International Gita Festival : लुप्त होती शिल्पकला को उजागर करने का मंच प्रदान कर रहा महोत्सव

International Gita Festival :  लुप्त होती शिल्पकला को उजागर करने का मंच प्रदान कर रहा महोत्सव
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अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव लुप्त हो चुकी अनूठी शिल्पकला को उजागर करने का एक अच्छा मंच प्रदान कर रहा है। दूसरे राज्यों से आए हस्त शिल्पकार ब्रह्मसरोवर के पावन तट पर अपने राज्यों की लुप्त हो चुकी अनूठी हस्त शिल्पकला को दिखा रहे है।

Kurukshetra : अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव लुप्त हो चुकी अनूठी शिल्पकला को उजागर करने का एक अच्छा मंच प्रदान कर रहा है। दूसरे राज्यों से आए हस्त शिल्पकार ब्रह्मसरोवर के पावन तट पर अपने राज्यों की लुप्त हो चुकी अनूठी हस्त शिल्पकला को दिखा रहे है। हाथों की अनूठी बारीकियों की हस्त शिल्पकला अपना रंग दिखा रही है और पर्यटक इस तरह की शिल्पकला को देखकर हैरान हो रहे है।

महोत्सव में ऐसी ही एक अनूठी हाथों की कारागिरी को लेकर राजस्थान बाडमौर से पहुंचे हमलोकचंद। वे राजस्थान के बाडमौर से आए है तथा अपने साथ हाथों से सुई व धागे से बनी सुंदर-सुंदर डैकोरेशन का सामान, डाईनिंग टेबल आदि सामान लेकर आए है। केडीबी प्रशासन की तरफ से उनको स्टॉल नंबर 707 भी अलॉट किया गया है। यह सुंदर-सुंदर सामान वे सूई और धागे से बनाते है तथा एक सुंदर वाल डैकोरेशन को बनाने में कम से 10 माह का समय लग जाता है। इसके साथ-साथ वह अपने राज्यों के लोगों को भी रोजगार के अवसर प्रदान कर रहे है। इस काम में कम से कम 500 महिलाएं काम करती है। घर के इस सज्जा सजावट के समान की कीमत 500 से लेकर 15000 तक है।

हाथों की अनोखी कारागिरी से सजा ब्रह्मसरोवर का पावन तट

अंतरराष्ट्रीय गीता उत्सव के दौरान सरस और शिल्प मेले में विभिन्न राज्यों से पहुंचे शिल्पकारों के हाथों की अनोखी कारागिरी से ब्रह्मसरोवर का पावन तट सज चुका है। इस महोत्सव के सरस और शिल्प मेले में इन शिल्पकारों के हाथ की कला को देखकर महोत्सव में आने वाला प्रत्येक पर्यटक आश्चार्य चकित हो रहे है। शिल्पकार जिआर हक ने बताया कि वे असम राज्य से आए है और वे अपने साथ बांस से बनी सुंदर-सुंदर घर की सज्जा सजावट का सामान अपने साथ लेकर आए है। वे हर वर्ष इस महोत्सव में आते है, केडीबी प्रशासन की तरफ से उनको स्टॉल नम्बर 459 अलॉट किया गया है। यह महोत्सव शिल्पकारों को लुप्त हो चुकी हस्त शिल्पकला को उजागर करने का एक अच्छा मंच देता है। इस महोत्सव में वे अपने साथ बांस से बने घर की सज्जा सजावट का सामान फ्रूट बास्केट, फ्लावर पोर्ट, दीवार सिनरी, कप प्लेट, वॉल हैंगिंग, टेबल लैम्प, बांस से बनी पानी की बोतल इत्यादि सामान लेकर आए है।

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