Vegetables Rate : सब्जी से धनिए की महक गायब, हरी मिर्च ने भी बिगाड़ा जायका, जानिए क्यों बढ़ रहे सब्जियों के भाव

Vegetables Rate : सब्जी से धनिए की महक गायब, हरी मिर्च ने भी बिगाड़ा जायका, जानिए क्यों बढ़ रहे सब्जियों के भाव
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सब्जियां भोजना का जायका बिगाड़ने का काम कर रही हैं। धनिया और मिर्च महंगे हो चुके हैं। टमाटर के दाम एक बार फिर से आसमान पर जा रहे हैं। अन्य सब्जियों के रेट भी काफी बढ़े हैं।

हरिभूमि न्यूज : रेवाड़ी

पहले भारी गर्मी और अब बरसात के कारण बागवानी फसलों का उत्पादन प्रभावित हुआ है। मंडियों में सब्जियों की आवक ने इनके भाव काफी बढ़ा दिए हैं। सब्जियां भोजना का जायका बिगाड़ने का काम कर रही हैं। धनिया और मिर्च महंगे हो चुके हैं। टमाटर के दाम एक बार फिर से आसमान पर जा रहे हैं। अन्य सब्जियों के रेट भी काफी बढ़े हैं।

महंगाई की मार सब्जी और फलों पर अपना असर दिखा रही। सब्जी में तड़का लगाने वाला धनिया 150 और मिर्च 80 रुपए प्रति किलो हो गई है। इसके अलावा अदरक, फूल गोबी, नींबू, अरबी व शिमला मिर्च के दामों में काफी इजाफा हुआ है। पिछले महीने जहां सब्जीमंडी में टमाटर 10 से 15 रुपए किलो बिक रहा था। इस समय टमाटर के दाम 40 रुपए तक बढ़ गए हैं। इसी तरह कई सब्जियों व फलों के दाम उछाल मारने लगे है। दो महीने पहले नींबू के भाव 250 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए थे अभी नींबू के दाम 80 होने से लोगों को राहत मिली है। फुटकर विक्रेता मार्केट कमेटी की ओर से तय किए गए रेट को ताक पर रखकर अपनी मनमर्जी के दामों में सब्जी व फल बेच रहे हैं।

जयपुर-दिल्ली से आ रहे फल-सब्जियां

रेवाड़ी में बावल रोड स्थित बिठवाना सब्जीमंडी में फल व सब्जियां जयपुर राजस्थान की मुहाना मंडी व दिल्ली के आजादपुर मंडी से आ रहे है। गर्मी व बरसात की मार के कारण जयपुर-दिल्ली मंडी से आने वाली सब्जियां व फल महंगे आने के कारण आढ़ती भी अपना प्रोफिट निकालकर फुटकर सब्जी विक्रेताओं को बेचकर मुनाफा कमा रहे हैं तथा फुटकर विक्रेता आगे और ज्यादा दाम बढ़ाकर ग्राहकों को बेच रहे हैं।

मार्केट कमेटी के तय दामों की नहीं परवाह

सब्जी मंडी में अल सुबह सब्जी आने के बाद मार्केट कमेटी की ओर से फुटकर सब्जी विक्रेताओं के लिए भाव तय किए जाते है, लेकिन सब्जी मंडी में सब्जी विक्रेता मार्केट कमेटी के भावों पर कम ही ध्यान देते हैं। खुदरा विक्रेता अपनी मनमर्जी के भाव लगाकर ग्राहकों की जेब पर डाका डालने का काम करते हैं। कॉलोनियों व मौहल्लों में रेहड़ियों पर सब्जी बेचने वाले तो इनसे भी बढ़कर है।

क्या कहते हैं सब्जी विक्रेता

सब्जी विक्रेता गुलजारी लाल ने बताया कि सब्जियां आजादपुुर व मुहाना मंडी से महंगे दामों में आ रही हैं। फिर कार्टून व पेटी छुड़वाने में काफी सब्जी खराब भी निकल जाती है। उसकी पूर्ति करने के लिए दाम कुछ ज्यादा रखे जाते हैं। सब्जी विक्रेता रामू ने कहा कि बरसात व गर्मी का सब्जियों पर काफी असर पड़ रहा है। सब्जियों की पैदावार कम होने के कारण दामों में थोड़ा उछाल आ गया है। मौसम ठीक हो जाने पर भाव कम हो जाएंगे।

सब्जी के भाव प्रति किलो

सब्जी का नाम थोक भाव खुदरा भाव

नींबू 25-50 80

टमाटर 15-25 40

भिंडी 10-28 30

टिंडा 20-45 60

आलू 14-20 25

प्याज 12-18 25

धनिया 40-80 150

खीरा 10-35 40

शिमला मिर्च 40-60 70

ग्वार फली 20-40 50

अरबी 15-25 60

अदरक 35-55 80

मिर्च 20-60 80

फूल गोबी 30-50 80

बंद गोबी 30-50 60

बैंगन 10-25 40

लौकी 5-10 20

लहसुन 30-50 70

फलों के दाम प्रति किलो

फल के नाम थोक भाव खुदरा भाव

सेब 30-100 50-150

अनार 35-100 60-120

मौसमी 18-35 28-45

पपीता 25-30 60

चीकू 60-80 120

केला प्रति दर्जन 30-35 60

नाशपति 10-22 50-70

अनानास 20-40 70

कीवी पर पीस 15-20 25-35

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