इनसो का यूनिवर्सिटी अध्यक्ष दोस्त सहित हॉस्टल से निष्काषित, लगे थे ये गंभीर आरोप

हरिभूमि न्यूज : रेवाड़ी
इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी ब्वॉयज हॉस्टल के वार्डन ने इनसो के यूनिवर्सिटी अध्यक्ष रवि मसीत व उनके साथ मनीष को हॉस्टल नियमाें का पालन न करने, कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार करने व हॉस्टल में रहकर राजनीतिक गतिविधियाें का संचालन कर हॉस्टल का माहौल खराब करने के आरोप लगाते हुए शुक्रवार को हॉस्टल से निष्कान का आदेश जारी कर दिया। जिस पर यूनिवर्सिटी प्रशासन सोमवार को जांच के बाद अंतिम फैसला लेगा। हॉस्टल से निष्कासन का मामला सामने आते ही इनसो अध्यक्ष ने यूनिवर्सिटी प्रशासन को यूनिवर्सिटी को बंद करने की चेतावनी दी।
हॉस्टल वार्डन की तरफ से शुक्रवार को जारी किए गए आदेश में रवि मसीत व मनीष पर कई प्रकार के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। जिनमें निरीक्षण के दौरान कमरे में आउटसाइडर को रखने, हॉस्टल स्टाफ व कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार करने, हॉस्टल में रहने वाले विद्यार्थियों के साथ दुर्व्यवहार करने, मैस कुक को डराने तथा हॉस्टल से राजनीतिक गतिविधियों का संचालन कर हॉस्टल व विश्वविद्यालय का माहौल बिगाड़ने के आरोप लगाए गए हैं। पत्र में कहा गया है कि जब से रवि व मनीष ने हॉस्टल लिया है, तभी से हॉस्टल अराजकता व राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र बना हुआ है।
कई बार हॉस्टल के नियमों का पालन करने की हिदायतों के बावजूद दोनों व्यवहार में कोई फर्क देखने को नहीं मिला। जिससे हॉस्टल में व्यवस्था बनाए रखने के लिए दोनों का निष्कासन जरूरी है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने वार्डन की तरफ से जारी किए गए निष्कासन आदेश की जांच के बाद ही अंतिम निर्णय लेने के संकेत दिए हैं। जिसे जांच से पहले ही इनसो ने रविवार को एक मेल जारी कर निष्कासन पर अमल नहीं होने को इनसो की जीत करार दिया। जिसमें कहा कि निष्कासन पर कार्रवाई से इनसो द्वारा दी गई यूनिवर्सिटी बंद करने की चेतावनी से आईजीयू प्रशासन अमल करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है।
निष्कासन गलत, सभी आरोप झूठे
इनसो के यूनिवर्सिटी अध्यक्ष रवि मसीत ने कहा कि रजिस्ट्र में एंट्री के बाद किसी दोस्त को हॉस्टल में रखना गलत नहीं है। हॉस्टल ज्वाइन करने के बाद हमने लगातार हॉस्टल की अव्यवस्थाओं को उजागर किया है। जिससे वार्डन अपनी कुर्सी बचाने के लिए निष्कासन कर हम पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
जांच के बाद अगली कार्रवाई
रजिस्ट्रार डॉ. प्रमोद कुमार ने कहा कि शुक्रवार शाम को वार्डन का पत्र मिला था। जिसमें निष्कासित किए गए दोनों छात्रों पर लगे आरोपों को सोमवार को कार्यालय खुलने के बाद जांच करवाई जाएगी। जांच में आरोप सही साबित हुए तो आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। यूनिवर्सिटी में नियमों के विपरित जाने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती।
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