हरियाणा में यहां बनाया जाएगा इंटीग्रेटेड मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब, 1205 एकड़ में होगा निर्माण, हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार

हरियाणा में यहां बनाया जाएगा इंटीग्रेटेड मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब, 1205 एकड़ में होगा निर्माण, हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार
X
यह कार्य तीन फेज में होना है। बीच से गुजर रहे छह लेन का सड़क मार्ग लगभग पूरा हो चुका है। एक जगह पहाड़ी के बीच से रास्ता बनाया जाना बाकी है। इसके बनने के बाद न केवल औद्योगिक विकास होगा बल्कि यहां हजारों लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।

हरिभूमि न्यूज : नारनौल

महेंद्रगढ जिले में नांगल चौधरी में फ्रेट कॉरिडोर के साथ बनने वाला इंटीग्रेटेड मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब (आईएमएलएच) बहुत ही महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। इसके बनने के बाद न केवल औद्योगिक विकास होगा बल्कि यहां हजारों लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। यह क्षेत्र बड़ा औद्योगिक केंद्र बनने जा रहा है। अधिकारी रबी फसल की कटाई के बाद यहां पर इस कार्य के पहले फेज का काम शुरू करवाएं। यह निर्देश उपायुक्त श्यामलाल पूनिया ने इस क्षेत्र का मौका मुआयना करने के दौरान अधिकारियों को दिए। यह प्रोजेक्ट 1205 एकड़ में बनाया जाएगा। लगभग 400 एकड़ के पहले फेज के लिए अधिकारी तुरंत प्रभाव से डिजाइन के अनुसार कार्य शुरू करवाएं। यह कार्य तीन फेज में होना है। बीच से गुजर रहे छह लेन का सड़क मार्ग लगभग पूरा हो चुका है। एक जगह पहाड़ी के बीच से रास्ता बनाया जाना बाकी है।

अब तक लगभग 1000 एकड़ जमीन हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं संरचना विकास निगम ने खरीद ली है। अधिकारी अब आगे की कार्रवाई मेंं तेजी दिखाएं। बीच में पड़ने वाली कुछ जमीन कंसोलिडेशन एक्ट के तहत ली जाएगी। यह लगभग 200 एकड़ जमीन है जिसमें प्रभावितों को आसपास ही इसके बदले जमीन दी जानी है। हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं संरचना विकास निगम व दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर डेवलेपमेंट कॉरपोरेशन के संयुक्त तत्वावधान में तैयार होने वाले इस प्रोजेक्ट से जिले मेंं औद्योगिक क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि होगी।

इसके पहले फेज का काम एसपीवी की ओर से जल्द शुरू किया जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि यह हब यहां गांव तलोट, बसीरपुर, घाटाशेर, मुकंदपुरा, ताजपुर व शाहपुरा अव्वल आदि गांवों की जमीन में बनेगा। इसके बनने के बाद यहां पर कई तरह के रोजगार के अवसर पैदा होंगे जिससे स्थानीय निवासियों को काफी फायदा होने वाला है। इस मौके पर आसपास के ग्रामीणों ने हब के बीच से निकल रहे छह लेन के सड़क पर रास्तों में अंडरपास बनवाने की मांग रखी। इस पर उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। इस मौके पर तहसीलदार विकास, एचएसआईडीसी के प्रबंधक ज्ञानवीर पूनिया, एसपीवी के सीनियर मैनेजर रविसिंह के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।

एसपीवी जारी कर चुका 125.996 करोड़ रुपये

एसपीवी के सीनियर मैनेजर रविसिंह ने बताया कि जिले में फ्रेट कॉरिडोर के साथ बनने वाला इंटीग्रेटेड मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब का कार्य एसपीवी की ओर से शुरू किया गया है। इसमें बाहरी संपर्क मागोंर् व अन्य काम के लिए कुल अनुमानित लागत 147.0915 करोड़ रुपये है। सड़क पानी व बिजली के लिए एसपीवी की ओर से 125.996 करोड़ रुपये पहले ही जारी किए जा चुके हैं। डाबला स्टेशन से लॉजिस्टिक्स हब साइट तक बाहरी रेलवे साइडिंग शुरू हो चुकी है। अप्रैल में एसपीवी की ओर से इंटर ट्रंक इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए निविदा जारी की जाएगी।

Tags

Next Story