन रहेगा। जबकि उसमें पाइप डालने की कोई प्रपोजल नहीं। जैसे ओर नहर ठीक की है, उसी प्रकार वो नहर ठीक करने लग रहे है। या तो हो गई या हो जाएगी।

> तीसरी बात कही जा रही है कि एक एरिया में मुआवजा दे दिया, एक एरिया में नहीं दिया। मुआवजे का कहीं नाम ही नहीं है।

> उसके बाद दो ओर माइनर का जिक्र किया है, उसमें से एक माइनर 2014 से पहले जब हमारी सरकार नहीं थी। कांग्रेस थी। 2014 से पहले एक चैनल बना है। मेरे लोकसभा में आने के बाद कोई चैनल नहीं बना। लीकेज होना एक अलग बात है। एक ओर माइनर का जिक्र किया है, वहां गांव है छिलर। वहां एक्स एमएलए है कोई रघबीर। उसने अपने गांव की, वहां की लोकल एमएलए दुष्यंत चौटाला की माता है, उसकी रिकमंडेशन पर छह क्यूसिक पानी पास करवाया है, उसमें धर्मवीर कहां से आ गया? या तो मु­झे कोई चिठ्ठी दिखा दो। अफवाह नहीं फैलानी चाहिए। मैं फिर कहता हूं सतनाली फीडर 293 क्यूसिक पानी की है। उसमें 180 क्यूसिक से ज्यादा पानी कभी नहीं गया। जो किसी मंच से जुड़े बता रहे थे, मैंने उनमें एक-दो लोगों की फोटो देखी। वो बेचारे मु­झे लगता है वह कुछ ना कुछ एमएलए बनना चाहते है। लेकिन उन्हें इश्यू ऐसा उठाना चाहिए जिससे भाईचारा ना टूटे। इश्यू नैगेटिव मत उठाओ। पॉजिटिव काम करने की सोचो। सुझाव है तो हमें बताओ। हर मीटिंग में मैंने कहा है कि डायरेक्ट फीडर चाहे यमुनानगर से लेकर टेल तक, भांखड़ा से लेकर जेएलएन तक। डब्ल्यूजेसी तक। किसी भी नहर में सीधा मोगा नहीं होना चाहिए वरना इसका सीधा असर हमारे पर पड़ता है। टेल तक पानी नहीं पहुंचता। इसलिए उनको पानी फीडर से नहीं दोंगे, माइनर से दो और मोगे बंद किए जाएं। मैं तो इस बात का शुरू से ही पक्ष में हूं। जो पुराना सिस्टम है, उसे से चलो।

मीडिया के सवाल पर हंसकर बोले एमपी...

सांसद चौधरी धर्मवीरसिंह ने कहा कि लोकसभा में पहले 10 की 10 सीट भाजपा जीती थी। इस बार भी पहले से ज्यादा वोटों से सभी सीटें भाजपा जीतेंगी। कई लोग कहते है कि धर्मवीर चुनाव नहीं लड़ेंगा। मैं तो अपनी तरफ से कह सकता हूं बिल्कुल लडूंगा। चुनाव जीतेंगे। पहले से ज्यादा वोटों से जीतेंगे। बाकी पार्टी हाईकमान के फैसले पर निर्भर है। मीडिया ने सांसद से पूछा कि आपने पिछले चुनाव में कहा था कि बंशीलाल को हराया, चौधरी सुरेंद्र सिंह को हराया। श्रुति चौधरी को हराया। अब एक है किरण चौधरी। उसे ओर हरा दूं। फिर हो सकता है मैं संन्यास ले लूं। ऐसे में क्या लगता है कि लोकसभा में उनके सामने किरण चौधरी चुनाव लड़ेगी या आप तोशाम में जाएंगे? मीडिया के इस सवाल पर सांसद ने जवाब दिया कि किसी प्रकार आपकी कांग्रेस वाले मानते हो तो उनको कहो की श्रुति की बजाय किरण चौधरी लोकसभा का चुनाव कांग्रेस से लड़ लें। हंसते हुए कहा कि मेरा सपना पूरा हो जाएगा।

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