मेंटर एप से होगी विद्यार्थियों के बौद्धिक स्तर की जांच, खेल-खेल में सीखेंगे बच्चे

- विभागीय अधिकारी देख सकेंगे एप पर अपलोड़ डाटा, बच्चों की पढ़ाई की कमियों में किया जाएगा सुधार
- सहायक खंड संसाधन समन्वयक (एबीआरसी) प्रतिदिन दो स्कूलों में जाकर कक्षा पहली से तीसरी तक बच्चों से पूछेंगे प्रश्न
महेंद्रगढ़। ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद स्कूलों में पढ़ाई शुरू हो चुकी हैं। शिक्षा विभाग (Education Department) की ओर से शैक्षणिक स्तर में सुधार के लिए सरकारी विद्यालयों में अब कक्षा पहली से तीसरी के बच्चों की मेंटर एप के माध्यम से बौद्धिक स्तर की जांच की जाएंगी। खेल-खेल में बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षकों की मूलभूत साक्षरता एवं संख्यात्मकता (एफएलएन) का प्रशिक्षण दिया जा चुका हैं। शिक्षकों को इसे कक्षओं में लागू करना हैं। यह कार्य कागजों तक सीमित न रहे, इसके लिए विभाग की ओर इसकी मानिटरिंग भी कराई जाएंगी।
सहायक खंड संसाधन समन्वयक (एबीआरसी) कक्षा पहली से तीसरी तक बच्चों से प्रश्न पुछेंगे। बच्चों के शैक्षणिक स्तर सहित अन्य डाटा को लोकेशन के साथ मेंटर एप पर अपलोड़ किया जाएगा। इस एप पर अपलोड किए गए डाटा को मुख्यालय के अधिकारी अपने कार्यालय में बैठ कर देख सकेंगे। शिक्षा विभाग यह देखेगा कि बच्चों की पढ़ाई में क्या-क्या कमियां हैं और उन्हें किस प्रकार से दूर किया जा सकता हैं। इसके बाद कमियों को दूर करने के लिए विभाग की ओर से उचित कदम उठाए जाएंगे।
शिक्षकों के पढ़ाने के तरीके की होगी मॉनिटरिंग
शिक्षा विभाग की ओर से मूलभूत साक्षरता एवं संख्यात्मकता (एफएलएन) के तहत शिक्षकों को जून माह में प्रशिक्षण दिया जा चुका हैं। शिक्षण के दौरान शिक्षक किन मॉडल का प्रयोग कर रहे हैं या फिर विषयों को पढ़ाने में रचनात्मक तरीके को भी अपना रहे है या नहीं आदि की भी मॉनिटरिंग की जांएगी। विभाग की ओर से सहायक खंड संसाधन समन्वयक (एबीआरसी) की ड्यूटी लगा दी गई हैं। सहायक खंड संसाधन समन्वयक (एबीआरसी) प्रत्येक दिन दो विद्यालयों में जाएंगे तथा बच्चों से प्रश्न पूछेंगे। यह प्रश्न विशेषज्ञ द्वारा एप पर अपलोड़ किए जाएंगे। इसके साथ शिक्षकों के पढ़ाने के तरीके की भी मॉनिटरिंग होगी। सहायक खंड संसाधन समन्वयक (एबीआरसी) की तरफ से प्रतिदिन विद्यालयों में जाने वाली मॉनिटरिंग का डाटा मेंटर एप पर अपलोड करना होगा। विभाग की ओर से शैक्षणिक सुधार को लेकर यह कार्यक्रम चलाया जा रहा हैं। ताकि कमियों को ढूंढ कर उन्हें दूर किया जा सकें। बच्चों के शैक्षणिक सुधार को इससे गति मिलेगी।
विभाग का सराहनीय कदम
खंड शिक्षा अधिकारी अलका ने बताया कि शैक्षणिक सुधार को लेकर शिक्षा विभाग का यह अच्छा कदम हैं। इससे बच्चों के शैक्षणिक स्तर में सुधार आएगा। हमने जिला मुख्यालय के निर्देशानुसार अपने खंड के सहायक खंड संसाधन समन्वयक (एबीआरसी) को शेड्यूल के अनुसार विद्यालयों की मॉनिटरिंग करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
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